आज के आधुनिक दौर में महिला हर क्षेत्र में पुरुषों से क़दम से क़दम मिला कर चल रही हैं, फिर चाहे वह आसमान में प्लेन उड़ाना हो या फिर आर्मी और पुलिस में अपनी ताकत प्रदर्शन करना।
ऐसे में जब बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन पुलिस सर्विस प्रोबेशनर्स (INDIAN POLICE SERVICE PROBATIONERS) के साथ चर्चा की, तो उन्हें महिला IPS ऑफिसर द्वारा बहुत ही सिविल सर्विस जॉइन करने को लेकर दिलचस्प जवाब मिला। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला-
प्रधानमंत्री मोदी ने की IPS ऑफिसर्स से चर्चा
बीते शनिवार 31 जुलाई को सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में इंडियन पुलिस सर्विस प्रोबेशनर्स के लिए ख़ास कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने IPS ऑफिसर्स चर्चा करते हुए उनके काम और उत्साह की सराहना की।
इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने प्रोबेशनर्स IPS ऑफिसर्स को भारत का ध्वजवाहक घोषित किया और उन्हें 25 सालों तक देश के सरोकार के लिए स्पेशल मिशन पर होने की बात याद दिलाई।
महिला IPS ऑफिसर का दिलचस्प जवाब
इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अलग-अलग IPS ऑफिसर्स से बातचीत की, जिसमें लेडी ऑफिसर नवजोत सिमी (IPS Navjot Simi) का नाम भी शामिल है। नवजोत सिमी ने बताया कि उन्होंने डेंटल की पढ़ाई पूरी करने के बाद IPS जॉइन की है।
जब पीएम मोदी ने नवजोत सिमी से इसका कारण पूछा, तो उन्होंने बताया कि पटना में डेंटल की ट्रेनिंग के दौरान उन्हें महिला पुलिसकर्मियों से मिलने और बातचीत करने का मौका मिला। जिसके बाद उन्हें सिविल सर्विस जॉइन करने को लेकर प्रोत्साहन मिला।
इसके बाद नवजोत सिमी ने सिविल सर्विस की तैयार शुरू की और उनका IPS पद के लिए चुनाव हो गया। पीएम मोदी ने नवजोत सिमी से सवाल किया कि नवजोत जी, आपने लोगों का दांत दर्द दूर करने की जिम्मेदारी उठाई थी। ऐसे में आपने देश के दुश्मनों के दांत खट्टे करने का जिम्मा क्यों उठा लिया?
पीएम मोदी के सवाल का दिलचस्प जवाब देते हुए नवजोत सिमी कहा कि उनका झुकाव हमेशा से सिविल सर्विस की तरफ़ था, ऐसे में IPS ऑफिसर बनने से डॉक्टर के साथ-साथ पुलिस की जिम्मेदारी निभा कर लोगों की पीड़ा दूर कर सकते हैं। वर्तमान में नवजोत को बिहार काडर की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि वह मूल रूप से पंजाब से ताल्लुक रखती हैं।
पुलिस के सम्मान को लेकर बातचीत
इंडियन पुलिस सर्विस प्रोबेशनर्स कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए दांडी मार्च की चर्चा भी की थी। उन्होंने नेशनल डिजास्टर रेस्पोन्स फोर्स का ज़िक्र करते हुए कहा कि देश में पुलिस को वह सम्मान नहीं मिल पाता है, जो डिजास्टर फोर्स को दिया जाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे में लोगों की सोच को पुलिस के प्रति बदलना होगा, जो सभी के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। लेकिन कोरोना महामारी के दौरान पुलिस को लेकर लोगों की सोच बदल गई है, लेकिन इसको लेकर और ज़्यादा काम करने की ज़रूरत है।
नवजोत सिमी दांत के दर्द और समाज को दुश्मनों से मुक्त करवाने को सामाजिक सेवा के रूप में देखती है, जिसके जरिए वह लोगों के दुख दर्द को दूर कर सकती हैं। नवजोत सिमी जैसी महिला ऑफिसर्स को देखकर देश की लड़कियों को सिविल सर्विस जॉइन करने की प्रेरणा मिलती है।