सच कहा गया है कि ग़लत को ग़लत और सच को सच कहने वाला इंसान ही सच्चा इंसान होता है। ऐसी हिम्मत बहुत कम लोगों में ही होती है। अक्सर हम देखते हैं कि जितने भी बड़े-बड़े अधिकारी होते हैं उन पर ऊपर से दबाव रहता है ताकि वह अपने मन से कोई क़दम ना उठा सके और अगर कोई अधिकारी उन दबाव से हटकर काम करता है तो बस कुछ ही दिनों के अंदर उसका ट्रांसफर कर दिया जाता है।
कई बार ऐसी कहानियाँ सुनने को मिलती है, जिसमें एक कहानी हरियाणा के IAS अफसर अशोक खेमका (Ashok Khemka) की भी है जिनके काम करने के तरीके से बहुत लोगों को परेशानी हुई। लेकिन इस बार की यह कहानी है एक महिला IPS की, जिनकी 20 साल की नौकरी में पूरे 40 बार ट्रांसफर किए गए हैं। यानी हर 6 महीने पर इस महिला आईपीएस का ट्रांसफर कर दिया जाता है।
इस महिला IPS का नाम है रूपा दिवाकर मौदगिल (IPS D Roopa Moudgil) जो कर्नाटक कैडर के 2000 बैच की एक IPS ऑफिसर है। रूपा प्रदेश की पहली महिला होम सेक्रेटरी है। रूपा का ट्रांसफर कुछ दिन पहले ही एक बड़े अफसर के भ्रष्टाचार का खुलासा करने के लिए राज्य के गृह विभाग से “हैंडलूम एंपोरियम” में कर दिया गया।
IPS रूपा ने बताया कि बार-बार ट्रांसफर होना अब उनके लिए कोई नई बात नहीं है। उनके साथ ऐसा कई बार हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि वह जब भी किसी अपराध के खिलाफ या भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाती हैं, तब कुछ दिनों के अंदर ही उनकी पोस्टिंग दूसरे जगह कर दी जाती है। उन्होंने कई बार भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ को उठाया, जैसे जेल में बंद AIDMK की नेता शशिकला के खिलाफ हो, या साल 2003-2004 के दौरान MP की तत्कालीन सीएम उमा भारती को गिरफ्तार करने का मामला हो। कई बार तो IPS रूपा के काम को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं, ताकि वह अपनी आवाज़ उठाना बंद कर दें।
20 साल के सर्विस में हो चुका हैं 40 बार ट्रांसफर
कुछ दिनों पहले तक IPS रूपा बेंगलुरु के सेफ सिटी प्रॉजेक्ट का काम देख रही थी। इस प्रोजेक्ट में उन्होंने एक वरिष्ठ IPS अफसर हेमंत निंबालकर (Hemant Nimbalkar) के उपर टेंडर प्रोसेस में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था और यही वज़ह है कि उनका फिर से ट्रांसफर कर दिया गया। अब रूपा राज्य के हैंडलूम एम्पोरियम की जिम्मेदारियों को संभाल रही हैं।
रूपा जब UPSC की परीक्षा में सफलता पाई थी तब उन्हें पूरे देश भर में 43वां रैंक अंक प्राप्त हुआ था और इस रैंक को देखते हुए उन्हें IAS का पद दिया गया लेकिन उन्हें IPS बनना पसंद था इसलिए उन्होंने IAS का पद छोड़कर एक IPS के रूप में ज्वाइन किया।
भरतनाट्यम डांसर, प्लेबैक सिंगर और एक बेहतरीन शार्प शूटर भी हैं रुपा
IPS रूपा एक बहुआयामी प्रतिभा वाली महिला हैं। एक IPS होने के साथ-साथ वह एक बेहतरीन भरतनाट्यम डांसर भी हैं तथा उन्होंने भारतीय संगीत का प्रशिक्षण भी लिया है। और तो और रूपा बयालाताड़ा भीमअन्ना नामक कन्नड फ़िल्म में एक प्लेबैक सिंगर के रूप में अपनी आवाज़ भी दे चुकी हैं। इसके साथ ही रूपा एक बेहतरीन शार्प शूटर हैं और इसमें उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है। उनकी शादी साल 2003 में एक IAS अफसर मुनीश मुद्गील (Munish Mudgal) से हुई। रूपा के परिवार में उनकी छोटी बहन रोहिणी दिवाकर (Rohini Diwakar) भी 2008 बैच की एक IRS अफसर हैं।
ट्रांसफर होने के बावजूद भी रूपा अपने काम करने के तरीके को नहीं बदलती
एक इंटरव्यू के दौरान आईपीएस रूपा ने बताया कि वैसे तो तबादला हर सरकारी नौकरी का एक अहम हिस्सा है। लेकिन उनके साथ एक ख़ास बात रही कि उनकी नौकरी से ज़्यादा यानी दोगुना बार तो उनका ट्रांसफर ही किया गया। यह बात आईपीएस रूपा को बहुत अच्छे से पता है कि किसी भी अपराध या भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ को उठाना ख़ास कर आपकी नौकरी के लिए बहुत ही जोखिम भरा है। लेकिन इन जोखिमो के बावजूद भी रूपा में इतनी हिम्मती हैं कि वह अपने काम करने के तरीके को कभी नहीं बदलती, चाहे उनकी कितनी भी ट्रांसफर क्यों ना कर दी जाए।
उन्होंने बताया कि जब उनका ट्रांसफर किया गया तब राज्य के अलग-अलग वर्ग के लोगों में अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ आईं। सोशल मीडिया पर तो बहुत से लोग ऐसे भी थे जो उनके तबादले से बहुत ज़्यादा गुस्से में और इसके खिलाफ थे। लेकिन फिर भी रूपा के काम करने के तरीके से डरकर ऊपर बैठे लोगों ने उनका तबादला करा दिया।
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भी रूपा भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाती रहेंगी और निडर होकर देश के लिए काम करती रहेंगी।