आज के समय में सोना का भाव अपने ऊपरी स्तर से 10 फीसदी नीचे आ चुका है। हालांकि निवेशकों को अभी लगता है कि सोनें का भाव दिवाली के समय तक 60 हजार के ऊपर पहुंच जाएगा। अगर आप इस समय सोनें में निवेश करते हैं तो ये आपके लिए सबसे अनुकूल समय है। सरकार भी गोल्ड में निवेश के लिए कई तरह की स्किम लेकर आती रहती है जिसमें सबसे बेहतर स्किम है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम। आज हम आपको गोल्ड में निवेश करने से पहले कुछ बेहतरीन जानकारी दे रहे हैं जो आपके बहुत काम आएगी।
आपके पास है सोने में निवेश के लिए कई विकल्प
निवेशकों को सोनें में निवेश के लिए कई तरह के विकल्प मौजूद है जिनमें पेपर गोल्ड, गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड म्यूचुअल फंड और डिजिटल गोल्ड को कोरोनाकाल में सबसे बेहतरीन विकल्प माना जा रहा है। ऐसा इसलिए, क्योंकि आप इन विकल्पों के माध्यम से बड़ी ही आसानी से सोने में निवेश करके सोने को खरीदा और बेचा जा सकता है। इन विकल्पों में आपको सोना सुरक्षित रखने और उसकी शुद्धता की चिंता करने की भी जरूरत नही है।
डिजिटल गोल्ड में निवेश है सही विकल्प
आप सोने की ज्वैलरी खरीदने के जगह पर इसको एक वित्तिय असेट के तौर पर खरीदें ऐसा इसलिए क्योंकि गहना खरीदने से उसका देखभाल करने की चिंता होती है साथ में हमें ये भी पता नहीं होता कि इसकी शुद्धता कितनी है। गोल्ड का सिक्का या फिर ज्वेलरी खरीदने पर उसके सुरक्षा की भी चिंता होने लगती है। इसलिए डिजिटल गोल्ड आपके लिए काफी मायनों में सही हो सकता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड भी एक विकल्प
बात अगर गोल्ड म्यूचुअल फंड की जाए तो आपके लिए ये भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसमें निवेशकों का पैसा सोने में लगाया जाता है। यहां फंड मैनेजर निवेशकों के पैसों का ध्यान रखते हैं। यहां आपको बाजार की परिस्थिति पर फंड रिटर्न का असर होता है। निवेशक कितना जोखिम उठा सकते है इसी के आधार पर आपको इसमें निवेश करना चाहिए।
कैपिटल गेन टैक्स लगेगा निवेश करते है तो
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स का मतलब यह हुआ कि जब निवेशक गोल्ड खरीदकर उसको तीन साल से कम समय में बेच रहा है तो इसपर निवेशक पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगा दिया जाएगा। निवेशक को LTCG 20%+ सरचार्ज देना होगा। 4 फीसदी सेस इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ संभव है। फिजिकल गोल्ड पर GST लगता है।