गुरुद्वारा हमेशा से ही ग़रीब लोगों के लिए कुछ ना कुछ करता आया है चाहे वह मेडिकल की सुविधा हो चाहे वह खाना खिलाने की बात तो या लोगों के ठहरने की बात हो। इसी प्रकार इस कोरोना काल में भी गुरुद्वारे की तरफ़ से जो क़दम उठाया गया है वह काबिले तारीफ है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट समिति की ओर से गुरूद्वारे में बांटे जाने वाले लंगर और बड़ा कर ग़रीब लोगों को खाना देने के लिए ‘लंगर ऑन व्हील्स‘ शुरू किया गया था, जिसके तहत हर दिन लगभग 15 हज़ार लोगों को खाना खिलाया गया। इस महामारी में भी लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़े रहे गुरुद्वारे के लोग।
अब एक नई मदद को लेकर दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारा सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा को सस्ता बनाकर मुहैया करवाने के लिए आगे आया है और ऐसा माना जा रहा है कि यह देश की सबसे सस्ती डायग्नोस्टिक सुविधा होगी। दिसम्बर में यह सेंटर गुरुद्वारा बंगला साहिब में काम करना शुरू हो जाएगा। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अनुसार, यहाँ एक MRI की क़ीमत हज़ार ना होकर सिर्फ़ 50 रुपये होगी।
एक डायलिसिस सेंटर भी गुरुद्वारा परिसर में गुरु हरकिशन अस्पताल में स्थापित किया जा रहा है, जिसमें अगले सप्ताह से काम होना शुरू हो जाएगा। DSGMC के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि समाचार एजेंसी पीटीआई कि डायलिसिस प्रक्रिया में केवल 600 रुपये ख़र्च होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, 6 करोड़ रुपये की डायग्नोस्टिक मशीनें अस्पताल को दान की गईं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डायलिसिस के लिए चार मशीनें, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और एमआरआई के लिए प्रत्येक मशीन शामिल हैं। इन सारी चीजों से गरीबों को समुचित सुविधाएँ मिल सकेगी।
ज़रूरतमंदों के लिए सिर्फ़ 50 रुपये में Magnetic Resonance Imaging (MRI) सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी और अन्य लोगों के लिए एमआरआई स्कैन की क़ीमत 800 रुपये होगी, जबकि निम्न आय वर्ग के लोग सिर्फ़ 150 रुपये में ही एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड करा सकेंगे।
बाकी अस्पतालों में औसतन एक व्यक्ति एमआरआई स्कैन के लिए 2, 500 रुपये से 3 हज़ार के करीब ख़र्च करता है। ऐसे में, यह एक बहुत बड़ी पहल होगी। इन सारी चीजों से गरीबों को समुचित सुविधाएँ मिल सकेगी।