केरल; अगर हम आपसे जुगाड़ की बात करें और भारतीयों की बात ना करें तो ये बहुत बड़ी नाइंसाफी हो जाएगी। भारत ही वह देश है जहां लोग चीज खराब हो जाने पर मिस्त्री के पास ले जाने से पहले ख़ुद ही उसके मिस्त्री बन जाते हैं। वह हो सकता है घर में पड़े कबाड़ से ही कोई जुगाड़ बना दें।
आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे हैं, वह भी किसी ऐसे ही जुगाडू आदमी की है जिसने मोटरसाइकिल की ज़रूरत होने पर लकड़ी की बुलेट बना दी। वह भी कोई शो पीस नहीं, सड़क पर धक-धक करके चलने वाली। आइए आपको बताते हैं कौन है वह जुगाडू शख़्स…
जिदहिन करुलाई (Jidhin karulai)
जानकारी के मुताबिक ये युवक केरल (Kerla) का रहने वाला है। इसका नाम जिदहिन करुलाई (Jidhin karulai) है। जिदहिन करुलाई पेशे से इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं। आज के दो साल पहले उन्हें आइडिया आया कि क्यों ना एक लकड़ी की मोटर साइकिल तैयार की जाए तभी से वह इस काम पर जी जान से लग गए।
मलेशियाई लकड़ी का किया इस्तेमाल
जिदहिन करुलाई (Jidhin karulai) ने बुलेट को बनाने में ज्यादातर भारत की ही लकड़ी लगाई है। लेकिन बुलेट के टायर बनाने में मलेशियाई लकड़ी का इस्तेमाल करना पड़ा है। वहीं अन्य पैनलों में रोजवुड और टीक जैसी लकड़ी का इस्तेमाल किया है। जिदहिन करुलाई के लिए यह कोई पहला मौका नहीं है जब उन्होंने मोटर साइकिल बनाई हो। सात पहले भी जब उनके दिमाग़ में ऐसी ही खुराफाती बात आई थी, तो छोटी-सी बुलेट मोटरसाइकिल बना डाली थी। ये मोटरसाइकिल भी लकड़ी ही थी। इस मोटरसाइकिल ने पूरे इलाके में जिस तरह से वाहवाही बटोरी वह जिदहिन करुलाई के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई।
कमाल ही है बुलेट
जिदहिन करुलाई (Jidhin karulai) ने सात साल पहले जो बुलेट बनाई थी उसे तो सिर्फ़ देखा जा सकता था, लेकिन जिदहिन करुलाई की नई बुलेट से यात्रा भी की जा सकती है। जब से उन्होंने ये बुलेट बनाई है उनके घर में इसे देखने वालों की भीड़ लगो है। ऐसे में जिदहिन करुलाई ने अपने दिमाग़ से जो कलाकारी दिखाई है उसे लेकर बेहद उत्साहित हैं। ‘Awesome Gyan’ उन्हें उनके इस काम के लिए बधाई देता है।