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UPPSC PCS Result 2020 – ड्राइवर से लेकर किसान तक के बेटे ने लहराया परचम, गुदड़ी के लालों ने किया कमाल

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उत्तर प्रदेश में हाल ही में साल 2020 की लोक सेवा आयोग का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इन नतीजों में बहुत से ऐसे बच्चों ने अपना परचम लहराया है, जिन्होंने बेहद कठिन हालातों में जाकर तैयारी शुरू की थी। लेकिन आज नतीजे घोषित होने के साथ ही मानो उनका भाग्य बदल गया है। बहुत से लोग तो ऐसे भी हैं, जो पहले किसी छोटे पद पर कार्यरत थे। लेकिन नतीजे देखने के बाद मानो उनकी मुंह मांगी मुराद पूरी हो गई है। आइए जानते हैं UPPSC PCS में ऐसे ही पांच सफल छात्रों के बारे में।

सिपाही ने खाकी का बढ़ाया मान

मुकेश खरवार जो कि यूपी के गोरखपुर के रहने वाले हैं। ये फिलहाल यूपी में साइबर सेल में बतौर सिपाही तैनात हैं। इन्होंने सिपाही रहते हुए ही अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी। ड्यूटी करते इसके बाद इनके पास जो भी समय बचता उसमें बैठकर पढ़ाई करते। कुछ दिनों पहले जब इन्होंने अपना UPPSC PCS का नतीजा देखा तो पता लगा इनका भी उसमें सिलेक्शन हो गया है।

मुकेश मूलरूप से यूपी के गाजीपुर के रहने वाले हैं। ये साल 2016 में यूपी पुलिस में बतौर सिपाही चयनित हुए थे। आज ये यूपी में बतौर ‘वरिष्ठ डायट लेक्चरर’ चयनित हो गए हैं। उनकी इस सफलता पर उनके सभी अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। साथ ही उनका फूल मालाओं के साथ अभिनंदन किया।

दर्जी का बेटा बना अफसर

इन्हीं नतीजों में परचम फहराने वालों में से एक दर्जी का बेटा भी शामिल है। बांदे के पिपरगवां निवासी प्रेमचंद अपने गाँव में ही दर्जी का काम करते हैं। वह गाँव के लोगों के कपड़े सीलकर अपना गुजर बसर करते थे। इसी दौरान उनका एक बेटा यूपी के प्रयागराज में रहकर यूपीपीसीएस की तैयारी कर रहा था। घर के खराब हालात के बावजूद वह कड़ी मेहनत करता था। ताकि हालात को बदला जा सके।

लेकिन जब से UPPSC PCS के नतीजे घोषित हुए उसके माता-पिता फूले नहीं समा रहे। क्योंकि उनके बेटे का इसमें चयन हो गया है। अब वह बतौर अफसर यूपी में काम करेगा।

किसान के बेटे ने किया कमाल

इसी भर्ती में एक किसान के बेटे ने भी अपना कमाल करके दिखाया है। इनके पिता का नाम है दिलीप कुमार दुबे। जो कि गाँव में ही रहकर अपना खेती किसानी का काम देखते हैं। दिलीप कुमार ने पैसों की परवाह किए बगैर बेटे को इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई। उनके बेटे पिनाक पाणि द्विवेदी ने एनआईटी सूरत से सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक पास की हुई है।

उनके बेटे ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सिंडीकेट बैंक में सिविल इंजीनियर के पद पर कार्य किया। यहाँ उनका मन नहीं लगा तो वह स्टेट बैंक में बतौर सर्किल ऑफिसर बनकर काम करने लगे। लेकिन जब उन्हें ये नौकरी भी रास नहीं आई तो लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। ऐसे में जब 2020 का UPPSC PCS का रिजल्ट घोषित हुआ तो वह उसमें वह बतौर डिप्टी कलेक्टर चयनित हो गए हैं। पिनाक पाणि ने इन नतीजों में 49 वीं रैंक हासिल की है। इस परीक्षा के लिए उनका ये तीसरा प्रयास था। उनकी इस कामयाबी से मानो उनके माता पिता के खून पसीने की मेहनत हक़ीक़त में तब्दील हो गई हो।

संचिता बनी टॉपर

संचिता जैसा भाग्य किसी-किसी का ही होता है। संचिता को बचपन में ही स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा था कि वह उन्हें अफसर बनते हुए देखना चाहते हैं। संचिता ने उससे भी दो क़दम आगे जाकर UPPSC PCS में टॉप करके दिखाया है। संचिता को अफसर बनते देख उनके प्रधानाचार्य की तो मानो मुंह से निकली ज़ुबान सच हो गई।

संचिता बताती हैं कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में भी नौकरी की। लेकिन मन हमेशा से कुछ बड़ा करने का ही था। इसलिए वह इस तैयारी में जुट गई। संचिता ने लगातार आठ से दस घंटे पढ़ाई की जो कि उनकी इस सफलता का मूल आधार है। नए युवाओं को सलाह देते हुए संचिता सलाह देते हुए कहती हैं कि सफलता का कभी कोई शॉर्टकट नहीं हुआ करता। सफलता अपने संकल्प और मेहनत से ही प्राप्त की जा सकती है। वह पिछले दो साल से जामिया विश्वविद्यालय में पढ़ाई करती थी। ऐसे में उन्हें यक़ीन था कि उनकी मंज़िल एक ना एक दिन उन्हें ज़रूर मिलेगी। आज उन्होंने UPPSC PCS में टॉप कर इस मंज़िल को हासिल कर लिया है।

ड्राइवर का बेटा बना अफसर

UPPCS में ही एक कार ड्राइवर के बेटे ने भी कामयाबी हासिल की है। इनका नाम है आशुतोष तिवारी। ये यूपी के सीतामढ़ी के बनकट के रहने वाले हैं। इनके पिता मुंबई में एक कार ड्राइवर की मामूली-सी नौकरी करते हैं। अपनी इस छोटी-सी नौकरी से भी उन्होंने अपने बेटे आशुतोष को महाराष्ट्र विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई पूरी करवाई है। आशुतोष ने सरकारी स्कूल से ही अपना हाई स्कूल और इंटर पास किया है। आशुतोष अपने पिता के दूसरे नंबर के बच्चे हैं। आज उन्होंने UPPSC PCS के नतीजों में 18 वां स्थान हासिल किया है।

तो आपने देखा कि कैसे देश की एक सम्मानित परीक्षा में साधारण परिवार से सम्बंध रखने वाले बच्चों ने भी टाॅप करके दिखाया है। इसलिए हम भी आपसे यही कहना चाहते हैं कि यदि मेहनत जी जान से की जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। भले ही उसमें थोड़ा लंबा समय क्यों ना लगे। ‘AWESOME GYAN’ की तरफ़ से UPPSC PCS में चयनित सभी अभ्यर्थियों को बहुत सारी शुभकामनाएँ।

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News Desk
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