आजकल लोगों में सुंदर बनने की होड़ है। हर कोई भीतरी सुंदरता को छोड़कर बाहरी सुंदरता के पीछे भाग रहा है और-और इस कंपटीशन के ज़माने में बाहरी सुंदरता के लिए लोग अपने कितने भी पैसे ख़र्च करने को तैयार हैं। कई लोग तो केमिकल से बने हुए ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो वहीं कई लोग हर्बल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं और अपने इसी हर्बल, जड़ी बूटी से बने हुए ब्यूटी प्रोडक्ट्स को लेकर जो नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो चुका है, वह है शहनाज हुसैन (Shahnaz Hussain). आज हम आपको शहनाज हुसैन से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारियों को बताने वाले हैं कि कैसे उन्होंने अपने इस सफ़र की शुरुआत की।
भारत की सबसे प्रसिद्ध सौंदर्य विशेषज्ञ और महिला उद्यमी हैं शहनाज हुसैन। इनका नाम शायद ही कोई ऐसा होगा जो नहीं सुना होगा। शहनाज हुसैन के हर्बल प्रोडक्ट्स की प्रतिष्ठित कंपनी भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। उनका यह सफ़र सिर्फ़ दो चार दिनों का नहीं है बल्कि इसके पीछे उनके संघर्षों की पूरी कहानी है।
साल 1940 में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एन. यू. बेग के घर एक बेटी का जन्म हुआ जिसका नाम शहनाज रखा गया। बचपन से ही शहनाज का शौक रचनात्मक कार्यों में था। उम्र के साथ-साथ शहनाज की रचनात्मकता भी बढ़ती गई। लेकिन वह दिन भी आया जब सिर्फ़ 14 साल की उम्र में उनकी सगाई हो गई और सगाई के 2 सालों बाद जब शहनाज 16 साल की हुई तब उनकी शादी भी कर दी गई। शादी के साथ उनकी जिम्मेदारियाँ भी बढ़ती गई। अभी शहनाज़ नए परिवार में नए लोगों के साथ तालमेल बिठा ही रही थी कि पता चला शहनाज माँ बनने वाली हैं। इस तरह शहनाज चारों तरफ़ से जिम्मेदारियों में बंधती चली गई।
सारी जिम्मेदारियों के बीच शहनाज के सपने धुंधले पड़ते नज़र आ रहे थें। लेकिन उन्होंने हिम्मत ना हारते हुए अपने ब्यूटीशियन बनने के सपने को खोने नहीं दिया और ख़ुद के लिए समय निकालना शुरू किया। किसी ने भी नहीं सोचा था कि 1 दिन शहनाज इतनी सफल हो जाएंगी कि भारत सहित पूरी दुनिया में उनका नाम होगा। एक दिन शहनाज ने अपने ब्यूटीशियन बनने के सपने को लेकर अपने पति से बात की। उनके इस सपने को पूरा करने के लिए उनके पति और उनके पिता ने उन्हें पूरा सहयोग किया।
एक बार शहनाज के पति नौकरी के सिलसिले में कुछ समय के लिए इराक़ गए। उसी दौरान शहनाज भी लंदन जाकर सौंदर्य प्रसाधनों के उपयोग यानी ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया। शहनाज ने रासायनिक सौंदर्य प्रसाधनों का प्रशिक्षण ना लेकर आयुर्वेदिक और शुद्धता से बने उत्पादों की जानकारी के लिए लगभग 10 सालों तक लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क और कॉपनहेगन के प्रतिष्ठित पॉर्लरों में प्राकृतिक सौंदर्य प्रणाली का प्रशिक्षण लिया।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद शहनाज सन 1977 में भारत लौट आई। भारत लौटने के बाद उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह ख़ुद का ब्यूटी पार्लर खोल सके। इसलिए उन्होंने अपने पिता से 36 हज़ार रुपए उधार लिया और दिल्ली स्थित अपने घर से ही शहनाज हुसैन हर्बल की पहली बार शुरुआत की। पूरी तरह से प्राकृतिक होने के कारण शहनाज के हर्बल प्रोडक्ट्स को लोग काफ़ी पसंद करने लगे।
शुरुआत में शहनाज सिर्फ़ त्वचा से सम्बंधित समस्याओं के लिये उपचार तैयार करती थी, लेकिन कस्टमर की डिमांड पर उन्होंने जल्दी ही मुहांसे, झाई, त्वचा में नमी की कमी और एलोपेसिया यानी बालों को गिरने से रोकने के लिये बहुत सारे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को बाजारों में लॉन्च किया। धीरे-धीरे शहनाज सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ती जा रही थी।
लगभग सत्तर के दशक में उनकी क्रिएटिविटी और काबिलियत को देखते हुए सौन्दर्य विशेषज्ञों के वैश्विक सम्मेलन सिडेस्को में शाहनाज़ को भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त हुआ। शहनाज ने इसी अवसर का लाभ उठाया और वहाँ बैठे हर व्यक्ति को अपने रचनात्मक विचारों से प्रभावित कर दिया। शहनाज के बोलने के तरीके के कारण वहाँ के सदस्यों ने उन्हें 1 दिन के लिए इस सम्मेलन की अध्यक्षता करने का मौका प्रदान किया। तब शहनाज ने वहाँ उपस्थित सारे लोगों का ध्यान भारत के आयुर्वेद की तरफ़ खींचा और इसके फायदे को बताया।
अब तक शहनाज अपने इस क्षेत्र में बहुत आगे निकल चुकी थी। उनके इसी कार्य के लिए उन्हें राजीव गांधी सद्धभावना पुरस्कार और वीमेन ऑफ़ द डिकेड अवार्ड 1983, इसके साथ ही इमेज इंडिया अवार्ड 1985 तथा फिक्की आउटस्टैंडिंग वीमेन ऑफ़ द ईयर अवार्ड 1986 आदि जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
ऐसे ही धीरे-धीरे लगभग 90 का दशक आते-आते शहनाज के प्रोडक्ट्स अपनी गुणवत्ता के कारण पूरे देश विदेश के साथ लंदन के प्रसिद्ध हैरोड्स से लेकर दुबई की शान सुल्तान स्टोर्स तक इनके सौंदर्य प्रसाधन का एक विशेष स्थान बन चुका था। दुनिया भर में उनके प्रोडक्ट्स की लोगों द्वारा डिमांड हो रही थी। तब इस डिमांड को देखते हुए शहनाज ने फ्रेंचाइजी के तहत भारत और विदेशों में अपने कई एक्सक्लूसिव स्टोर्स खोले। आज भी शहनाज अपने सभी फ्रेंचाइजी मालिकों को पहले ख़ुद से ट्रेनिंग देती हैं ताकि उनके प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता में कोई कमी ना आए।