हर साल UPSC परीक्षा में लाखों की तादाद में कैंडिडेट शामिल होते हैं। उनमें कुछ लोग ही अपने लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब होते हैं और एक अधिकारी बन समाज में हो रही बुराइयों को बदलने की जिम्मेदारियों को उठाते हैं और इस तरह उनकी सफलता पर उनके परिवार के साथ पूरा देश गर्व करता है। आज की यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिसने सारी कठिनाइयों को पार करते हुए एक IAS बनने के सपने को पूरा किया।
केरल राज्य के इरोड जनपद की रहने वाली सी.वनमती (C. Vanmathi) नाम कि इस महिला को काफ़ी आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा। तब जाकर साल 2015 में अपने दूसरे प्रयास में इस कठिन परीक्षा में सफल होकर बनी एक IAS अफसर। सफल होकर इन्होंने समाज में दूसरे युवाओं के लिए एक मिसाल क़ायम किया।
C. Vanmathi परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय थी
आपको बता दें तो C. Vanmathi का जन्म एक बेहद ही सामान्य परिवार में हुआ था। इनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत दयनीय थी। आमदनी इतनी भी नहीं थी कि घर का ख़र्च आसानी से चल सके, क्योंकि इनके घर में परिवार के सारे लोग पशुपालन यानी (Animal husbandry) का काम करते थे। अपने परिवार के साथ-साथ C. Vanmathi Van भी इस काम को करती थी, जिसमें उन्हें घर के सारे पशुओं को चारा खिलाने के साथ-साथ भैंसों को खेतों में चराने के लिए भी ले जाना पड़ता था।
अपने घर के सारे कामों को संभालने के बावजूद भी C. Vanmathi अपनी पढ़ाई पर अपना पूरा ध्यान और समय दिया करती थीं। वह अच्छे से अपनी पढ़ाई पर फोकस करती, क्योंकि उन्हें इस बात का पूरी तरह से अंदाजा था कि शिक्षा ही वह हथियार है जिसके द्वारा वह अपने घर की आर्थिक स्थिति को ठीक कर सकती हैं और इसी तरह पढ़ाई के साथ अपने घर के कामों को करते-करते C. Vanmathi अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। लेकिन जैसे ही उन्होंने अपनी 12वीं की परीक्षा पास की परिवार और समाज के लोग उनकी शादी की चर्चा करने लगे। क्योंकि वह ऐसे समाज से ताल्लुक रखती थी जहाँ 12वीं के बाद लड़कियों की अक्सर शादी कर दी जाती है।
टीवी धारावाहिक से IAS बनने की मिली प्रेरणा
इंटरव्यू में बातचीत करने के दौरान आईएएस C. Vanmathi Van बताती हैं कि उनको पहली बार IAS बनने की प्रेरणा एक टीवी धारावाहिक से मिली और उस टीवी धारावाहिक का नाम था “गंगा यमुना सरस्वती” (Ganga Yamuna Saraswati)। इस धारावाहिक की नायिका के किरदार से C. Vanmathi Van पूरी तरह से प्रेरित हुई और उसी समय अपने मन में IAS अफसर बनने का सपना संजो लिया। उसके बाद वह इस परीक्षा की तैयारी में जुट गई और अपने कठिन परिश्रम के द्वारा दूसरे प्रयास में ही अपने इस सपने को पूरा किया।
इंटरव्यू के ठीक दो दिन पहले पिता को हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा
इंटरव्यू में C. Vanmathi Van ने आगे बताया कि जिस दिन उनका इंटरव्यू था उसके ठीक 2 दिन पहले उनके पिता की अचानक से तबीयत खराब हो गई, उनका कंडीशन इतना सीरियस हो गया कि उन्हें हॉस्पिटल में भी भर्ती करना पड़ा और उनके पिता के स्वास्थ्य की पूरी जिम्मेदारी C. Vanmathi के ऊपर थी। इस मुश्किल समय में उन्होंने ना हीं पिता का साथ छोड़ा और ना ही अपना इंटरव्यू छोड़ा। दोनों मुश्किल परिस्थितियों को संभालते हुए उन्होंने अपने पिता की भी देखभाल की और अपना इंटरव्यू भी दिया। ख़ास बात तो यह है कि इस इंटरव्यू में वह सफल भी हो हुईं।
इस तरह C. Vanmathi को अपने जीवन में बचपन से लेकर सफलता पाने तक संघर्ष ही संघर्ष करना पड़ा।