Success Story of IAS Ram Prakash– गरीबी और किस्मत जब इंसान की परीक्षा लेती है, तो अक्सर इंसान हालातों के आगे मार मान लेता है और निराशा भरा जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हो जाता है। लेकिन जो व्यक्ति अपने बुरे वक्त से लड़कर जीवन में आगे बढ़ता है, उसे सफलता की सीढ़ी चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है।
ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है IAS ऑफिर राम प्रकाश (IAS Ram Prakash) की, जिन्होंने स्कूल के दिनों से ही संघर्ष किया है। राम प्रकाश को स्कूल के बाद बकरियाँ चराने के लिए जाने पड़ता था, जो उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा था। इतना ही नहीं वह सिविल सर्विस की परीक्षा में कुल पांच बार फेल हुए थे, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और IAS ऑफिसर बनकर अपना सपना पूरा किया। Success Story of IAS Ram Prakash
बकरियां चराते थे IAS ऑफिसर राम प्रकाश
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से ताल्लुक रखने वाले राम प्रकाश (IAS Ram Prakash) का जीवन बचपन से ही संघर्ष भरा रहा था, क्योंकि उनका जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था। ऐसे में उनके परिवार की आर्थिक आय खेती और बकरी पालन पर निर्भर करती थी, जिसकी वजह से राम प्रकाश को स्कूल से घर लौटने के बाद बकरियाँ चराने के लिए जंगल जाना पड़ता था। इसे भी पढ़ें – 42 साल की माँ और 24 साल के बेटे ने एक साथ पास की PSC परीक्षा, लोगों के लिए बने मिसाल
राम प्रकाश ने किसी तरह आर्थिक तंगी के बीच 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी करना शुरू कर दिया था। लेकिन बिना कोंचिग या ट्यूशन के सरकारी परीक्षा को पास कर पाना आसान नहीं था, इसी वजह से राम प्रकाश एक या दो नहीं बल्कि पांच बार परीक्षा में फेल हो गए थे।
हालांकि इसके बावजूद भी राम प्रकाश ने हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे, जिसके दम पर उन्होंने छठी बार यूपीएससी की परीक्षा दी और 162 रैंक प्राप्त करने में सफल रहे। इसके बाद राम प्रकाश का चुनाव IAS अधिकारी के दौर पर किया गया, फिलहाल वह राजस्थान के पाली जिले में सीईओ जिला परिषद के पद पर तैनात हैं।
IAS राम प्रकाश ने शेयर की बचपन की यादें
IAS राम प्रकाश सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं और अपने बचपन से जुड़ी यादों को शेयर करते हैं, जिसमें उन्होंने बकरी चराने से लेकर ऊंट की सवारी करने तक की पुरानी यादों को ट्विटर यूजर्स के साथ शेयर किया था। इसे भी पढ़ें – माँ के निधन के बाद पिता ने घर से निकाला, बेटी ने नाना नानी के साथ रहकर बनी बिहार टॉपर
IAS अधिकारी ने बताया कि एक बार वह कुछ दोस्तों के साथ बकरी चराने के लिए गए थे, जहाँ एक आम का पेड़ मौजूद था। वह सभी दोस्त आम के पेड़ पर झूला झूलने लगे थे, तभी पेड़ की डाली टूट गई। किस्मत से किसी को गंभीर चोट नहीं आई थी, लेकिन डांट खाने के डर से सभी बच्चे पेड़ की टूटी हुई डाल अपने साथ घर ले आए थे।
इसी प्रकार जब IAS राम प्रकाश 7वीं कक्षा में पढ़ते थे, तो वह अपनी दादी के साथ बकरी चराने के लिए जाते थे। लेकिन एक दिन उनकी दादी ने उन्हें अकेले ही बकरी चराने के लिए भेज दिया था, ऐसे में राम प्रकाश दोस्तों के साथ खेलने में मस्त हो गए और बकरियाँ गुम हो गई। हालांकि अगले दिन बकरियों की तलाश करने पर वह पास के दबकन गाँव में मिल गई थी।
एक अन्य वाकैया शेयर करते हुए IAS राम प्रकाश ने बताया कि एक दिन उनके घर वाले बाहर गए थे, ऐसे में उन्होंने घर में मौजूद ऊंट की सवारी करने का फैसला किया। राम प्रकाश दीवार के सहारे ऊंट की पीठ पर बैठ गए और फिर अपने दोस्तों के साथ नदी किनारे सैर पर निकल गए, लेकिन रेत में चलते हुए ऊंट थोड़ा गुस्सा हो गया, जिसके बाद वह ऊंट को चुपचाप घर वापस ले आए।
IAS ऑफिसर राम प्रकाश द्वारा इन किस्सों को शेयर किए जाने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनके संघर्ष की तारीफ कर रहे हैं, जबकि उनके बचपनों के किस्सों पर खूब ठहके भी लगा रहे हैं। IAS राम प्रकाश की इस स्टोरी को जानने के बाद यकीनन बहुत से युवाओं को जिंदगी में आगे बढ़ने और बेहतर करने का प्रोत्साहन मिलेगा। इसे भी पढ़ें – मजदूर की बेटी बनी GST इंस्पेक्टर, 2 बार फेल होने के बावजूद भी नहीं छोड़ी थी उम्मीद