CIBIL Score Improve Tips: आज के आधुनिक दौर में घर, कार और कोई भी बिजनेस शुरू करने के लिए लोन की सुविधा उपलब्ध है, जिसके तहत ग्राहक बैंक में गारंटी देकर लोन प्राप्त कर सकता है। लेकिन किसी भी भारतीय नागरिक को बैंक से लोन तभी मिलता है, जब उसका सिबिल स्कोर अच्छा (Good CIBIL Score) होता है।
इस सिबिल स्कोर (CIBIL Score) के तर्ज पर बैंक यह पता करता है कि ग्राहक उसके लोन को लौटा सकता है या नहीं, जिसकी वजह कुछ लोगों को बैंक की तरफ से लोन नहीं मिलता है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका सिबिल स्कोर ठीक रहे या फिर आप उसे ठीक करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ टिप्स को फ्लो करना होगा।
इन वजहों से खराब होता है सिबिल स्कोर (CIBIL score is bad due to these reasons)
सिबिल स्कोर को ठीक (CIBIL Score Improve) रखने के लिए सबसे अहम चीज होती है कि ग्राहक किसी भी तरह के लोन की किश्त समय पर भरता रहे। यह किश्त मोबाइल फोन से लेकर बाइक किसी भी चीज की हो सकती है, जिसके लिए आपको हर महीने ईएमआई भरना पड़ता है। इसके साथ ही ग्राहक को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर उसके द्वारा लिया गया लोन खत्म हो गया है, तो वह प्रशासनिक स्तर पर उसके बंद होने की जांच कर ले।
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कई बार लोन खत्म हो जाता है, लेकिन प्रशासनिक फाइल्स में लोन को जारी दिखाया जाता है। इसका सीधा असर ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर बड़ता है, जो अपने आप कम हो जाता है और इसकी वजह से ग्राहक को बैंक से बड़ा लोन मिलने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
अगर आप क्रेडिट कार्ड धारक हैं और उससे शॉपिंग करते रहते हैं, तो यह जरूरी है कि आप क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भर दें। क्योंकि क्रेडिट कार्ड पर बकाया रकम कर्ज की तरह होती है, जिसे न चुकाने की स्थिति में आपका क्रेडिट स्कोर लो हो जाएगा।
सिबिल स्कोर ठीक करने का तरीका (CIBIL Score Increase Tips)
अगर आप अपने सिबिल स्कोर में सुधार (Improve CIBIL Score) करना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले अपने ऊपर किसी भी प्रकार का कर्ज या लोन नहीं रखना होगा। इसके अलावा किसी अन्य व्यक्ति के लोन गारंटर बनने से भी परहेज करें, क्योंकि अगर वह व्यक्ति समय पर लोन नहीं चुकाएगा तो इसका असर आपके सिबिल स्कोर पर बड़ सकता है।
कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति या कंपनी के साथ ज्वाइंट अकाउंट नहीं खुलवाना चाहिए, जो बकाया राशि का भुगतान करने में देरी करता है। ऐसा करने पर ज्वाइंट अकाउंट में मौजूद दूसरे व्यक्ति का सिबिल स्कोर प्रभावित होता है, क्योंकि बकाया राशि का भुगतान करने के लिए दोनों पार्टियों को जिम्मेदार माना जाता है।
ग्राहक को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह एक समय में 1 से अधिक लोन न ले, क्योंकि इसका सीधा असर उसके सिबिल स्कोर पर पड़ता है। कई बार व्यक्ति एक लोन का भुगतान कर देता है, जबकि दूसरे लोन को चुकाने के लिए पैसे इकट्ठा नहीं कर पाता है जिसकी वजह से उसका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है।
अगर आप बड़ा लोन लेते हैं, तो कोशिश करें कि उसकी अवधि लंबी होनी चाहिए। ऐसे करने पर ईएमआई की किश्तों की धनराशि कम होती है, जिसकी वजह से ग्राहक को लोन चुकाने में समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है और रेगुलर पेमेंट होने पर उसके सिबिल स्कोर में सुधार आ जाता है।
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