Difference Between ATM and Debit Card: आज के आधुनिक युग में सारा काम ऑनलाइन तरीकों से घर बैठे पूरा हो जाता है, जिसकी वजह से व्यक्ति को न सिर्फ सुविधा होती है बल्कि उसका समय भी बचता है। ऐसे बैंकों के डिजिटल होने से आम आदमी को काफी राहत मिलती है, क्योंकि अब बैंक में पैसे जमा करने या निकालने के लिए घंटों लाइन में नहीं लगना पड़ता है।
दरअसल बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को एटीएम और डिबेट कार्ड जैसी सुविधाएँ दी जाती हैं, जिनका इस्तेमाल वह बैंक बंद होने के बाद किसी भी जगह पर आसानी से कर सकते हैं। ऐसे में कई लोगों को लगता है कि एटीएम और डिबेट कार्ड एक जैसे होते हैं, लेकिन हम आपको बता दें कि इन दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर होता है।
एटीएम और डेबिट कार्ड में अंतर | Difference Between ATM and Debit Card
भारत के लगभग सभी बैंक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए अपने ग्राहकों को एटीएम और डेबिट कार्ड की सुविधा देते हैं, ताकि ग्राहक पैसों के लेनदेन से सम्बंधित काम कभी भी पूरे कर सके। ऐसे में एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड दिखने में काफी हद तक एक जैसे होते हैं, लेकिन इनका काम बिल्कुल अलग होता है। इसे भी पढ़ें – बच्चे के नाम पर शुरू करें जीवन तरुण पॉलिसी, रोजाना 150 के निवेश से लखपति बन जाएगा बच्चा
एटीएम कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ ऑटोमेटिक टेलर मशीन यानी ATM में ही किया जा सकता है, जिसकी मदद से ग्राहक अपने अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति ऐसी जगह पर खड़ा है, जहाँ दूर-दूर तक एटीएम मशीन नहीं है तो उस स्थिति में एटीएम कार्ड को इस्तेमाल करने का कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं होता है। यह कार्ड सिर्फ एटीएम मशीन के इस्तेमाल पर ही उपयोगी साबित हो सकता है।
वहीं एटीएम कार्ड की तरह दिखने वाला डेबिट कार्ड ग्राहक के लिए काफी सुविधाजनक साबित होता है, जिसकी मदद से आप ATM से पैसे निकाल सकते हैं। इसके अलावा डेबिट कार्ड का इस्तेमाल शॉपिंग करने और खाने का बिल भरने के लिए किया जा सकता है, क्योंकि डेबिट कार्ड को स्वैप मशीन के जरिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐसे में भले ही आपके पास पैसे न हो या फिर आप एटीएम तक न जाना चाहते हों, तो उस स्थिति में डेबिट कार्ड को स्वैप करके आसानी से बिल भरा जा सकता है और यह रकम ग्राहक के अकाउंट से ऑटोमेटिक तरीके से कट जाती है। इस तरह डेबिट कार्ड का इस्तेमाल एटीएम के अलावा किसी भी ऐसी जगह पर किया जा सकता है, जहाँ स्वैप मशीन की सुविधा उपलब्ध होती है।
इसके अलावा डेबिट कार्ड पर लिखे नंबर्स की मदद से घर बैठे ऑनलाइन ट्राजैक्शन को भी आसानी से पूरा किया जा सकता है, क्योंकि इसकी मदद से ग्राहक अपने अकाउंट के साथ दूसरे व्यक्ति का अकाउंट जोड़ सकता है और नेट बैंकिंग के लिए लेनदेन को आसान बना सकता है। ऐसे में अब आप समझ ही गए होंगे कि एक जैसे दिखने वाले एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड में क्या बड़ा फर्क होता है, तो अगली बार बैंक में खाता खुलवाते वक्त अपने कार्ड को ध्यान से जरूर देख लें।
इसे भी पढ़ें – इन नस्लों की गाय को पालकर साल भर में अमीर बन सकते हैं पशुपालक, रोजाना देती हैं कई लीटर दूध