ज्यादातर लोग नौकरी से परेशान होते हैं लेकिन अपनी आजीविका चलाने के लिए उन्हें नौकरी करनी पड़ती है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि लोग नौकरी से परेशान होकर इसे छोड़ने तक का फैसला ले लेते हैं और सोचते हैं कि अपना कोई नया काम शुरू किया जाए।
लेकिन ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्राइवेट नौकरियों में काम का प्रेशर बहुत ज्यादा होता है लेकिन तनख्वाह कम होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी प्राइवेट कॉलेज के प्रोफेसर पद पर बैठा हुआ आदमी प्रोफ़ेसर की नौकरी छोड़ कर मछलियाँ बेचने का काम शुरू कर सकता है।
मोहन कुमार का परिचय
दोस्तों यह कहानी मोहन कुमार (Mohan Kumar) से जुड़ी हुई है जिन्होंने कालेज के प्रोफ़ेसर की नौकरी छोड़कर मछलियाँ बेचने का अपना पर्सनल काम शुरू कर दिया और आज एक लाख से ज्यादा रुपए प्रति महीने कमाते हैं। इन्होंने अपने इस कारनामे से यह साबित कर दिया कि कोई भी निर्णय सही या गलत नहीं होता बल्कि उसे सही बनाना पड़ता है।
मोहन कुमार तमिलनाडु (Tamil Nadu) में करुर (Karur)के निवासी हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग (Engineering) के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) की पढ़ाई की और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कई जगहों पर नौकरी के लिए ट्राई किया लेकिन अंततः एक प्राइवेट कॉलेज में प्रोफेसर की नौकरी करने लगे।
लेकिन वह इस नौकरी में अपनी कमाई से संतुष्ट नहीं थे। परिणाम स्वरूप उन्होंने फैमिली बिजनेस के बारे में सोचना शुरू किया। दरअसल उनका परिवार मछलियों को तल कर बेचा करता था। अपनी नौकरी से तंग आकर मोहन कुमार ने अपने इस फैमिली बिजनेस को प्रमोट करने के बारे में सोचा।
घरवाले खुश नहीं थे
शुरुआत में जब उन्होंने प्रोफ़ेसर की नौकरी छोड़ने का फैसला लिया तो उनके परिवार वालों ने काफी नाराजगी जताई पिता भी काफी नाराज रहे लेकिन बाद में जब मोहन के लगन और परिश्रम से बेहतर परिणाम आने लगे तो उनके परिवार वाले भी उनसे संतुष्ट हो गए।
जब मोहन ने अपना काम शुरू किया तो उस समय बेहतर परिणाम नहीं मिले लेकिन मोहन ने उम्मीद नहीं छोड़ी और पूरी लगन के साथ अपने इसी काम में अपने परिवार के साथ जुड़े रहे और देखते ही देखते धीरे-धीरे उनका व्यापार बहुत तेजी से बढ़ गया।
इतना ही नहीं मोहन ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान बताया प्रोफ़ेसर की नौकरी में उन्हें औसतन तनख्वाह मिल जाती थी लेकिन लंबा परिवार और लंबी जिम्मेदारियाँ होने के कारण वह उससे संतुष्ट नहीं थे लेकिन उन्होंने बताया कि अब वह दिन में 2 से 3 टन मछलियों का व्यापार कर लेते हैं और लगभग हर महीने लाखों रुपए की कमाई करते हैं।