आजकल लोग खेती से ही अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। ऐसे लोग पारंपरिक खेती को छोड़कर ऐसी खेती करने पर ध्यान देते हैं, जिसमें ऐसी फसल उगाई जाए जिसकी मांग बाजार में अधिक हो और उस पर मिलने वाला पैसा ज्यादा से ज्यादा हो। इस प्रकार लोग खेती से ही हर साल लाखों करोड़ों की कमाई करते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताएंगे, जिसका एक-एक भाग बाजार में बिक जाता है। इस पौधे का जड़, तना, फूल, पत्ती, बीज आदि सभी भाग बाजार में आसानी से और अच्छे कीमत पर बिक जाते हैं। इस औषधीय पौधे का नाम गुलखैरा है। इसका इस्तेमाल दवाइयों में सबसे अधिक किया जाता है।
गुलखैरा की खेती कैसे करें?
गुलखैरा की खेती करने के लिए आपको कुछ ज्यादा सोच विचार करने की जरूरत नहीं है। गुलखैरा की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे आप किसी भी फसल के साथ लगा सकते हैं और यह आपकी उस पारंपरिक फसल के साथ तैयार हो जाता है।
कैसे और कहां होता है गुलखैरा का प्रयोग?
गुलखैरा के फूल से बनी औशषधियों का इस्तेमाल बुखार, खांसी जैसे कई रोगों में किया जाता है। इसके अलावा मर्दाना ताकत की कमी शीघ्रपतन जैसे रोगों में इसके फूल से बनी औशषधियों का इस्तेमाल भारी मात्रा में होता है। इसके फूल, पत्तियों, तने आदि का इस्तेमाल यूनानी दवाओं में खूब होता है।
भारत में कहां-कहां होती है गुलखैरा की खेती?
भारत के लोग काफी तेजी से गुलखैरा की खेती करने में रुचि ले रहे हैं। भारत के उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, जिनमें कन्नौज, हरदोई जैसे जिलों में किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर कर रहे हैं और हर साल एक अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। इसके अलावा भारत के अलावा अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे देशों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
गुलखैरा की खेती से आप कैसे कमाई कर सकते हैं?
आपको पहली बार गुलखैरा के बीच बाजार से खरीद कर अपने खेत में इसकी बुवाई करनी पड़ती है। गुलखैरा की बुवाई नवंबर महीने में की जाती है तथा इसकी फसल अप्रैल-मई मैं तैयार हो जाती है। फसल तैयार होने के बाद गुलखैरा का पौधा अपने आप सूखकर खेत में गिर जाता है, जिसे इकट्ठा कर लिया जाता है।
अगली बार बुवाई के लिए बाजार से बीज खरीदने की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि पुरानी फसल से जो बीज निकलते हैं, उन्हीं से बुवाई संभव हो जाती है। हर वर्ष यही क्रम चलता रहता है और आप हर वर्ष बिना किसी खर्चे के एक मोटी कमाई कर पाते हैं।
यदि मार्केट में चल रहे गुलखैरा की फसल के भाव की बात करें तो गुलखैरा की फसल 10,000 रुपये प्रति कुंटल में बिकती है और एक बीघे में लगभग 5 क्विंटल गुलखैरा की फसल प्राप्त होती है। यदि इस हिसाब से देखा जाए तो हमें प्रतिवर्ष एक बीघा से 50,000 से 60,000 रुपए की कमाई आसानी से हो जाती है।