भारत समेत दुनिया भर में मशरूम को सेवन किया जाता है, जो पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। ऐसे में देश के कई राज्यों में किसान मशरूम की खेती करते हैं, जिसकी दुनिया भर में कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। हालांकि उनमें से ज्यादातर मशरूम जहरीले और खाने लायक नहीं होते हैं, लेकिन कुछ विशेष प्रजाति के मशरूम हजारों रुपए की कीमत पर बिकते हैं।
ऐसे में अगर आप मशरूम की खेती करके पैसे कमाना चाहते हैं, तो आपको गुच्छी प्रजाति के मशरूम (Gucchi Mushroom) के बारे में पता होना चाहिए। इस मशरूम का स्वाद काफी हद तक नॉनवेज की तरह होता है, जबकि इसमें पोषक तत्वों की मात्रा सामान्य मशरूम के मुकाबले काफी ज्यादा होती है।
जंगलों में उगता है गुच्छी मशरूम
गुच्छी मशरूम (Gucchi Mushroom) एक पहाड़ी और जंगली सब्जी है, जो हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, शिमला, मनाली और उत्तराखंड व जम्मू कश्मीर में स्थिति घने जंगलों में उगता है। गुच्छी मशरूम की खेती नहीं की जाती है, बल्कि यह कुदरती रूप से जंगलों में विकसित होता है। यह मशरूम जंगली घास और फूलों के बीच गुच्छे में विकसित होता है, जिसकी वजह से इसका नाम गुच्छी मशरूम रखा गया है। Read Also : ये बिजनेस शुरू करके होगी छप्पर फाड़ कमाई, बस एक छोटे से कमरे में ऑफिस खोलकर बैठ जाइये, जॉब लेने वालों की लग जाएगी लाइन
प्राचीन काल में Gucchi Mushroom का इस्तेमाल दवाईयाँ बनाने के लिए किया जाता था, जबकि वर्तमान में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के स्थानीय लोग गुच्छी मशरूम को सूखाकर सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वहीं कई लोग गुच्छी मशरूम को बाज़ार में बेचकर अच्छी आमदनी भी कमा लेते हैं, जिसकी कीमत 30 हजार रुपए प्रति किलोग्राम तक होती है।
चूंकि गुच्छी मशरूम घने जंगलों में कुदरती रूप से उगता है, इसलिए पहाड़ों में रहने वाले स्थानीय लोग जंगल में घूम घूमकर इस मशरूम की तलाश करते हैं। यह काफी मुश्किल और मेहनत भरा काम होता है, जिसकी वजह से लोग ग्रुप में काम करते हुए गुच्छी मशरूम की तलाश करते हैं।
गुच्छी मशरूम (Gucchi Mushroom) में विटामिन बी, -सी और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो दिल से सम्बंधी रोगों को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। यही वजह है कि गुच्छी मशरूम को संजीवनी माना जाता है, जिसका सब्जी से ज्यादा औषधि के रूप में सेवन किया जाता है।
इस मशरूम (Gucchi Mushroom) का वैज्ञानिक नाम मार्कुला एस्क्यूपलेंटा है, जो फरवरी से अप्रैल महीने के बीच में पहाड़ी जंगलों में बड़े पैमाने पर उगता है। इसके अलावा गुच्छी मशरूम की डिमांड अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में भी काफी ज्यादा रहती है, जिसे अमेरिका, यूरोप, फ्रांट और इटली जैसे देशों में बड़े चांव के साथ खाया जाता है।
Read Also : रेलवे स्टेशन अपनी दुकान खोल कर लाखों कमाएं, 24 घंटे मिलेंगे हजारों ग्राहक, जाने क्या है प्रोसेस