Sangeeta Pingal: हमारा समाज हमेशा से ही एक पुरुषसत्तात्मक समाज रहा है। हमारे समाज में अगर किसी महिला के पति की मृत्यु हो जाए तो उस महिला को उसी वक़्त से कमज़ोर, अबला समझा जाने लगता है। लोग यह मान लेते है कि वह महिला अपने पति के बिना एक असहाय और लाचार व्यक्ति है जो अब आगे नहीं बढ़ पाएगी। क्योंकि आगे बढ़ने, विकास करने की क्षमता का आंकलन लोग सिर्फ एक पुरूष की मौजूदगी से ही लगाते हैं। परिवार का पालन पोषण करने के लिए भी पुरुष ही सबसे सामर्थ्यवान माना जाता है उसके बाद अन्य कोई भी जीव। Sangeeta Pingal Story
ऐसी परिस्थिति में अगर किसी महिला के पति का देहांत हो जाए तो लोग समझ लेते है कि अब इसके घर का भरण पोषण करने के लिए कोई भी नहीं है और अगर यह सारी परिस्थियाँ किसी गाँव देहात या किसान के परिवार की हो तो फिर उस महिला को उसके पति के बाद किसानी के इस क्षेत्र में शून्य समझा जाता है।
समाज की सोच को दी चुनौती (Sangeeta Pingal Story)
कुछ इस प्रकार की ही परिस्थितियों और समाज की इसी सोच से गुज़र रही थी महाराष्ट्र, नासिक (Nashik) के माटोरी गाँव की रहने वाली संगीता पिंगल (Sangeeta Pingal)। संगीता का कहना है कि वह उन सभी लोगों को गलत साबित करना चाहती थीं जो यह मानते हैं कि एक महिला खेती नहीं कर सकती। संगीता को अपने जीवन में एक के बाद एक आए संकटों का सामना करना पड़ा। ये भी पढ़ें – 45 आदमियों के बीच अकेली महिला कुली हैं संध्या, इज्जत से कमाती हैं, बच्चों को बनाना चाहती हैं अफसर
संगीता बताती हैं कि साल 2004 में उन्होंने जन्म सम्बंधी जटिलताओं के कारण अपना दूसरा बच्चा खो दिया था। इसके बाद साल 2007 में उनके पति का एक सड़क हादसे में देहांत हो गया। उन दिनों संगीता 9 महीने की गर्भवती थीं। इन घटनाओं के बाद संगीता टूट चुकी थीं, लेकिन उनके ससुराल वालों ने उन्हें हिम्मत दी और उनका हौसला, मनोबल बढ़ाया।
"They said women can’t farm; but here I proved them wrong by earning Rs 30L/Yr." The Story of Sangita Pingle from Nashik, who rebuilt her life as a farmer after losing her husband & child shows that having faith in yourself is the most important ingredient of success.#womenfarmer pic.twitter.com/Z1YLR5QEqk
— Himanshupatel_ (@iHimanshupatel_) October 25, 2021
अपने दम पर संभाली 13 एकड़ खेत की ज़िम्मेदारी
संगीता (Sangeeta Pingal) का पूरा परिवार खेती पर ही पूर्ण रूप से आश्रित है। पति की मृत्यु के बाद उनके 13 एकड़ की जमीन पर उनके ससुर खेती किया करते थे। लेकिन पति के जाने के कुछ सालों बाद ही संगीता के ससुर भी इस दुनिया को अलविदा कह गए। इस पूरी घटना के बाद परिवार और खेत दोनों की जिम्मेदारी पूर्ण रूप से संगीता पर ही आ गयी। मन से टूटी हुई संगीता यह सब देखते हुए और कमज़ोर बनकर नहीं रह सकती थी।
इसलिए उन्होंने फैसला किया की अब अपने खेतों की जिम्मेदारी वह स्वयं उठाएंगी। इसके बाद अपनी जमीनों की देखभाल का जिम्मा संगीता ने ही उठाया। उनके पास खेती ही वह माध्यम था जिससे उनका परिवार चल सकता था। संगीता के परिवार के सभी रिश्तेदार अलग हो गए थे क्योंकि उनका मानना था कि एक औरत अकेले खेती नहीं कर पाएगी। लेकिन संगीता ने सबकी सोच को गलत साबित किया और अकेले ही खेतों में काम करने लगी।
मुश्किलों के आगे नहीं झुकी संगीता
संगीता (Sangeeta Pingal) को खेती करने के लिए पैसों की जरूरत थी। पैसों का इंतज़ाम करने के लिए संगीता ने अपना सोना गिरवी रख कर लोन लिया। संगीता के इस संघर्ष भरे सफर में उन्हें अपने भाइयों का साथ मिला। उन्होंने संगीता को खेती के बारे में हर बात सिखाई और सही से समझायी। साइंस विषय की विद्यार्थी रही संगीता को उनके विषय का ज्ञान खेती में भी काम आया। ये भी पढ़ें – 18 साल की उम्र में पति ने छोड़ा तो बाल काटकर भाई की तरह बेटे को पाला, 14 साल बाद संभाला SI का पद
वह कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ने लगीं लेकिन इसके साथ-साथ उन्हें कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। कभी पानी का पंप खराब हो जाता तो कभी फसल में कीड़े लग जाते थे। लेकिन संगीता ने हार नहीं मानी और आगे बढ़ती रहीं। उन्होंने ट्रेक्टर चलाना भी सीखा और खुद से ही खेतों में ट्रेक्टर चलाना शुरू कर दिया।
In today’s story, we cover Sangita Pingle, a farmer from Nashik, who rebuilt herself after losing her husband and child by taking up farming,
— New India Junction (@nijunction) October 25, 2021
despite doubts that it was not a woman’s profession.
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अपनी मेहनत से खेती में कमाए लाखों रुपए, औरों के लिए बनी मिसाल
संगीता (Sangeeta Pingal) अपने खेतों में अंगूर और टमाटर की खेती करने लगीं। धीरे-धीरे संगीता की मेहनत रंग लायी और उनके द्वारा लगायी हुई अंगूरों की फसल 800 से 1000 टन तक होने लगी। जिस संगीता को लोगों ने लाचार समझा उस संगीता ने अपनी मेहनत से 25-30 लाख रुपये की कमाई कर के दिखाई।
अपने एक इंटरव्यू में संगीता कहती हैं कि वह अभी भी खेती के बारे में सीख रही हैं। फिलहाल वह अपने खेत में उगाए गए अंगूरों को एक्सपोर्ट करने के लिए प्रयास कर रही हैं। उनकी बेटी ग्रेजुएशन की छात्रा है। बेटा प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है। संगीता के अनुसार खेती ने उन्हें सब्र करना सीखाया है।
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