Diwali 2022 : भारत में दिवाली का त्यौहार काफी ज्यादा धूमधाम तरीके से मनाया जाता है। दरअसल, दिवाली का त्यौहार में लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं और ऐसा मान्यता है कि जिसका घर जितना ज्यादा रोशनी से भरा होगा वहाँ माता लक्ष्मी के आने की संभावना ज्यादा होती है। दिवाली के दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना की जाती है।
बता दें कि दिवाली के दिन लोग भगवान राम के अयोध्या आने की खुशी के साथ-साथ गणेश भगवान और लक्ष्मी माता की पूजा भी करते हैं। दिवाली में कई तरह के रीति-रिवाजों के साथ पूजा और आराधना किया जाता है। लेकिन आज के इस लेख में हम आपको उन चीजों के बारे में बताने वाले हैं जिनका प्रयोग अगर आप दिवाली की पूजा में करते हैं तो आपको काफी हद तक लाभ मिलने की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।
कमल का फूल
बता दें कि कमल का फूल काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। कमल का फूल कीचड़ से निकलता है लेकिन यह एकदम श्वेत रंग का दिखता है। गन्दगी से निकलने के बाद भी साफ होता है अर्थात यह सकारात्मक फैलाने का काम करता है।
हिंदू धर्म के मान्यता के अनुसार कमल के फूल पर माता लक्ष्मी विराजमान रहती हैं। यही कारण है कि माता लक्ष्मी की जब भी पूजा की जाती है तो कमल का फूल का उपयोग किया जाता है। यदि आप माता लक्ष्मी की आराधना करते हैं तो पूजा की थाली में कमल के फूल को जरूर शामिल करें इससे माता लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होंगी।
नारियल
नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। यह देवताओं का सबसे पसंदीदा फल माना जाता है। यही कारण है कि हिंदू धर्म में जब भी कोई पूजा पाठ की जाती है तो नारियल के फल का उपयोग अवश्य किया जाता है। ऐसे में इस बार अपने पूजा की थाली में नारियल के फल का उपयोग जरूर करें। यदि आप माता लक्ष्मी को खुश करना चाहते हैं तो आप नारियल के फल को यूज कर सकते हैं।
पीली कौड़ी
दिवाली की पूजा में पीली कौड़ी का उपयोग जरूर किया जाता है और इसके बाद इस पीली कौड़ी को तिजोरी में रखा जाता है। जिससे माता लक्ष्मी यहाँ विराजमान होती हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि पीली कौड़ी के साथ गोमती चक्र को तिजोरी में रखने पर माता लक्ष्मी तिजोरी में निवास करती हैं। ऐसे में इस दिवाली पूजा करने के बाद आप पीली कौड़ी को गोमती चक्र के साथ अपनी तिजोरी में जरूर रखें।
दक्षिणावर्ती शंख
अगर आप माता लक्ष्मी के भक्त हैं तो आपको जरूर पता होगा कि दक्षिणावर्ती शंख के बिना माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में इस दिवाली माँ लक्ष्मी की पूजा आराधना करते वक्त दक्षिणावर्ती शंख का उपयोग जरूर करें। जिससे माता लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होंगी और इससे आपको सुख और संपत्ति की प्राप्ति होगी।
पान के पत्ते और धनिया के बीज
हिंदू धर्म के शास्त्रों और पंडितों के अनुसार माता लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा के दौरान पान के पत्ते का उपयोग किया जाता है और इस पर स्वास्तिक का चिह्न बनाया जाता है। जिससे माता लक्ष्मी और भगवान गणेश काफी ज्यादा प्रसन्न होते हैं और आपकी सारी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं। इतना ही नहीं हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी की आराधना के दौरान धनिया का बीज भी उपयोग किया जाता है जिससे घर में सुख और शांति आती है।
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