Agarbatti Making Business – हमारे भारत में पूजा, पाठ, हवन, यज्ञ इत्यादि का महत्त्व पौराणिक समय से चलता आ रहा है। इसके अलावा भारत एक धार्मिक विभिन्नताओं का देश है, तो यहाँ पर सभी धर्मों और उनके धार्मिक मान्यताओं का भी महत्त्व रहा है। यही वज़ह है कि हमारे देश में पूजा की सामग्री बहुत जोर-शोर से बिकती है तथा इस पूजन सामग्री में जो चीज़ सबसे ज़्यादा बिकती है, वह है ‘अगरबत्ती’ । यह ऐसी चीज़ है जिसे भारत में लगभग हर व्यक्ति पूजा में उपयोग करता है।
ना सिर्फ़ हिंदू लोग, बल्कि अन्य भी सभी जाति व धर्मों के लोग अगरबत्ती का उपयोग करते हैं। फिर जब कोई त्यौहार या उत्सव हो, तब तो इनका प्रयोग और बढ़ जाता है। यही वज़ह है कि चाहे कोई भी मौसम हो, कितनी भी मंदी हो, पर सालभर मार्केट में अगरबत्ती की मांग तो रहती ही है। भारत ही नहीं, अन्य देशों में रहने वाले भारतीय लोग भी विभिन्न प्रकार की सुगन्धित अगरबत्तियाँ बड़े शौक से खरीदते हैं और जनाब, अगरबत्ती के गुण भी तो बहुत हैं। इसे जलाने पर जो सुगन्धित धुआं घर में फैलता है, उससे मानो सारा घर पवित्र और निर्मल हो जाता है। इतना ही नहीं, मध्यमवर्गीय परिवार तो इसे रूम फ्रेशनर की तरह उपयोग करते हैं। आजकल तो कीटनाशक और नीम के गुणों वाली व जाने कितने प्रकार की अगरबत्तियाँ मार्केट में उपलब्ध हैं।
Agarbatti Making बिजनेस क्या है
अब जब आपने अगरबत्ती के इतने गुण पढ़ ही लिए हैं, तो आपके मन में अगरबत्ती का बिजनेस करने का विचार तो ज़रूर आ रहा होगा। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि यह व्यवसाय करने के लिए आपको क्या करना होगा और इससे जुड़ी सारी जानकारी जैसे कि कच्चा माल, इन्वेस्टमेंट व मशीन इत्यादि के बारे में बता रहे हैं…
ज्यादा मुनाफा कमाना है, तो चुनिए मशीन निर्मित अगरबत्तियाँ (How to Start Agarbatti Making Business)
यदि कोई व्यक्ति बिना मशीन के हाथों से ही अगरबत्तियाँ बनाकर घरेलू उद्योग शुरू करना चाहता है तो उसके लिए आपको लगभग 13000 रुपये का निवेश करना होगा। परन्तु हाथ से बनाई गई अगरबत्तियों में मैन पॉवर तो चाहिए ही होता है, साथ ही इसमें समय भी बहुत अधिक लग जाता है। इसके अलावा, बिना मशीन के बनाए गए अगरबत्ती के व्यवसाय में कमाई भी अपेक्षाकृत कम होती है। अतः मशीनों से अगरबत्तियाँ बनाने का व्यवसाय शुरू करना ही बेहतर रहता है।
कितना निवेश करना होगा?
