Congress President Mallikarjun Kharge : भारत की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पार्टियों के लिस्ट में शामिल कांग्रेस का कमान एक बार फिर से एक दूसरे दलित नेता के हाथ में आ गया है। बीते 19 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजों का ऐलान हुआ और जिसकी उम्मीद लगाई जा रही थी वही हुआ। जी हाँ इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने शशि थरूर (Shashi Tharoor) को लगभग 7000 से ज्यादा वोटों के अंतर से मात देकर कांग्रेस की कमान अपने हाँथों में ले ली। Congress President Mallikarjun Kharge
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को इस चुनाव में 7897 वोट मिले थे तो वही शशि थरूर लगभग 1000 वोट में भी सिमट गए. मल्लिकार्जुन खड़गे दलित समुदाय के दूसरे ऐसे नेता हैं जिनके हाथ में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी का कमान है। इससे पहले 1971 में जगजीवन राम के हाथ में कमान आई थी। Mallikarjun Kharge Profile
9 बार संभाली विधायकी की कमान
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं। इनका अभी तक का राजनीतिक करियर काफी शानदार रहा है। इन्होंने अब तक अपने राजनीतिक करियर में 9 बार विधायकी का चुनाव जीता है। इसके बाद इन्होंने गुलबर्ग से सांसद बनने का फैसला किया और यहाँ भी यह कामयाब रहे और तो और साल 2014 में जब पूरा देश मोदी लहर में झूम रहा था।
उस समय कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता हार गए थे लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सीट बचाने में सफल साबित हुए थे और इन्होंने साल 2014 का लोकसभा चुनाव जीतकर लगातार अपनी 11वीं जीत कायम रखी थी। हालांकि, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे हार गए थे।
छात्र राजनीति से की थी राजनीति की शुरुआत
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) का जन्म कर्नाटक में 21 जुलाई 1942 को हुआ था। यह राजनीति में आने से पहले वकालत का काम किया करते थे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने राजनीति की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। अपने स्नातक की पढ़ाई के दौरान इन्होंने छात्रसंघ के महासचिव का चुनाव जीता था। मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनीति सीखते हुए और कई तरह के आंदोलनों में हिस्सा लेते काफी कुछ समझा और इसके बाद इन्होंने साल 1969 में कांग्रेस पार्टी जॉइन की और आज यह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए है।
7 साल की उम्र में छूट गया था माँ का साया
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने बचपन से ही काफी ज्यादा संघर्ष किया है। इनका जन्म एक बेहद गरीब दलित परिवार में हुआ था। मल्लिकार्जुन खड़गे जब 7 साल के थे तभी इनकी माता का निधन हो गया था। इतना ही नहीं इस दौरान इनके परिवार में कई सदस्यों का निधन हो गया था। जिससे यह तनाव में आ कर के अपने जन्मस्थान को छोड़कर गुलबर्ग में शिफ्ट हो गए थे। यहाँ पर यह अपने पढ़ाई के खर्चे को मैनेज करने के लिए सिनेमाहॉल में काम किया करते थे। इन्होंने साल 1968 में राधाबाई के साथ शादी रचाई थी और इनसे इनकी 2 बेटियाँ और 3 बेटे हैं।
गांधी परिवार से हैं बेहद करीब
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाते हैं। यह 50 साल से भी अधिक समय से राजनीति में काफी ज्यादा सक्रिय हैं। इन्होंने अब तक अपने जीवन में कुल 12 चुनाव लड़े हैं और इनमें से लगातार 11 बार जीत हांसिल किया है। हालांकि, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में खड़गे को हार का सामना करना पड़ा था।
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