Agada Herbal Remedies – हर आदमी के पास एक कला है। बस शर्त है कि वह इस कला का कितना उपयोग करता है। कुछ लोग इस कला को पहचान लेते हैं। लेकिन कुछ लोग अपनी इस कला को नहीं पहचान पाते। जो इस कला को पहचान लेता है यकीनन वह एक दिन नई ऊंचाई पर होता है। उसके लिए कभी अपनी कला का प्रदर्शन करना कोई काम नहीं होता।
आइए, जानते हैं आज एक ऐसी महिला के बारे में जिसने अपनी कला को पहचाना और घर बैठे हेयर आयल बना डाला। आज इसी हेयर आयल की बदौलत वह हर महीने 10 लाख की आमदनी कर रही है। साथ ही महिलाओं को रोजगार भी देने का काम कर रही हैं। तो आइए आज आपको बताते हैं इस महिला के बारे में।
कौन है ये महिला (Vidya M.R)
केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली ये महिला हैं विद्या एम. आर. (Vidya M.R). विद्या फिलहाल केरल (KERALA) में ही संविदा आधार पर कर्मचारी हैं। जो कि बतौर कंप्यूटर असिस्टेंट काम करती हैं। 42 साल की विधा का कभी बिजनेस जैसा कुछ करने का कोई इरादा नहीं था। विद्या बताती हैं कि बेटी जो कि अभी स्कूल में पढ़ती है। वह बालों में डैंड्रफ से बेहद परेशान थी। कई सालों तक तमाम तेल और दवाएँ इस्तेमाल करने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। उसे डैंड्रफ के चलते स्कूल में बच्चे चिढ़ाते भी थे। ऐसे में उन्होंने घरेलू नुस्खे को अपनाकर एक तेल बनाया। तेल उनकी बेटी के लिए बेहद असरदार साबित हुआ। कुछ ही महीनों में सारा डैंड्रफ ख़त्म हो गया।
मां से ली थी सलाह
विद्या बताती हैं कि उन्होंने जब सब कुछ आजमा लिया था तो अपनी माँ से बात करना उचित समझा। माँ ने उन्हें किसी दवा या तेल की बजाय घरेलू नुस्खे आजमाने को कहा। माँ ने कहा कि नारियल का दूध, एलोवेरा, आंवला, गुड़हल मिलाकर एक ऑइल तैयार करो। जिसे लगातार बालों में कुछ दिनों तक लगाए। शायद इससे फ़र्क़ ज़रूर पड़ जाए। माँ का बताया ये पारंपरिक तरीक़ा कितना कारगर होगा ये तो पता नहीं था। लेकिन विद्या ने फिर तीन दिन की मेहनत के बाद इसे तैयार कर दिया।
कुछ ही दिनों में दिख गया असर
विद्या का मानना था कि जब सब कुछ आजमा लिया तो भला ये नुस्खा कौन-सा फायदा दे देगा। लेकिन जब विद्या ने इसे अपनी बेटी के बालों पर लगाया तो नतीजे देखकर हैरान रह गई। कुछ ही दिनों बाद डैन्ड्रफ पूरी तरह साफ़ हो गया। जिस परेशानी से वह और उनकी बेटी सालों से परेशान थी, वह इस घरेलू नुस्खे से हल हो जाएगी इसका उन्हें कोई अंदाजा नहीं था।
कई लोगों ने तेल की कर दी डिमांड
तेल के प्रयोग के बाद गायत्री (GAYATRI) जब स्कूल पहुँची तो उसके साथी हैरान रह गए। उन्हें तो लगा मानो गायत्री के साथ चमत्कार हो गया। वह इस परेशानी का राज पूछने लगे। इसके बाद गायत्री ने उन्हें सारी बात बताई। गायत्री की बातों से वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने भी तेल की डिमांड कर दी। साथ ही उनकी टीचर ने भी वह तेल देखना चाहा। इसके बाद गायत्री ने सारी बात अपनी माँ को बताई और तेल उनके स्कूल तक पहुँच गया।