यदि आप भी मशीन से अगरबत्ती बनाने का व्यवसाय (Agarbatti Making Business) शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको करीब 5 लाख रुपये का निवेश करना होगा। इसमें से मैन्यूअल मशीन 14 हज़ार रुपये की, सेमी ऑटोमेटिक मशीन 90 हज़ार रुपये की और हाई स्पीड मशीन का मूल्य करीब 1.15 लाख रुपये होता है। इन मशीनों पर किए गए निवेश के अलावा कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने में भी कुछ धन ख़र्च होता है।
कौनसी मशीनों का चुनाव रहेगा उपयुक्त (Purchase Agarbatti Making Machine)
आप अगरबत्ती का बिजनेस चाहे छोटे स्तर पर कर रहे हों या फिर बड़े स्तर पर, लेकिन दोनों ही स्तर के बिजनेस के लिए आपको तीन प्रकार की मशीनों का उपयोग आवश्यक तौर पर करना होता है। जैसे कि अगरबत्ती बनाने के लिए मशीन की आवश्यकता होती है (मैनुअल, ऑटोमेटिक मशीन और हाई स्पीड ऑटोमेटिक मशीन) , कच्चे माल को सुखाने के लिए मशीन में इसका पाउडर मिलाने के लिए भी अलग से मशीन की ज़रूरत पड़ती है। चलिए विस्तार से जानते हैं इन मशीनों के बारे में-
मैनुअल मशीन (Manual Machine) : यह मशीन कम मूल्य की होती है और इसकी क्वालिटी भी अच्छी होती है, साथ ही इसमें बेहतरीन उत्पादन की क्षमता होती है। मैनुअल मशीन डबल और सिंगल पैडल दोनों ही तरह की होती हैं, इसलिए इन्हें ऑपरेट करना भी बहुत आसान होता है।
ऑटोमेटिक या स्वचालित मशीन (Automatic Machine) : जब आपको ज़्यादा उत्पादन करना हो तो ऑटोमेटिक मशीन चुनना सही रहता है। इसका पैटर्न और डिज़ाइन अलग-अलग प्रकार का होता है और यह आपको विभिन्न आकारों में सरलता मार्केट में मिल जाएगी। इन मशीनों की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि इसमें सिर्फ़ 1 मिनट में ही 150 से 180 अगरबत्तियाँ निर्मित हो जाती हैं। इस मशीन में अगरबत्ती बनाने के लिए सीधी, गोल और चौकोर किसी भी तरह की स्टीक का प्रयोग किया जा सकता है।
हाई स्पीड मशीन (High speed Machine) : यह मशीन पूर्णतः ऑटोमेटिक होती है, इसलिए इस मशीन को ऑपरेट करने के लिए बहुत कम व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती है। अतः कर्मचारियों को दिया जाने वाला वेतन बचता है और उत्पादन भी अधिक होता है। इस मशीन से 1 मिनट में 300 से 450 अगरबत्तियाँ बनकर तैयार हो जाती हैं। इस मशीन द्वारा 8 से 12 इंच तक अगरबत्तियों की लंबाई रखी जा सकती है।
अगरबत्तियाँ सुखाने की मशीन (Incense Stick Dryer Machine) भी है ज़रूरी
अगरबत्ती सुखाने की मशीन है बहुत प्रकार के मॉडल्स में उपलब्ध होती हैं। यह ड्रायर मशीन आपको 25 हज़ार रुपये के अंदर ही मिल जाएगी। इस मशीन के द्वारा 8 घंटों में 160 किलोग्राम से भी अधिक अगरबत्तियाँ सूख जाती हैं। इस मशीन के उपयोग से उत्पादन में भी वृद्धि होती है। अगरबत्ती बनाते वक़्त यह भी ध्यान रखना होता है कि इन्हें धूप में नहीं सूखाना चाहिए तथा अगरबत्तीयाँ यदि अलग-अलग करके ना रखी गई तो यह आपस में चिपक कर बेकार हो जाएंगी, इसलिए इन बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
अगरबत्ती का मिश्रण मिलाने की मशीन (Incense Stick Powder Mixer Machine)
अगरबत्ती हो का मिश्रण मिलाने वाली मशीनें विभिन्न आकारों में और अलग-अलग उत्पादन क्षमता के साथ आती हैं। इन मशीनों को खरीदने के लिए आपको 32 हज़ार रुपये का निवेश करना होता है। इससे अगरबत्ती के गीले और सूखे दोनों ही तरह के मिश्रण सरलता पूर्वक मिलाए जा सकते हैं।
सुगंधित अगरबत्तियाँ
