Success Story of Elavarasi Jayakanth – भारतीय महिलाओं को नई-नई तरह की डिश बनाना और उसे अपने परिवार जनों को खिलाना बेहद पसंद होता है, लेकिन जब एक महिला अपनी इसी पसंद को व्यापार में तब्दील करती है तो वह एक सफल बिजनेस वुमन बन कर उभरती है।
ऐसे ही कुछ किया तमिलनाडु में रहने वाली एक महिला ने, जिन्हें बचपन से ही मिठाई और नमकीन बनाने का काफ़ी शौक था। उस महिला ने अपने इसी शौक को व्यापार में तब्दील करने का फ़ैसला किया, जिसकी बदौलत आज वह सालाना लाखों रुपयों का मुनाफा कमा रही हैं-
चिप्स का सुपरहिट बिजनेस (Awasthi Hot Chips)
तमिलनाडु में रहने वाली इलावरासी जयकांत (Elavarasi Jayakanth) अपने घर से मिठाई और नमकीम का बिजनेस चलती है, उनके द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट्स पूरे राज्य में काफ़ी पसंद किए जाते हैं। इलावरासी जयकांत बचपन से ही मिठाई और नमकीन बनाने और बेचने का काम कर रही हैं और इस काम को उन्होंने शादी के बाद भी नहीं छोड़ा।
शादी के बाद इलावरासी का परिवार केरल में रहता है, लेकिन इलावरासी तमिलनाडु में मिठाई और नमकीन बनाकर बिजनेस वुमन बन चुकी हैं। वह घर पर मिठाई और नमकीन बनाकर उन्हें आसपास के इलाकों में मौजूद घरों और दुकानों में बेचती हैं। इलावरासी द्वारा बनाए गए खाद्य पदार्थ कस्टमर्स को इतने पसंद आते हैं कि वह किसी दूसरे ब्रांड की नमकीन या मिठाई का सेवन नहीं करते हैं।
लोन लेकर शुरू किया बिजनेस
यूं तो इलावरासी बचपन से ही मिठाई और नमकीन बनाने का काम करती थी, लेकिन उन्हें इस काम को एक बिजनेस के रूप में बदलना था। इसके लिए इलावरासी ने बैंक से 50 लाख रुपए का लोन लिया और त्रिशूर में एक सुपरमार्केट की नींव रख दी। इस काम में इलावरासी के पति और उनके बच्चों ने भी साथ दिया और इलावरासी को एक बिजनेस वुमन बनाने का फ़ैसला किया।
सुपरमार्केट की ओपनिंग करने के साथ-साथ इलावरासी ने अपना कुकिंग बिजनेस भी जारी रखा और वहाँ हलवा, चिप्स, केक, नमकीन और मिठाईयों की बिक्री शुरू कर दी। इलावरासी यह सभी फूड प्रोडक्ट्स आम, संतरे, चुकंदर और विभिन्न फल व सब्जियों से तैयार करती हैं, इसलिए ग्राहकों को उनका स्वाद काफ़ी ज़्यादा पसंद आता है।
इलावरासी द्वारा तैयार किए गए फूड आइटम्स इलाके के लोगों को इतने ज़्यादा पसंद आने लगे कि दिन ब दिन उनके ग्राहकों की संख्या बढ़ती चली गई। आज इलावरासी का बिजनेस इतना बढ़ चुका है कि वह 50 लोगों को रोजगार देने का काम कर रही हैं।
मुश्किल हालातों में भी नहीं मानी हार
इलावरासी जयकांत की दुकान और फूड प्रोडक्ट्स का व्यापार काफ़ी अच्छा चल रहा था और वह काफ़ी लोगों को रोजगार भी दे रही थी। लेकिन इसी दौरान एक दिन उनकी दुकान में चोरी हो गई, जिसकी वज़ह से इलावरासी का बिजनेस बुरी तरह के प्रभावित हो गया। इस हादसे के बाद इलावरासी को इतनी टेंशन हो गई कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई थी।
हालांकि परिवार का साथ पाने के बाद इलावरासी ने एक बार भी व्यापार शुरू करके अपने पैरों में खड़े होने का फ़ैसला किया, ये इलावरासी की हिम्मत और मेहनत ही थी कि उन्होंने दोबारा से अपने व्यापार को तरक्क़ी के उसी मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया।
यह काम बिल्कुल भी आसान नहीं था, क्योंकि इलावरासी ने बैंक से जो लोन लिया था उसे चुकाने के लिए बैंक से कई बार नोटिस आ चुका था। वहीं दुकान में चोरी होने की वज़ह से इलावरासी के पास बिल्कुल भी पैसे नहीं बचे थे, ऐसे में उन्होंने बैंक वालों को भरोसा दिलाया कि वह बिजनेस दोबारा से शुरू करके लोन का एक-एक पैसा चुका देंगी।
दोबारा शुरू किया चिप्स का बिजनेस
जब इलावरासी ने दोबारा बिजनेस शुरू करने का फ़ैसला किया था, तब उनके पास सिर्फ़ 100 रुपए थे। ऐसे में उन्होंने महज़ 100 रुपए से बिजनेस की शुरुआत करते हुए चिप्स और स्नैक्स बनाने का काम चालू कर दिया। इलावरासी ने त्रिशूर रेलवे स्टेशन पर एक स्टॉल खोला, जिसमें वह हॉट चिप्स और स्नैक्स बेचा करती थी।
उस स्टॉल का नाम AWATHI Hot Chips रखा गया, जो जल्द ही आम लोगों के बीच काफ़ी ज़्यादा फेमस हो गया। इलावरासी की दुकान की तरह उनके स्टॉल पर भी दिन ब दिन ग्राहकों की संख्या बढ़ती चली गई, जिसकी बदौलत इलावरासी ने बैंक का लोन लौटने में कामयाबी हासिल की। इतना ही नहीं इलावरासी का स्टॉल आइडिया और बिजनेस इतना ज़्यादा हिट साबित हुआ कि उन्होंने त्रिशूर में एक के बाद एक 4 AWATHI Hot Chips स्टॉल्स शुरू कर दिए, जहाँ रोजाना सैकड़ों ग्राहक आते हैं।
इन स्टॉल्स में चिप्स के साथ-साथ मिठाई, नमकीन, केक और अचार समेत 60 से ज़्यादा फूड आइटम्स मिलते हैं, जिन्हें इलावरासी और उनकी टीम ख़ुद तैयार करती है। इलावरासी जयकांत (Elavarasi Jayakanth) की इसी मेहनत के चलते साल 2019 में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय शांति परिषद यूएई द्वारा बेस्ट एंटरप्रेन्योर के पुस्कार से सम्मानित किया गया था।