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Prahlad Jani: 79 सालों तक बिना खाए पिए जिंदा रहे थे, योग साधना के दम पर दी थी विज्ञान को चुनौती

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Prahlad Jani – भारत को ऋषि, मुनियों का देश कहा जाता है, जो सालों साल तक तपस्या और योग साधना में लीन रहते हैं। इन ऋषियों को अपनी साधना के अलावा सांसारिक मोह माया से कोई लगाव नहीं होता है, इसलिए वह अपने घर परिवार तक को छोड़ देते हैं।

लेकिन आज हम आपको भारत के ऐसे योगी बाबा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी तपस्या के लिए घर, परिवार और सांसारिक मोह के साथ-साथ अन्न तक त्याग दिया था। हालांकि इसके बावजूद भी वह बाबा कई सालों तक जिंदा रहे और लोगों को तपस्या करने के लिए प्रेरित भी किया।

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अन्न त्यागने वाले संन्यासी प्रहलाद जानी (Prahlad Jani)

भारत में कई प्रकार के ऋषि, मुनि, साधु और संत रहते हैं, जिनमें से कुछ साधु भिक्षा मांगकर अपना गुजारा करते हैं तो वहीं कुछ दिन में एक बार अन्न ग्रहण करके अपनी तपस्या में लीन रहते हैं। लेकिन प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) एक ऐसे सन्यासी थे, जिन्होंने अपनी तपस्या को पूरा करने के लिए अन्न तक त्याग दिया था।

प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) का जन्म साल 1929 में गुजरात (Gujarat) के बनासकांठा (Banaskantha) जिले के अंबाजी गाँव (Ambaji) में हुआ था, जिन्हें स्थानीय लोग चुनरी वाली माताजी (Chunri Wali Mataji) के नाम से भी जानते थे। प्रहलाद जानी बचपन से ही दूसरे बच्चों से काफी अलग थे, इसलिए उन्होंने मात्र 12 साल की उम्र में ही अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था।

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बिना खाए 79 सालों तक रहे थे जिंदा

प्रहलाद जानी ने 12 साल की उम्र से खाना-खाना छोड़ दिया था, जिसके बाद वह धीरे-धीरे योग, तपस्या और ध्यान लगाने की तरफ आकर्षित होने लगे। इस तरह उन्होंने सन्यासी बनाने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने अपने माता-पिता, घर और परिवार को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ दिया था।

प्रहलाद जानी की मानना था कि बिना खाना खाए ध्यान लगाने से उन्हें ऊर्जा प्राप्त होती है, इसलिए वह अन्न का एक दाना तक ग्रहण नहीं करते थे। प्रह्राद जानी ने अपनी अपने जीवन के लगभग 79 साल बिना खाना खाए बिताए थे, जो अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है।

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डॉक्टरों ने किया था प्रहलाद जानी पर शोध

प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) का इस तरह बिना खाना खाए जिंदा रहना स्थानीय लोगों के साथ-साथ विज्ञान के लिए बहुत रहस्यमयी था, इसलिए डॉक्टर्स की एक टीम ने प्रह्राद जानी के शरीर पर शोध करने का फैसला किया। इसके लिए प्रह्राद जानी को साल 2010 में अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहाँ डॉक्टर्स ने उनके ऊपर 15 दिनों तक शोध किया था।

इस दौरान प्रहलाद जानी को अस्पताल के एक कमरे में रखा गया था और उनके ऊपर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाती थी। 15 दिनों तक चले इस शोध के दौरान प्रह्राद जानी ने कुछ भी ग्रहण नहीं किया था, जो डॉक्टरों के लिए काफी चौंकाने वाली घटना थी।

इतना ही नहीं शोध के दौरान प्रहलाद जानी ने मल मूत्र भी नहीं त्याग किया था, जबकि एक आम इंसान बिना मूत्र त्याग किए जीवित नहीं रह सकता है। ऐसे में डॉक्टर्स को भी यह मानना पड़ा कि प्रह्राद जानी का शरीर भोजन न लेने का आदि हो चुका है और उन्हें तपस्या के जरिए ही ऊर्जा प्राप्त होती है।

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300 साल तक रहना चाहते थे जिंदा

अहमदाबाद के अस्पताल में चले शोध के बाद प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) की लोकप्रियता में काफी बढ़ोतरी हो गई थी, जबकि उनको फ्लो करने वाले लोग उन्हें चमत्कारी पुरुष बताते थे। प्रह्राद जानी का मानना था कि वह भोजन ग्रहण किए बिना 300 साल का लंबा जीवन व्यतीत करेंगे।

हालांकि उनका यह दावा गलत साबित हो गया और साल 2020 में 91 साल ही उम्र में उनका निधन हो गया था, जिसके बाद कुछ लोगों ने प्रहलाद जानी के चमत्कारी शरीर पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था।

उनका कहना था कि बिना खाना खाए जिंदा रहने वाले प्रहलाद जानी के शरीर का टेस्ट होना चाहिए, हालांकि योग साधना के दम पर ऊर्जा प्राप्त करके 79 सालों तक जिंदा रहने वाले इस साधु का जीवन आम लोगों के लिए अब तक रहस्यमयी ही बना रहा है।

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गुजरात में थी प्रहलाद जानी की ख्याति

गुजरात के लोग प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) को चमत्कारी पुरुष मानते थे, जबकि उन्हें फ्लो करने वाले लोगों में कई बड़े लोगों के नाम भी शामिल थे। प्रह्राद जानी को माताजी कहकर पुकारा जाता था, जिनसे आशीर्वाद लेने के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा होती थी।

प्रहलाद जानी (Prahlad Jani) माथे पर टीका, नाक में नथ, गले में हार और लाल रंग के वस्त्र धारण करके रखते थे, इसलिए उन्हें माताजी कहा जाता था। उनका कहना था कि उन्हें योग साधना से इतनी ऊर्जा प्राप्त हो जाती है कि वह लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।

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Shivani Bhandari
Shivani Bhandari
शिवानी भंडारी एक कंटेंट राइटर है, जो मीडिया और कहानी से जुड़ा लेखन करती हैं। शिवानी ने पत्रकारिता में M.A की डिग्री ली है और फिलहाल AWESOME GYAN के लिए फ्रीलांसर कार्य कर रही हैं।

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