मार्केट में खुशबूदार अगरबत्तियाँ बहुत बिकती हैं। अगरबत्तियों को सुगंधित बनाने के लिए इन्हें सुखाने के पश्चात ख़ास प्रकार की सुगंधित सामग्री में डुबोना होता है। सुगंधित अगरबत्तियों के निर्माण के लिए मार्केट में डाईथ्य्ल फ्थालाटे (Diethyl Phthalate-DEP) नामक तत्व, जिसे DEP भी कहते हैं उसे तथा खुशबूदार परफ्यूम को 4: 1 के अनुपात से मिक्स करके अगरबत्तियों को इसमें डूबा दिया जाता है और फिर से सुखाकर बाद में इसकी पैकिंग की जाती है।
अगरबत्ती बनाने के लिए कच्चा माल कहाँ से लें? (Purchase Raw Material For Agarbatti Making)
Agarbatti Making Business हेतु कच्चे माल में ग़म पाउडर, चारकोल पाउडर, नर्गिस पाउडर, खुशबूदार तेल, पानी, परफ्यूम, फूलों की पंखुडियाँ, चंदन की लकड़ी, जिलेटिन पेपर, शॉ-डस्ट और पैकिंग के लिए सामग्री इत्यादि चीजों की ज़रूरत होगी।
अगरबत्ती व्यवसाय के लिए कच्चा माल आप सारे देश में किसी भी जगह से खरीद सकते हैं। बहुत-सी बड़ी-बड़ी कंपनियाँ अगरबत्ती निर्माण के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराती हैं जैसे-अहमदाबाद में एम के पांचाल इंडस्ट्रीज़, अमूल अगरबत्ती वर्क्स और शांति एंटरप्राजेज। इसी तरह कोलकात्ता में कृष्णा ग्रुप, लोकनाथ अगरबत्ती इत्यादि। आप अपने शहर में ही स्थित ऐसी किसी भी कंपनी को ऑनलाइन सर्च करके भी सरलता पूर्वक खोज सकते हैं और वहाँ से कच्चा माल प्राप्त कर सकते हैं।
व्यवसाय का पंजीकरण करवाना भी है ज़रूरी
चाहे आप कोई भी व्यवसाय क्यों ना कर रहे हों, उसका पंजीकरण करवाना भी आवश्यक होता है। इसी प्रकार से अगर आप Agarbatti Making Business बड़े स्तर पर कर रहे हैं तो आपको उसका पंजीकरण करवाना आवश्यक होगा। इसके लिए आपको अपनी कंपनी के आकार के मुताबिक ही ROC व SSI यूनिट में अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। व्यवसाय का पंजीकरण करवाने से आपको यह फायदा होगा कि इससे आपको बिजनेस के लिए लाइसेंस प्राप्त होगा और आपकी कंपनी ग्राहकों और निवेशकों के लिए भरोसेमंद हो जाएगी, जैसे आप की बिक्री स्वतः ही बढ़ेगी।
पैकेजिंग भी होनी चाहिए आकर्षक (Packaging and Supply)
अगरबत्तियों की निर्माण प्रक्रिया और इसमें किए जाने वाले निवेश के बारे में तो आपने सारी जानकारी पढ़ ली है। यदि आप बेहतरीन तरीके से उत्पाद बना रहे हैं, लेकिन आपने उसकी पैकेजिंग में कमी रख दी तो आपकी सारी मेहनत धरी रह जाएगी, क्योंकि किसी भी उत्पाद की पैकेजिंग का ग्राहकों पर खासा असर पड़ता है। अतः आपको ऐसी पैकेजिंग तैयार करनी होगी की आपका प्रोडक्ट आकर्षक लगे। आकर्षक पैकेजिंग होने पर ही आपके उत्पाद ग्राहकों के बीच लोकप्रिय भी होंगे और आपके उत्पाद की मार्केटिंग भी अच्छी होगी।
यदि आप घरेलू व्यवसाय कर रहे हैं तो अगरबत्तियों को गिन कर सभी पैकेट्स में समान मात्रा में डालकर पैक कीजिए और इस पर अपनी कंपनी का नाम और लोगों भी लगाइए। यदि आप मशीन से पैकिंग कर रहे हैं तो सारा पैकिंग का काम ऑटोमेटिक ही हो जाएगा और आपको पैकिंग से पहले अगरबत्तियाँ गिनने की भी आवश्यकता नहीं है, वह काम भी मशीन में ही हो जाएगा।
कितना होगा मुनाफा? (Profit of Agarbatti Making Business)
Agarbatti Making Business हर बिजनेस की शुरुआत में बहुत ज़्यादा कमाई नहीं होती है लेकिन धीरे-धीरे उत्पादन और बिक्री बढ़ने के साथ ही कमाई भी बढ़ती जाती है। अगरबत्ती व्यवसाय में भी ऐसा ही है, एक बार बिजनेस जम जाने के बाद आपको हर वर्ष 30 लाख रुपये तक की कमाई भी हो जाती हैं। फिर कर्मचारियों का वेतन, कच्चा माल और मशीनों की सार संभाल पर होने वाले ख़र्च को निकालने पर 10% मुनाफा यानी 3-4 लाख रुपये की शुद्ध कमाई तो आराम से हो जाती है। हर महीने के हिसाब से देखें तो आपको 25-30 हज़ार रुपये का मुनाफा हर महीने हो जाता है।