Actual Price Of Drinking Water Bottle : आज के समय में बड़े-बड़े होटल से लेकर ट्रेन में सफर करने के दौरान पानी के बोतल का चलन इस वक्त तेजी से बढ़ता जा रहा हैं. हमें ₹20 का जो पानी का बोतल मिलता है, उसमें वह दावा किया जाता है कि यह पूरी तरह से शुद्ध होता है.
इसी वजह से इसकी कीमत इतनी ज्यादा होती है, पर क्या यह दावा वाकई में सही है या केवल यह खानापूर्ति के लिए कही जाती है. ₹20 में हम जिस बोतल को खरीदते हैं उसे पूरी तरह से तैयार करने में कितनी लागत लगती है, उसे जानकर आप की भी होश उड़ जाएंगें. ये हमारे पास आते- आते 3 गुना से भी ज्यादा महंगा हो जाता है.
बस इतनी सी होती है लागत
₹20 का जो बोतल हम खरीदते हैं उसके निर्माण के लिए सबसे पहले तो कंपनियों को प्लास्टिक की 1 लीटर की बोतल 80 पैसे की पड़ती है. 1 लीटर पानी की लागत 1 रुपये 20 पैसे आती है. अगर बात प्यूरिफाई करने की आए तो पानी को प्यूरिफाई करने में बस 3 रुपये 40 पैसे का खर्च होता है. अगर एक्स्ट्रा कहीं पहुंचाने या कहीं से लाने का खर्च जोड़े तो उसमें एक रुपए भी अगर शामिल कर ले तो पानी की 1 बोतल में कुल 6 रूपया 40 पैसे का खर्च आता है, जो हमारे पास आते- आते ₹20 यानी कि 3 गुना से भी ज्यादा महंगा कीमत में बिकने लगता है.
कितना सुरक्षित है बोतल का पानी
भले ही उस बोतल पर यह तमाम दावे किए जाते हैं कि यह पूरी तरह से शुद्ध है, पर कुछ जांच में यह पता चला है कि कई ऐसे ब्रांड है जिनकी क्वालिटी खराब होती है. यानी कि किमत तो बेहतरीन पानी की हमसे वसूल रहे हैं लेकिन हमें अच्छी गुणवत्ता वाली पानी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. देखा जाए तो लगभग पिछले 2 दशकों से भारत में बोतलबंद पानी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और दिन प्रतिदिन अब लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं जिसके भविष्य में बढ़ने की बहुत सारी संभावनाएं भी नजर आ रही है.