Air Conditioners: भारत में प्री मानसून दस्तक दे चुका है, जिसकी वजह से कई राज्यों में हल्की फुल्की बारिश देखने को मिल रही है। ऐसे में रिमझिम बारिश के बाद अचानक धूप आने से नमी हो जाती है, जिसकी वजह से चिपचिपी गर्मी का एहसास होता है और घर के अंदर रहने या बाहर निकलने में काफी दिक्कत होती है।
वहीं उमस की वजह से एयर कंडीशनर की वर्किंग कैपेसिटी में भी असर पड़ता है, जिसकी वजह से एसी ज्यादा लोड लेता है और कमरा ठंडा करने में समय लगाता है। ऐसे में यह जरूरी है कि बारिश के मौसम में एसी को सही मोड पर चलाया जाए, ताकि कमरे में उमस या चिपचिपी गर्मी के हालात पैदा न हो।
Air Conditioners में होता है ड्राई मोड
इन दिनों AC को एडवांस टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है, जिसमें अलग-अलग मौसम के लिए मोड्स दिए होते हैं। ऐसे में बारिश या नमी वाले सीजन के लिए एसी में ड्राई मोड दिया जाता है, जो कमरे की नमी को कंट्रोल करने के साथ-साथ उसे अब्जॉब करने में भी मददगार साबित होता है।
ऐसे में बारिश के सीजन में AC को ड्राई मोड पर चलाने से कंप्रेसर थोड़ी-थोड़ी देर में अपने आप ऑन ऑफ होता रहता है, जिससे कमरे में मौजूद नमी और गीलापन सूखने लगता है। इस वजह से एसी कमरे को जल्दी ठंडा करता है और कमरे में बैठे व्यक्ति को चिपचिपी गर्मी या उमस का सामना नहीं करना पड़ता है।
इसी प्रकार एयर कंडीशनर में अन्य प्रकार के मोड्स भी होते हैं, जिसमें कूल मोड, ड्राई मोड, फैन मोड, स्लीप मोड, टर्बो मोड, एनर्जी सेवर मोड, हीट मोड, ऑटोमेटिक मोड, क्वाइट मोड और सेल्फ क्लीन मोड शामिल है। यह सभी मोड्स वेदर कंडीशन और एसी की जरूरतों को ध्यान में रखकर दिए जाते हैं, जिन्हें ग्राहक अपने हिसाब से यूज कर सकता है।
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