ईमानदारी की एक नई मिसाल क़ायम की मुंबई के इस शख़्स ने। दरअसल, इस शख़्स को पैसे से भरा एक बैग मिला लेकिन, उसकी नियत नहीं खराब हुई और उसने उस बैग को उसके मालिक तक पहुँचा दिया। इस कहानी को ‘Humans of Bombay‘ ने अपने ऑफिशियल पेज पर जगह दिया है।
मुंबई का रहने वाला एक शख़्स पब्लिक टॉयलेट में गया और वहाँ देखा कि क्यूबिकल में एक बैग पड़ा हुआ है। जब उसने बैग खोला तो देखा कि उसमें करीब 15 हज़ार रुपये हैं। एक मिडिल क्लास के व्यक्ति के लिए इन पैसों की क़ीमत बहुत ज़्यादा है। उसने ये स्वीकार भी किया की, एक बार तो मेरे दिमाग़ में आया कि बैग रख लूं।
लेकिन, अगले ही पल उसके दिमाग़ में दूसरा विचार आया की, यह पैसा जिसका भी होगा उसने कितनी मेहनत से कमाया होगा। पैसे खो जाने के बाद उसे कैसा लग रहा होगा? उसके बाद वह तुरंत नज़दीक के पुलिस स्टेशन गया और बैग को पुलिस के हवाले कर दिया।
उसके बाद पुलिस ने कुछ घंटे के अंदर ही मालिक का पता लगाकर बैग को उसे लौटा दिया। जिन लोगों ने भी इस स्टोरी को सुना, सबने उस शख़्स की तारीफ की। वहीं, उस शख़्स का कहना था कि लोगों ने मूझसे पूछा कि क्यों मैंने बैग को लौटाने का निर्णय लिया तो मैंने कहा-‘किसी का बुरा करके मेरा अच्छा कभी हो ही नहीं सकता’
एक बार और ऐसी घटना हुई थी।
आपको बता दें कि ये पहली घटना नहीं है कि किसी शख़्स ने पैसे से भरे बैग को उसे मालिक को सौंप दिया। हाल ही में महाराष्ट्र के पुणे के कपल केशव नगर में ऐसी घटना हुई थी जब एक पति-पत्नी विट्ठल मापारे के ऑटो में बैठे। उतरते समय वह अपना बैग ऑटो में ही भूल गए। जब मापरे एक जगह चाय पीने उतरे, तो उन्होंने देखा कि पिछली सीट में एक बैग रह गया है। वह बैग को बिना खोले सीधे घोरपड़ी पुलिस स्टेशन ले गए और वहाँ के इंस्पेक्टर विजय क़दम को ये बैग दे दिया।
इंस्पेक्टर ने जब इस बैग खोला तो उन्हें उसमें 7 लाख तक के ज़ेवर और नकद मिले। इस बैग में कुछ कपड़े भी थे। इंस्पेक्टर क़दम ने पास के पुलिस थाने में कॉल किया तो उन्हें पता चला कि वहाँ ये दंपत्ति पहले ही थाने पहुँच कर रिपोर्ट लिखवा चुके हैं। इस तरह से पता चला कि यह बैग महबूब और शेनाज़ शेख़ का था।