कहते हैं अगर इरादे मजबूत हो और कुछ कर दिखाने का जुनून है तो हर मुश्किल छोटी नजर आती है। बिहार राज्य की मूल निवासी पायल कुमारी ने इस बात को बिल्कुल सच करके दिखाया है। उन्होंने केरल की महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के अंतिम वर्ष की परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है।
पिता है मजदूर
बिहार राज्य के शेखपुरा जिले के गोसाई मछली गांव के रहने वाले प्रमोद कुमार काम की तलाश में अपने परिवार के साथ केरल के एर्नाकुलम में आकर बस गए। यहां पर उन्हें एक हार्डवेयर शॉप में मजदूरी मिल गई। इस समय यह लोग कंगरापड्डी में रहते हैं।
शुरुआत से थी होनहार
पायल का बचपन से ही पढ़ाई में बहुत मन लगता था। 10वीं कक्षा में उन्होंने 83% नंबर और 12वीं कक्षा में 95% नंबर प्राप्त किए थे इसके बाद उन्होंने Mar Thoma कॉलेज में ग्रेजुएशन में दाखिल लिया और यहां पर भी अंतिम वर्ष में टॉप किया।
एक समय रोकनी पड़ी थी पढ़ाई
पायल के पिता मजदूरी करते थे, अतः उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। पायल को अनेक आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एक समय आर्थिक स्थिति अधिक खराब हो जाने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी,लेकिन पायल की पढ़ाई को लेकर जुनून को देखते हुए उनके कॉलेज में उन्हें सुविधा उपलब्ध कराई और उनकी पढ़ाई आगे जारी रही।
पायल ने अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए यह शानदार जीत हासिल की।