गांव के प्रति लगाव रखने वाले व्यक्ति को विदेशों में चाहे कितनी भी शानो शौकत से रखी जाए, उनके पास चाहे कितनी भी अच्छी नौकरी हो लेकिन उनका मन हमेशा गावों और खेती से ही जुड़ा रहता है। सरदार अवतार सिहं का जुड़ाव भी गाँव से बहुत ज़्यादा था, इसलिए वह अपनी विदेश की नौकरी 8 साल करने के बाद छोड़कर अपने गाँव आए। जहाँ उन्होंने ख़ुद का व्यापार शुरू किया और गुड़ बनाने लगे। आज उनकी कमाई लाखों में पहुँच चुकी है।
सरदार अवतार सिंह (Sardar Avtar Singh) मूल रूप से पठानकोट (Pathankot) के एक गाँव गोसाईंपुर (Gosainpur) के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने विदेश की नौकरी छोड़ कर गुड़ का व्यपार शुरू किया। वह अपने खेतों में ही गन्ने को उगाकर गुड़ का निर्माण करना शुरू किया। उनके गुड़ की क्वालिटी इतनी अच्छी होती है कि बहुत जल्द बिक जाती है क्योंकि वह लोगों को बहुत पसंद है और यही वज़ह है कि उनके गुड़ की डिमांड विदेशों में भी है।
हर रोज़ डेढ़ क्विंटल गुड़ बनने के साथ ही बिक जाता है
सरदार अवतार सिंह का नाम पूरे देश में फैल चुका है और पूरे पंजाब में उनके गुण की चर्चा होती है। अवतार सिंह ख़ुद से हर रोज़ डेढ़ क्विंटल गुड़ तैयार करते हैं, लोग से पहले ही बुक करके रखते हैं और हर रोज़ बनने के साथ ही सारे गुण तुरंत बिक जाते हैं। गुड़ रोज़ साथ के साथ ही बिक जाता है। इस सीजन में तो अब तक उनकी 4 लाख रुपये तक की कमाई हो चुकी है।
गुड़ बनाने की ली ट्रेनिंग, लोग गुड़ को पार्सल से भी मंगाते हैं
सरदार अवतार सिंह अपने इस बिजनेस शुरू करने से पहले कृषि विभाग द्वारा आयोजित कैंप में गुड़ बनाने की ट्रेनिंग ली। उन्होंने वहाँ सीखा की गन्ने के रस को गर्म करने के बाद गुड़ जल्दी ठंडा नहीं होता था ऐसे में उन्हें यह पता चला कि अगर संगमरमर का चाक बनाकर गुड़ उस पर डाला जाए तो जल्दी ठंडा हो जाता है।
उनका बनाया हुआ यह गुड़ भारत के साथ-साथ जर्मनी, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दुबई और इंग्लैंड जैसे देशों में भी हर साल जाता है। कुछ लोगों को तो इनका बनाया हुआ गुड इतना पसंद है कि वह लोग पार्सल से मंगाते हैं तो वहीं कुछ लोग इनके पास आकर खरीद कर ले जाते हैं।
इस तरह अपने इस कारोबार के द्वारा सरदार अवतार ऊंचाई पर पहुँच चुके हैं, क्योंकि बहुत मुश्किल होता है बाजारों में ख़ुद को स्थापित करना। लेकिन उनके मेहनत और हौसले ने उन्हें सफलता की राह दिखाई।