BCCI President Roger Binny Pofile : बीसीसीआई के नए अध्यक्ष, रोजर बिन्नी (Roger Binny) चुने जा चुके हैं। इससे पहले बीसीसीआई के अध्यक्ष की कमान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के हाथों में थी। हालांकि, अब बीसीसीआई अध्यक्ष की कमान रोजर बिन्नी के हाथों में आ गई है। Roger Binny News
रोजर बिन्नी (Roger Binny) भारत के पूर्व बल्लेबाज रह चुके हैं और इन्होंने अपने क्रिकेट के करियर में कई सारे रिकॉर्ड भी बनाए हैं। ऐसे में बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष बने रोजर बिन्नी के बारे में कुछ खास बातें हम आपको इस लेख के जरिए बताने वाले हैं। BCCI New President
1- रोजर बिन्नी को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना गया है और इस अध्यक्ष की रेस में शायद ही इनसे बेहतरीन विकल्प कोई और था। क्योंकि यह भारत के सबसे ईमानदार और मेहनती क्रिकेटरों में से एक रहे हैं। BCCI President List
2- Who Is Roger Binny : रोजर बिन्नी साल 1980 में टीम के सबसे पॉपुलर और बेहतरीन खिलाड़ियों के लिस्ट में शामिल थे। रोजर बिन्नी और मदनलाल की जोड़ी ने सात-आठ वर्षों तक कपिल देव के सहायक के रूप में एक बेहतरीन भूमिका अदा की थी।
3- Roger Binny Career Record : साल 1983 में भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जिताने में कपिल देव, यशपाल शर्मा और संदीप पाटिल की तरह ही रोजर बिन्नी ने भी काफी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था और इन चार खिलाड़ियों के योगदान के बदौलत ही भारत ने साल 1983 में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को अपने नाम किया था।
4- साल 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में रोजर बिन्नी ने कुल 7 विकेट लिए थे और एक नया रिकॉर्ड बना दिया था। इतना ही नहीं रोजर बिन्नी ने यह भी साबित कर दिया था कि वह किसी से कम नहीं है। वह एक बेहतरीन प्लेयर हैं।
5- Roger Binny Record : भारतीय टीम में रोजर बिन्नी को निचले स्तर पर बल्लेबाजी का मौका मिलता था लेकिन कर्नाटक के तरफ से रोजर बिन्नी ने कई बार बल्लेबाजी का आगाज किया है और कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। बता दें कि 1977-78 में रोजर बिन्नी ने केरल के खिलाफ संजय देसाई के साथ मिलकर 451 रन की साझेदारी की थी और एक नया रिकॉर्ड बना लिया था।
6- रोजर बिन्नी भारतीय टीम के एक बेहतरीन बल्लेबाज थे। हालांकि, यह बिल्कुल अंतिम में आते थे लेकिन यह अपने बेहतरीन प्रदर्शन के वजह से जाने जाते थे। उस समय शीर्ष छह बल्लेबाजी में अपना जगह बनाना मुश्किल था। हालांकि, रोजर बिन्नी जब भी खेलते थे काफी बेहतरीन तरीके से खेलते थे।
7- रोजर बिन्नी एक प्रभावी स्विंग गेंदबाज थे। लेकिन फिर भी यह टेस्ट करियर में उतना ज्यादा लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाए और टेस्ट करियर में अपना करियर भी नहीं बना पाए. रोजर बिन्नी ने टेस्ट के कुल 27 मैच खेले थे और इन 27 मैचों में रोजर बिन्नी ने कुल 47 विकेट अपने नाम किए थे। लेकिन यह टेस्ट में अपना करियर बनाने में असफल साबित हुए.
8- रोजर बिन्नी एक प्रभावी स्विंग गेंदबाज थे। लेकिन स्पीड कम होने के कारण है यह भारतीय पिचों पर अपना जादू नहीं चला सके और सुनील गावस्कर के साथ इनका टेस्ट करियर समाप्त हो गया। जिस दिन सुनील गावस्कर ने टेस्ट करियर से संन्यास लिया उसी दिन रोजर बिन्नी का भी टेस्ट करियर समाप्त हो गया।
9- रोजर बिन्नी ने अपने करियर में एक बार पाकिस्तान के साथ टेस्ट सीरीज में 56 रन देकर कुल 6 विकेट हासिल किए थे और यह उनके टेस्ट करियर का सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है। यह उनके टेस्ट करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन माना जाता है।
10- भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर होने के बाद खिलाड़ी रणजी शायद ही खेलते हैं लेकिन रोजर बिन्नी एक ऐसे प्लेयर थे जो भारतीय टीम से बाहर होने के बाद से रणजी खेलते थे। उन्होंने काफी लंबे समय तक रणजी खेला था। इतना ही नहीं इनकी कप्तानी में राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले जैसे क्रिकेटरों ने अपना पहचान बनाया था।
11- बाद में रोजर बिन्नी ने भारतीय अंडर-19 टीम के कोच का पदभार संभाला था और इनके देखरेख में साल 2000 में भारतीय अंडर-19 टीम ने वर्ल्डकप का खिताब अपने नाम किया था। इतना ही नहीं रोजर बिन्नी को साल 2012 में राष्ट्रीय चयनकर्ता भी बनाया गया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
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