पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया, आपने टीवी में कई बार इस विज्ञापन को देखा होगा, जिसमें स्कूली शिक्षा को महत्व और बढ़ावा दिया गया है। लेकिन असल मायनों में शिक्षा सिर्फ विज्ञापन तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत पड़ती है।
ऐसा ही कुछ किया मध्य प्रदेश में रहने वाले एक किसान ने, जिन्होंने स्कूल निर्माण के लिए 4 बीघा जमीन दान में दे दी। उस जमीन की कीमत लगभग 25 लाख रुपए थी, लेकिन किसान ने गांव के बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पैसों के आगे शिक्षा को महत्व देना ज्यादा जरूरी समझा और देश के सामने एक अनोखी मिसाल पेश की है।
किसान ने पेश की दरियादिली की मिसाल
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां लगभग 60 से 70 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर है। ऐसे में किसी भी किसान के लिए उसकी जमीन और खेत से ज्यादा कोई दूसरी चीज महत्वपूर्ण नहीं होती है, लेकिन मध्य प्रदेश में रहने वाले बृजेंद्र सिंह रघुवंशी नामक किसान के लिए जमीन से ज्यादा शिक्षा का महत्व है।
मध्य प्रदेश के अशोक नगर (Ashok Nagar) जिले में स्थित महिदपुर गांव (Mahidpur Village) से ताल्लुक रखने वाले किसान बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh Raghuvanshi) ने स्कूल निर्माण के लिए 4 बीघा जमीन दान में दे दी है, क्योंकि स्कूल बनाने के लिए जमीन की कमी हो रही थी। बृजेंद्र सिंह ने जो जमीन मुफ्त में स्कूल प्रशासन को दी है, उसकी हालिया कीमत 25 लाख रुपए के करीब है। ये भी पढ़ें – गरीब बच्चों को दान में दे दिए रिटायरमेंट में मिले 40 लाख रुपए, मध्यप्रदेश के सरकारी शिक्षक ने पेश की मिसाल
अशोकनगर जिले के ग्राम महिदपुर के किसान श्री बृजेंद्र सिंह रघुवंशी जी ने CM Rise School के लिए शासकीय भूमि की उपलब्धता ना होने के कारण अपनी निजी 4 बीघा जमीन CM राइज स्कूल बनने के लिए शासन को दान देने की घोषणा की हैं।
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) April 10, 2022
श्री रघुवंशी जी की सह-हृदयता को सलाम.. pic.twitter.com/hgV8WQoSvQ
वरना किसी दूसरे गांव में बनता स्कूल
दरअसल महिदपुर गांव में एक सरकारी स्कूल का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए 10 बीघा जमीन की जरूरत थी। लेकिन स्कूल प्रशासन को सिर्फ 6 बीघा जमीन ही प्राप्त हो पाई थी, जिसकी वजह से सरकार ने किसी दूसरे गांव में स्कूल बनाने का फैसला किया। ऐसे में जब किसान बृजेंद्र सिंह को इस बात की भनक लगी, तो उन्होंने स्कूल प्रशासन से बात करके 4 बीघा जमीन दान में देने का फैसला किया।
जिस जगह पर स्कूल का निर्माण होना है, उससे बृजेंद्र सिंह की 4 बीघा जमीन जुड़ी हुई है। ऐसे में बृजेंद्र सिंह नहीं चाहते थे कि जमीन की कमी की वजह से स्कूल किसी दूसरे गांव में बनाया जाए, क्योंकि उसकी वजह से महिदपुर गांव के बच्चों को स्कूल जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी और ज्यादातर बच्चे स्कूल दूर होने की वजह से पढ़ाई लिखाई से वंचित हो जाएंगे। ये भी पढ़ें – बेटी पैदा होने पर इतनी खुशी की बिटिया को घर लाने के लिए पिता ने बुक कर लिया हेलीकॉप्टर, भव्य अंदाज में किया स्वागत
सीएम राइज स्कूल के लिए कम पड़ी जगह तो ग्रामीण ने कर दी 25 लाख की जमीन दान देने की पेशकश.
— कुलदीप नागेश्वर पवार Kuldeep Nageshwar Pawar (@A_Nationalist07) April 8, 2022
अशोकनगर जिले के महिदपुर गांव के कृषक बृजेंद्र सिंह रघुवंशी ने कलेक्टर से अपनी मनसा व्यक्त की, ताकि मिल सके गांव व आस-पास के बच्चों को बेहतर शिक्षा।@ZeeMPCG @ChouhanShivraj #MadhyaPradesh pic.twitter.com/kvjgTGUQg7
रघुवंशी परिवार पहले भी दान कर चुका है जमीन
ऐसे में बृजेंद्र सिंह ने अपनी पुस्तैनी जमीन स्कूल निर्माण के दान कर दी, जिसकी वजह से पूरे प्रदेश में उनकी दरियादिली और नेकी की चर्चा हो रही है। यह पहली बार नहीं है जब बृजेंद्र सिंह के परिवार द्वारा जमीन दान की गई है, बल्कि 40 साल पहले उनके पूर्वज स्वर्गीय नथन सिंह रघुवंशी भी स्कूल निर्माण के लिए जमीन दान करने का सराहनीय काम कर चुके हैं।
बृजेंद्र सिंह द्वारा जमीन दान किए जाने के बाद प्रशासन ने दूसरे गांव में स्कूल बनाने का फैसला वापस ले लिया है, जिसके बाद जमीन की नपाई समेत अन्य कार्यों को शुरू किया जा चुका है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि महिदपुर गांव में भी जल्द सरकारी स्कूल का निर्माण शुरू हो जाएगा, जिससे यहां रहने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी।
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