Retrofitting: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से कई लोग अपनी पेट्रोल वाली कार को इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) में कन्वर्ट करवा रहे हैं। ऐसे में अगर आपकी फ्यूल से चलने वाली कार पुरानी हो गई है या फिर आप उसे इलेक्ट्रिक कार में बदलना चाहते हैं, तो इसके लिए सरकार बेहतरीन मौका दे रही है।
किसी भी सामान्य कार को इलेक्ट्रिक (Electric Car) बनाने के लिए उसमें इलेक्ट्रिक कीट (Electric Kit) लगवाने की जरूरत होती है, जिसमें बैटरी और मोटर शामिल होती है। ऐसे में कम रेंज वाली बैटरी और मोटर लगवाने का खर्च 3 से 6 लाख रुपए आता है, जबकि ज्यादा दमदार बैटरी और मोटर लगवाने पर आपको 8 से 10 से लाख रुपए खर्च करने होंगे।
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ऐसे में नॉर्मल कार को इलेक्ट्रिक (Electric Car) बनाने में थोड़ा-सा खर्च ज्यादा होता है, लेकिन इस खर्च में सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जाती है। इस वजह से आपका खर्च आधा हो जाएगा, जबकि कार के सस्पेंशन और बॉडी लाइन भी पूरी तरह से बदल जाएगी।
इसके साथ की इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) को नया रजिस्ट्रेशन नंबर भी मिलेगा, जिसकी वजह से पुरानी कार को नए सिरे से नई कार की तरह चला सकते हैं।
आपको बता दें कि हर राज्य में कार की रेट्रोफिटिंग (Retrofitting) के लिए सब्सिडी के मानक अलग हैं, इसलिए अगर आप अपनी पुरानी फ्यूल वाली कार को इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) में तब्दील कर रहे हैं तो उससे पहले रेट्रोफिटिंग (Retrofitting) से जुड़ी जानकारी प्राप्त जरूर कर लें।
इससे आपको पता चलेगा कि कार को इलेक्ट्रिक रूप देने में आपको अपनी जेब से कितना पैसा खर्च करना पड़ेगा और सरकार से कितनी सब्सिडी प्राप्त होगी।