Bewakoof Startup Story: आज के आधुनिक दौर में ज्यादातर लोग स्टार्टअप करन चाहते हैं, जिसमें कम इंवेस्टमेंट में अच्छी कमाई की जा सकती है। ऐसे में लोग घर बैठे शॉपिंग वेबसाइट चला रहे हैं, जिससे उन्हें हर महीने लाखों रुपए का मुनाफा कमाने का मौका मिल रहा है। ऐसी ही एक वेबसाइट है बेवकुफ डॉट कॉम, जो वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी रिसेलिंग ई-कॉमर्स वेबसाइट बन चुकी है। तो आइए जानते हैं इस कंपनी की सफलता की कहानी।
दो दोस्तों ने शुरू की ई-कॉमर्स वेबसाइट
बेवकुफ डॉट कॉम वेबसाइट की शुरुआत प्रभाकिरण सिंह (Prabhkiran Singh) और सिद्धार्थ मनोट (Siddharth Munot) नामक दो दोस्तों ने साल 2012 में की थी, उस समय प्रभाकिरण और सिद्धार्थ आईआईटी बॉम्बे (Indian Institute of Technology Bombay) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने छोटे-छोटे बिजनेस करके पैसे कमाना शुरू कर दिया, जिसमें टी-शर्ट प्रिंटिंग का बिजनेस भी शामिल था। इसे भी पढ़ें – दो भाईयों ने मिलकर शुरू की थी एक छोटी-सी कंपनी, आज बन चुके हैं 1,200 मिलियन डॉलर के मालिक
लेकिन जल्द ही प्रभाकिरण और सिद्धार्थ को एहसास हुआ कि उन्हें सामान की बिक्री करने के लिए एक पब्लिक डोमेन बनाना चाहिए, जिसके बाद उन्होंने साल 2010 में डोमेन नेम सर्च करना शुरू कर दिया। ऐसे में उन्हें आइडिया आया कि क्यों न वेबसाइट का नाम थोड़ा अलग रखा जाए, जिसके बाद उन्होंने बेवकुफ डॉट कॉम की शुरुआत की।
इस तरह सिद्धार्थ और प्रभाकिरण ने बेवकुफ डॉट कॉम के जरिए ऑनलाइन टी-शर्ट की बिक्री शुरू कर दी, लेकिन वह अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए लगातार नए-नए आइडिया ढूँढते रहते थे। इसके साथ ही बेवकुफ डॉट कॉम के जरिए उन्होंने थोक में कपड़ा बेचना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से उनके ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही थी।
सिद्धार्थ और प्रभाकिरण ने महज 30 हजार रुपए के इंवेस्टमेंट से अपनी वेबसाइट की शुरुआत की थी, जो आज 200 करोड़ रुपए की कंपनी बन चुकी है। इतना ही नहीं भारत में बेवकुफ डॉट कॉम को सबसे बड़ी रिसेलिंग और ई-कॉमर्स वेबसाइट के नाम से भी जाना जाता है। इसे भी पढ़ें – स्कूल ड्रॉपआउट ने खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी, कभी कॉल सेंटर में करते थे 8 हजार रुपए की नौकरी