Vehicles Will Run on Ethanol : भारत समेत दुनिया भर में फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों की संख्या काफी ज्यादा है, जिसकी वजह न सिर्फ प्राकृतिक तेल भंडार में कमी आ रही है बल्कि ढेर सारी मात्रा में कार्बन का उत्सर्जन भी हो रहा है। ऐसे में इस समस्या से निटपने के लिए भारत में इथेनॉल (Ethanol) से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे काफी कुछ बदल सकता है।
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इथेनॉल बेस्ड वाहनों को लेकर बड़ा ऐलान किया है, जिसके तहत देश में टोयोटा की कैमरी कार (Toyota Camry) को इथेनॉल (Ethanol) पर दौड़ाया जाएगा। इस कार को अगस्त 2023 में लॉन्च किया जा सकता है, जिससे फ्यूल की खपत और पॉलीयूशन में भारी कमी आ सकती है।
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इतना ही नहीं इथेनॉल (Ethanol) वाले वाहनों के संचालन से ग्राहकों की जेब पर पड़ने वाला दबाव कम होगा, क्योंकि पेट्रोल और डीजल के ज्यादा दामों के मुकाबले इथेनॉल की कीमत कम होती है। इसके अलावा भारतीय नागरिकों के पास फ्यूल और इलेक्ट्रिक वाहन के अलावा एक नया ईंधन विकल्प होगा, जिसे वह अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से चुन सकते हैं।
2025 तक 20% इथेनॉल वाहनों का लक्ष्य
इथेनॉल (Ethanol) एक प्रकार का ग्रीन फ्यूल (Green Fuel) होता है, जिसे भविष्य में पेट्रोल या डीजल के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ग्रीन फ्यूल के इस्तेमाल से कच्चे तेल की खरीद को कम किया जा सकता है, जिससे भारत सरकार के आयात बिल में काफी कमी आ जाएगी। वहीं इथेनॉल का इस्तेमाल करने से कार्बन गैस का उत्सर्जन भी कम होगा, जिससे पृथ्वी पर ग्लोबल वर्मिंग के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक कार्यक्रम के दौरान जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ऐसे नए वाहन ला रही है, जो पूरी तरह से इथेनॉल (Ethanol) पर चलेंगे। इन वाहनों में चार पहिया गाड़ियों के साथ बजाज, टीवीएस और हीरो के कुछ स्कूटर भी शामिल होंगे, जबकि सरकार का लक्ष्य का 2025 तक देश में 20 प्रतिशत वाहन इथेनॉल बेस्ड हों।
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आपको बता दें कि इथेनॉल (Ethanol) का दाम 60 रुपए प्रति लीटर है, जबकि पेट्रोल की कीमत 95 से 120 रुपए प्रति लीटर के आसपास रहती है। इतना ही नहीं इथेनॉल (Ethanol) के जरिए 40 प्रतिशत बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, जिसे गुड, अनाज और खेती के बाद प्राप्त होने वाले अपशिष्ट पदार्थों से बनाया जाता है और यह देश को पॉलीयूशन मुक्त बनाने में सहायक हो सकता है।