10th CBSE Bihar Topper: हर बच्चा चाहता है कि वह एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करे, ताकि उसके माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा हो सके। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बच्ची के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी माँ की मौत होने के बाद उसके पिता ने उसे घर से निकाल दिया था।
ऐसे में उस बच्ची का सहारा उसके नाना नानी बने, जिन्होंने न सिर्फ उसका पालन पोषण किया बल्कि उसे स्कूली शिक्षा भी मुहैया करवाई। हाल ही में बिहार बोर्ड का रिजल्ट जारी हुआ था, जिसमें इस बच्ची ने पूरे राज्य में टॉप किया और लाखों लोगों के सामने कामयाबी की मिसाल पेश की है।
कौन है बिहार टॉपर?
बिहार (Bihar) के पटना (Patna) शहर में रहने वाली श्रीजा (Shreeja) ने 10वीं की परीक्षा में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करके पूरे राज्य में टॉप किया है, जिसकी वजह से हर जगह उनकी चर्चा हो रही है। श्रीजा को संस्कृत और साइंस में 100 नंबर मिले हैं, जबकि एसएसटी, मैथ्स और इंग्लिश में उन्होंने 99 अंक प्राप्त किए हैं। इसे भी पढ़ें – बस कंडक्टर की बेटी ने 10वीं में किया प्रदेश टॉप, 500 में से हासिल किए 499 अंक
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बिहार में 10वीं टॉप करने वाली श्रीजा के माता पिता नहीं है और वह अपने नाना नानी के साथ रहती हैं, जिसकी वजह से उनके लिए यह पल बहुत ही ज्यादा भावुक था। दरअसल जब श्रीजा 4 साल की थी, तो उनकी माँ का निधन हो गया था। ऐसे उनके पिता ने दूसरी शादी करने के लिए श्रीजा को अपने घर पर रखने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद श्रीजा के नाना नानी उन्हें अपने घर ले आए।
श्रीजा ने अपने नाना नानी के साथ रहते हुए स्कूल में पढ़ाई की और 10वीं के एग्जाम में टॉप करके अपने पिता समेत उन लाखों लोगों को करारा जवाब दिया है, जो लड़कियों को अपने ऊपर बोझ समझते हैं। ऐसे में जब श्रीजा का रिजल्ट आया, तो वह बहुत ज्यादा भावुक हो गई और अपनी माँ को याद करके रोने लगी।
आईआईटी में एडमिशन लेना चाहती हैं श्रीजा
श्रीजा (Shreeja) अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने नाना नानी और दोनों मामा को देती हैं, जो उन्हें बेटी की तरह प्यार करते हैं और उनकी सारी जरूरतों का ध्यान रखते हैं। श्रीजा के नाना सुबोध कुमार गाँव में खेती करते हैं, लेकिन वह हर तीसरे दिन अपनी नातिन और बेटों से मिलने के लिए पटना आते हैं।
आपको बता दें कि श्रीजा ने 10वीं में अपनी मेहनत के दम पर अंक प्राप्त किए हैं, क्योंकि वह न तो ट्यूशन जाती थी और न ही कोचिंग क्लास लेती थी। ऐसे में श्रीजा ने घर पर पढ़ाई करते हुए एग्जाम की तैयारी की और अच्छे मास्क लाकर बिहार में टॉप किया है, श्रीजा आगे चलकर आईआईटी मद्रास में एडमिशन लेना चाहती हैं।
श्रीजा (Shreeja) का कहना है कि बिहार टॉपर बनने में उनके टीचर्स का भी अहम योगदान है, जो पढ़ाई में छात्रों की ऑनलाइन मदद करते थे। श्रीजा ने कभी भी प्रेशर लेकर पढ़ाई नहीं की और न ही इसके लिए कोई फिक्स टाइमिंग रखी, बल्कि वह विषय को समझ कर उसे याद करती थी और इस तरह वह 10वीं में बिहार टॉप करने में कामयाब हो गई।
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