एक लंबे अरसे तक नौकरी करने के बाद जब व्यक्ति बुढ़ापे में आराम करना चाहता है, तो उसे रेगुलर इनकम की चिंता सताने लगती है। खासतौर से प्राइवेट कंपनी में जॉब करने वाले लोगों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलती है, जिसकी वजह से उनका रेगुलर इनकम सोर्स नहीं होता है।
ऐसे में ज्यादातर लोग नौकरी छोड़ने से पहले अपनी जमा पूंजी को कहीं न कहीं निवेश करने के बारे में सोचते हैं, ताकि उन्हें हर महीने पेंशन के रूप में फिक्स अमाउंट मिलता रहे। यही वजह है कि सरकार की तरफ से वरिष्ठ नागरिकों की समस्या को हल करने के लिए प्रधानमंत्री वय वंदना योजना की शुरुआत की गई है।
क्या है पीएम वय वंदना योजना?
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की तरह प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक लाभ प्रदान किया जाएगा, जिसके तहत उन्हें हर महीने पेंशन के रूप में 18, 500 रुपए प्राप्त हो सकते हैं। इस योजना के तहत पति पत्नी दोनों एक साथ मिलकर पैसा निवेश कर सकते हैं, जिसके बाद उन्हें अपने बुढ़ापे की चिंता करने की जरूरत नहीं होगी।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना को एलआईसी की तरफ से चलाया जा रहा है, जिसके तहत 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक 15 लाख रुपए तक निवेश कर सकते हैं। इतना ही नहीं पीएम वय वंदना योजना में पति पत्नी एक साथ मिलकर भी पैसों का निवेश कर सकते हैं, जिसमें सालाना 7.4 प्रतिशत का ब्याज मिलता है।
हर महीने मिलेंगे 18 हजार रुपए
ऐसे में अगर पति पत्नी एक साथ मिलकर प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में 30 लाख रुपए निवेश करते हैं, तो उन्हें हर महीने 18, 500 रुपए पेंशन के रूप में मिलेंगे। वहीं अगर सिर्फ पति इस योजना में 15 लाख रुपए निवेश करते हैं, तो उन्हें हर महीने 9, 250 रुपए पेंशन मिलेगी। इस योजना की अवधि 10 साल तक होगी, जबकि पॉलिसी धारक की मृत्यु होने पर उसके नॉमिनी को बाकी की रकम मिल जाएगी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत ग्राहक को पेंशन प्राप्त करने के लिए विकल्प दिया जाता है, जिसके तहत आप साल में एक बार, 6 महीने, 3 महीने या फिर हर महीने पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है, जिसके लिए आपको एलआईसी की नजदीकी ब्रांच से संपर्क करना होगा।
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