नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा कराये जाने वाली देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक जेईई एडवांस्ड भी आता है ,इस परीक्षा में देश के एक से एक मेधावी छात्र छात्रा बैठते है, लेकिन जब सामने आपका लक्ष्य और दिल में जूनून हो तो एक से एक कठिनाइया को भी आप हँसते हँसते झेल लेंगे, इस कथन को कोटा में पढाई करने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड के बेटा ने सिद्ध करके दिखाया है।
युवराज सिंह शेखावत की उम्र 17 साल है ,उन्होंने आईआईटी में प्रवेश दिलाने वाली परीक्षा जेईई एडवांस्ड में आल इंडिया रैंक 476 वां रैंक हासिल किया है, युवराज सिंह शेखावत के पिता कान सिंह शेखावता राजस्थान के कोटा शहर में एक बैंक के सिक्योरिटी गार्ड है, और उन्होंने मीडिया से यह भी कहा की वो अपनी कमाई का ज्यादा तर हिस्सा अपने बेटे और बेटी की पढाई में खर्च करते है, शेखावत का पूरा परिवार पहले राजस्थान की राजधानी जयपुर में रहता था, फिर उनकी बेटी का दाखिला कोटा के कॉलेज राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में बीटेक में हो गया था तो शेखावत का पूरा परिवार जयपुर से कोटा शिफ्ट कर गया।
युवराज इस साल जेईई मेन में 334 वां रैंक हासिल किया था , युवराज के पिता बताते है की शुरू से ही पढाई में मग्न रहता था , युवराज इस साल 12 वीं में 94.6 फीसदी मार्क्स हासिल किये है , युवराज के पिता ने बताया की युवराज पढाई में अव्वल होने के कारण उसे हमेशा स्कॉलरशिप मिलते रहता था , युवराज कोटा के जाने माने इंस्टीटूशन एलन करियर इंस्टिट्यूट से पढाई किया है और युवराज इस साल आईआईटी में दाखिला लेना चाहता है और इंजीनियर बन कर अपने घर को चलाने में पिता की मदद करना चाहता है।
युवराज की जिंदगी करोड़ो बच्चो के लिए प्रेरणा श्रोत है।