जब मिला स्टार्टअप करने की सलाह
विद्या बताती हैं कि जिसने भी तेल इस्तेमाल किया उसे फायदा हुआ। इसलिए उसने इस तेल की डिमांड और की। साथ ही विद्या के रिश्तेदार और पड़ोस के लोग भी इस तेल की डिमांड करने लगे। लगातार तेल की बढ़ती मांग को देखकर उन्हें एक महिला ने सलाह दी कि आप इस तेल के काम का स्टार्टअप क्यों नहीं शुरू कर लेती। लेकिन विद्या इस बात से असहमत थी। क्योंकि उसे संशय था कि पता नहीं काम चले या नहीं।
बैंक से लोन लेकर शुरू कर दिया स्टार्टअप Agada Herbal Remedies
विद्या ने देखा जब इस तेल की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। तो उन्होंने इस तेल पर काम करना शुरू कर दिया। शुरुआत में तो उन्होंने इस तेल को अपने रिश्तेदारों को भेजा। साथ ही अपने आसपास की दुकानों पर तेल रखवा दिया। विद्या ने जब देखा कि ये काम तेजी पकड़ रहा है, तो सन् 2018 में बैंक से लोन लिया और इस काम को स्टार्टअप (Agada Herbal Remedies) का रूप दे दिया। पहले वह घरेलू तरीके से तेल को बनाती थी, फिर मशीन खरीद ली। अब वह बेहतर पैकिंग के साथ दोबारा से बाज़ार में उतर चुकी थी।
बना ली वेबसाइट
विद्या बताती हैं कि पहले वह सोशल मीडिया साइट्स (SOCIAL MEDIA) पर तेल की फोटो पोस्ट कर देती थी। लोग उसे देखने के बाद आर्डर कर देते थे। बढ़ती मांग को देखते हुए अब उन्होंने ख़ुद का ई-कॉमर्स पोर्टल बना लिया है। लोग उसी पर विजिट करते हैं और उनके सारे प्रोडक्ट देख सकते हैं। साथ ही प्रोडक्ट की डिटेल भो देख सकते हैं। इसके साथ ही अब उन्होंने अमेजन, फ्लिपकार्ट के साथ दूसरी वेबसाइटों से भी साझेदारी कर ली है। इन सब के माध्यम से आज उन्हें रोजाना 500 के करीब आर्डर प्राप्त रहे हैं। वह अपने प्रोडक्ट को अब केरल के साथ दूसरे राज्यों और पड़ोसी देशों में भी सप्लाई करने का काम कर रही हैं।
विद्या अब स्टार्टअप (Agada Herbal Remedies) के साथ लोगों को रोजगार भी दे रही हैं। आज उनके पास दस महिलाएँ भी काम करती हैं। जो कि तेल के साथ साबुन, शैम्पू भी बनाती हैं। विद्या के ही मार्गदर्शन में वह महिलाएँ उनके घर पर काम करती हैं।
कैसे तैयार होता है तेल Agada Herbal Remedies
विद्या ने इस काम के लिए कभी भी कहीं ट्रेनिंग नहीं ली है। विद्या सिर्फ़ अपने माँ के बताए नुस्खे पर ही काम कर रही हैं। वह इसके लिए लोकल स्तर पर किसानों और बाज़ार के लोगों से सीधा संपर्क स्थापित करती हैं। विद्या तेल बनाने में लगने वाला नारियल, आंवला, अश्वगंधा, तुलसी, हल्दी, एलोवेरा सीधे किसानों से खरीद लेती हैं। इसके बाद उनके साथ काम कर रही महिलाएँ इसे साफ़ करके धूप में सुखा देती हैं।
इसके बाद उनकी पत्ती और तने को अलग करके छोटे-छोटे टुकड़े में काट लिया जाता है। इसके बाद उसे चूल्हे पर अच्छी तरह उबाल लेती हैं। जिससे उनका रख निकल जाता है। बाद में इसे मशीनों की मदद से तेल में तब्दील कर दिया जाता है। फिर यह पैक करके बाज़ार में उतार दिया जाता है।