भारत जितनी तेजी से आधुनिक हो रहा है, उतनी ही तेजी से आम ज़रूरतों की चीजों की क़ीमत आसमान छू रही है। सब्जी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम तक सब कुछ महंगा हो रहा है, तो ऐसे में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर ध्यान अपने आप चला जाता है। जिस हिसाब से पेट्रोल की क़ीमत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, उसी रफ़्तार से लोगों ने अपने वाहनों को घर से बाहर निकालना बंद कर दिया। लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि जहाँ एक तरफ़ दूसरे देशों में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, वहीं भारत इस क्षेत्र में क्या क़दम उठा रहा है।
अगर आप भी इसी सवाल का जवाब तलाश कर रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। क्योंकि भारत में भी इलेक्ट्रिक वाहनों के चलन पर काफ़ी ज़ोर दिया जा रहा है और इसी क्रम में IIT-DELHI ने GELIOSE MOBILITY नामक स्टार्टअप शुरू किया है, जिसके जरिए आम लोगों को बहुत जल्द नए ई-स्कूटर ‘होप’ (E-scooter HOPE) की सवारी करने का मौका मिलेगा।
क्या है Hope Startup (E-scooter HOPE)
यह तो हम सभी जानते हैं कि भारत के ज्यादातर राज्यों में ट्रैफिक एक बहुत बड़ी समस्या है, ऊपर से बढ़ती पेट्रोल की कीमतों ने लोगों का निजी वाहनों में सफ़र करना मुश्किल किया हुआ है। ऐसे में लोगों की समस्या को देखते हुए होप नामक इलेक्ट्रिक स्कूटर तैयार किया गया है, जो पेट्रोल से चलने वाले सामान्य स्कूटर की तुलना में सस्ता और फायदेमंद होगा। जहाँ एक तरफ़ पेट्रोल वाले स्कूटर में प्रति किलोमीटर 2.5 रुपए ख़र्च होते हैं, वहीं होप स्कूटर में मात्र 20 पैसे प्रति किलोमीटर के तक सफ़र किया जा सकता है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि होप ई-स्कूटर को इस्तेमाल करने से आम जन को कितना फायदा होगा।
क्या है कीमत और फायदे
कंपनी ने इस स्कूटर (E-scooter HOPE) की शुरूआती क़ीमत 46, 999 रुपए रखी है, जिसमें बैटरी पोर्टेबल की सुविधा भी मौजूद है। इतना ही नहीं होप ई-स्कूटर में ग्राहकों को कम क़ीमत के साथ-साथ इंटरनेट से कनेक्टेड रहने की सुविधा भी मिलेगी। होप ई-स्कूटर को एक बार फुल चार्ज होने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है, जिसके बाद आप कई किलोमीटर तक इस स्कूटर को चला सकते हैं।
होप ई-स्कूटर (E-scooter HOPE) में दो तरह की बैटरी दी गई है, जिससे इसकी रफ़्तार और लाइफ ज़्यादा बढ़ जाती है। इस ई-स्कूटर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से दौड़ने में सक्षम है, जिसे आप बिना ड्राइविंग लाइसेंस के भी सड़कों पर चला सकते हैं। यानी कॉलेज स्टूडेंट से लेकर एक साधारण-सी नौकरी करने वाला व्यक्ति भी होप ई-स्कूटर को चला सकता है।
पर्यावरण और पॉकेट के लिए फायदेमंद (E-scooter HOPE)
दुनिया भर में फैलने वाली आधी से ज़्यादा बीमारियों का कारण प्रदूषण है, जो पेट्रोल और डीजल वाली गाड़ियों से सबसे ज्याद फैलता है। हालांकि इसके बावजूद भी लोग बड़ी संख्या में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहन खरीदते हैं और पर्यावरण में प्रदूषण फैलने का काम करते हैं। लेकिन अगर आप होप ई-स्कूटर का इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी जेब के साथ-साथ पर्यावरण को फलने-फूलने में मदद मिलेगी।
दरअसल होप एक ई-स्कूटर (E-scooter HOPE) है, जो बिजली से चार्ज करने पर चलता है। ऐसे में जब आप इस ई-स्कूटर का इस्तेमाल करेंगे, तो पेट्रोल के धुंए से फैलने वाला प्रदूषण नहीं होगा। इसके अलावा होप को इस्तेमाल करने का एक फायदा यह भी है कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की वज़ह से आपकी जेब पर कोई दबाव नहीं पड़ेगा और आप अच्छी रफ़्तार वाले ई-स्कूटर का इस्तेमाल भी कर पाएंगे।