एक दिन की नवजात बच्ची को कुत्तों के बीच छोड़ गई मां, कुतिया ने अपना दूध पिलाकर बचाई जान

Mungeli News : कहते हैं कि इस संसार में सिर्फ मां का प्रेम ही निस्वार्थ होता है, जो अपने बच्चे की खुशी और सुख के लिए किसी भी मुश्किल को हंसते हंसते सहन कर लेती है। शायद यही वजह है कि भगवान विष्णु भी बार बार मानव रूप में जन्म लेते थे, ताकि वह मां की ममता का आनंद उठा सके।

लेकिन क्या हो अगर कोई महिला मां बनने के बाद अपने दूध मुंहे बच्चे को कुत्तों के बीच छोड़कर चली जाए और वह मासूम बच्चा दूध के लिए तड़पता रह जाए। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है, जहां एक इंसान के बच्चे का पालन कुत्ता कर रहा है।

कुत्तों के बीच बच्ची को छोड़ गई मां

यूं तो आज के जमाने में बेटी होने पर घर में खुशियों का माहौल रहता है, लेकिन कुछ लोग आज भी बेटी को बोझ से ज्यादा कुछ नहीं समझते हैं। शायद इसलिए छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक मां अपनी नवजात बच्ची को जन्म देने के बाद कुत्तों के बीच छोड़कर चली गई। इसे भी पढ़ें – इस माँ ने पेश की ममता की मिसाल, बाघिन के तीन लावारिस बच्चों की कर रही है परवरिश, वीडियो हुआ वायरल

ऐसा करते हुए उस मां का दिल बिल्कुल भी रोया नहीं होगा, बल्कि वह तो यह सोचकर बच्ची को कुत्तों के बीच छोड़कर गई थी कि वह उसे नुकसान पहुंचाएंगे और बच्ची की मौत हो जाएगी। लेकिन उस महिला की सोच के बिल्कुल विपरीत मादा कुत्ते या उसके पिल्लों ने बच्ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।

इतना ही नहीं मादा कुतिया ने बच्ची को अपना पिल्ला समझ कर पूरी रात दूध भी पिलाया, क्योंकि वह बच्ची भूख की वजह से तड़प रही थी। उस बच्ची के शरीर पर कपड़े के नाम पर कुछ भी नहीं था और वह पूरी रात नंगे बदन मादा कुत्ते और उसके पिल्लों के बीच पड़ी हुई थी, वहीं पिल्लों ने बच्ची को चारों तरफ से कवर किया हुआ था।

स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को सूचना

आमतौर पर कुत्तों की सूंघने की क्षमता बहुत तेज होती है, जो जानवर और इंसान की महक आसानी से पहचान लेते हैं। कुत्तों को पता चला गया था कि वह एक इंसान की बच्ची है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने उसे नुकसान नहीं पहुंचाया और उसके साथ रात भर रक्षक की तरह बिताई। इसे भी पढ़ें – सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी के नाम पर खुलवाएं खाता, हर महीने 250 रुपए जमा करके पाए 15 लाख रुपए

अगले दिन सुबह जब स्थानीय लोगों की नजर उस बच्ची पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को कॉल किया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात बच्ची को तुरंत लोरमी मातृ शिशु अस्पताल पहुंचाया, जहां बच्ची को प्राथमिक उपचार के बाद भर्ती कर लिया गया है।

बताया जा रहा है कि बच्ची अब पुरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन इस मामले में किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस बच्ची के माता-पिता और परिवार का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसके लिए एक जांच टीम भी बनाई गई है। लेकिन इस तरह की घटना यह साबित करती है कि आज के बदलते युग में उस माता का दिल मोम की पत्थर हो गया है, जबकि एक बेजुबान जानवर के मन में ममता पनपन रही है। इसे भी पढ़ें – इको फ्रेंडली घर: मिट्टी से बने कटोरों का इस्तेमाल करके तैयार की छत, गर्मी में नहीं पड़ती है AC की जरूरत