Vishal Kumar UPSC Topper : आपने अक्सर सुना होगा कि अगर कोई व्यक्ति मंजिल तक पहुंचने के लिए संघर्ष करता है, तो उसे उस काम में सफलता जरूर प्राप्त होती है। ऐसा ही कुछ कर दिया है विशाल नामक (Vishal Kumar) एक युवक ने, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करके 484वां रैंक हासिल किया है।
लेकिन विशाल के लिए इस कामयाबी को हासिल कर पाना इतना भी आसान नहीं था, क्योंकि उनका जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था। ऐसे में उनके पास एग्जाम की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे, लेकिन विशाल ने हालातों से हार नहीं मानी और यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करने में सफल रहे।
मां ने भैंस बकरी पालकर बेटे को पढ़ाया
हाल ही में देश भर में यूपीएससी परीक्षाओं (UPSC 2022) का रिजल्ट जारी किया गया है, जिसमें कई छात्रों को सफलता मिली है। उन्हीं छात्रों में से एक हैं, उत्तर प्रदेश के मुज्जफरपुर से ताल्लुक रखने वाले विशाल। विशाल मुजफ्फपुर के मकसूदपुर गांव में रहते हैं, जिनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। इसे भी पढ़ें – सड़क पर सब्जी बेचकर पढ़ाई करने वाली अंकिता नागर बन गई हैं सिविल जज, जानें उनके संघर्ष की कहानी
साल 2008 में पिता की मृत्यु के बाद विशाल के परिवार की आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई थी, जिसकी वजह से उनकी मां रीना देवी ने भैंस और बकरी पालने का काम शुरू कर दिया। भैंस और बकरी के दूध को बेचकर रीना देवी ने विशाल समेत पूरे परिवार का पालन पोषण किया था, ऐसे में विशाल जल्द से जल्द नौकरी करके अपने परिवार की मदद करना चाहते थे।
साल 2011 में विशाल ने मैट्रिक की परीक्षा में टॉप किया था, जिसके बाद उन्होंने साल 2013 में IIT कानपुर में एडमिशन लिया और साल 2017 में इंजीनियर की डिग्री लेने में कामयाब रहे। इसके बाद विशाल ने रिलायंस में जॉब शुरू कर दी, लेकिन उनके टीचर चाहते थे कि विशाल नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करे और विशाल ने अपने टीचर की बात मान ली।
टीचर ने उठाया था पढ़ाई का खर्च
विशाल ने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए रिलायंस कंपनी से जॉब छोड़ दी थी, लेकिन इसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। विशाल के पास यूपीएससी की तैयार करने और फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे, ऐसे में उनके टीच गौरी शंकर ने उनकी मदद की और पढ़ाई का सारा खर्च उठाया।
इतना ही नहीं एग्जाम की तैयारी के दौरान विशाल अपने टीचर के घर पर ही रहते थे और उन्होंने आर्थिक व मानसिक रूप से विशाल का साहस बढ़ाने का काम किया था। विशाल के पिता भी हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करे, लिहाजा विशाल ने यूपीएससी एग्जाम को पास करने के लिए दिन रात मेहनत की।
विशाल की मेहनत का नतीजा है कि उन्हें पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त हो गई, जिससे उनकी मां और टीचर बहुत ज्यादा खुश हैं। इतना ही नहीं गांव के लोगों को भी विशाल पर बहुत ज्यादा गर्व है और वह सभी मिठाई लेकर विशाल को बधाई देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं, जो अपने आप में बेहद उत्साहित कर देने वाली बात है। इसे भी पढ़ें – बचपन में बकरी चराने वाला लड़का बना IAS ऑफिसर, ट्वीटर पर शेयर की पुरानी यादें