पुलिस बल आम जनता की रक्षा करने के साथ-साथ समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने का काम करती है, जिसकी वज़ह से अधिकारियों को कड़क स्वभाव रखना पड़ता है। हालांकि कई बार वर्दी पहने पुलिस ऑफिसर्स का भावुक चेहरा दिख जाता है, जो समाज को एक अलग ही संदेश देने का काम करता है।
हाल ही में इस तरह ही एक घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित कंकरखेड़ा थाने में देखने को मिली, जहाँ ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर ने होमागार्ड जवान के पैर छुकर सबको हैरान कर दिया। आइए जानते हैं क्या यह पूरा मामला, जिसने पुलिस कर्मियों का भावुक चेहरा जनता के सामने लाने का काम किया है।
होमगार्ड की विदाई पर भावुक हुए पुलिसकर्मी
रिछपाल सिंह साल 1981 में होमगार्ड विभाग में भर्ती हुए थे, जिसके बाद मेरठ के विभिन्न थानों में उनकी पोस्टिंग होती रही। इसी दौरान उनकी नौकरी कंकरखेड़ा थाने में लगा दी गई, जहाँ वह काफ़ी सालों तक तैनात रहे।
इसी थाने में नौकरी करते हुए रिछपाल सिंह की सेवा-निवृत्ति (Retirement) का समय आ गया, जिसके लिए थाने के अन्य पुलिस कर्मचारियों ने उनके लिए विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया। इस विदाई कार्यक्रम के दौरान होमगार्ड रिछपाल सिंह का फूल माला पहना कर अभिनंदन किया गया और उनके सहकर्मियों ने उन्हें उपहार दिए।
थाने के इंस्फेक्टर ने पैर छूकर लिया आर्शीवाद
होमगार्ड रिछपाल सिंह के विदाई समारोह में थाने के इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, जिन्होंने रिछपाल सिंह का अभिवादन किया। विदाई के दौरान कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने होमगार्ड रिछपाल सिंह के पैर छूकर उन्हें सम्मान दिया और उनका आशीर्वाद लिया।
यह नजारा देखकर थाने के अन्य पुलिसकर्मी अंचभित रह गए, क्योंकि इससे पहले थाने के किसी भी इंस्पेक्टर ने होमगार्ड के पैर छुने का नेक काम नहीं किया था। इसके बाद थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मियों और होमगार्ड्स ने रिछपाल सिंह के पांव छूए और उनसे आशीर्वाद लिया। रिछपाल सिंह अपने विदाई समारोह में बहुत ज़्यादा भावुक हो गए थे, क्योंकि उन्हें जीवन में इतना ज़्यादा सम्मान कभी नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि वह थाना कर्मचारियों का प्रेम और सम्मान पाकर धन्य हो गए हैं।
नगर निगम एंव खाद्य निरीक्षक अधिकारी की सेवा-निवृत्ति
कार्यलय में किसी सहकर्मी के सेवा-निवृत्त होने पर उन्हें विदाई देना बहुत ही भावुक पल होता है, जिसमें अक्सर लोगों की आंखों से आंशु निकल आते हैं। ऐसा ही एक नजारा मेरठ नगर निगम के कर्मचारी की विदाई पर देखने को मिला। मेरठ नगर निगम के कर्मचारियों ने अपने सहकर्मी जयद्रथ सिंह के सेवा-निवृत्त होने पर मयूर होटल में विदाई समारोह का आयोजन किया था। जयद्रथ सिंह नगर निगम बोर्ड में सफ़ाई एंव खाद्य निरीक्षक के पद पर तैनात थे, जो अपना काम बहुत ही लगन और ईमानदारी से पूरा करते थे।
जयद्रथ सिंह के ऊपर दिल्ली रोड पर मौजूद लगभग 9 वॉर्ड्स की साफ़ सफ़ाई की जिम्मेदारी थी, ऐसे में सालों से अपने काम को बखूबी निभा रहे जयद्र सिंह को विदाई देना उनके सहकर्मियों के लिए बेहद मुश्किल हो गया था। जयद्रथ सिंह के विदाई समारोह में सफ़ाई एवं खाद्य निरीक्षक विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे, उन सभी ने जयद्रथ सिंह को फूल माला पहनाई और उनका अभिवादन किया। वहीं जयद्रथ सिंह के कुछ सहकर्मी उनकी विदाई पर अपने आंसू नहीं रोक पाए और फूट-फूट कर रोने लगे।
प्रशासनिक और ज़िलाधिकारी अधिकारी की भावुक विदाई
ऐसा ज़रूरी नहीं है कि लोग सिर्फ़ बेटी की विदाई के दौरान ही भावुक होते हैं, क्योंकि कई बार अपनी नौकरी छोड़ते समय भी लोगों की आंखों से आंसू निकल ही जाती है। हाल ही में कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने सेवा-निवृत्ति कार्यक्रम का आयोजन किया था, इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी कुशलपाल सिंह और ज़िलाधिकारी अर्दली इस्लाम को विदाई दी।
विदाई कार्यक्रम के दौरान अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने सेवा-निवृत्त हो रहे अधिकारियों को फूल माला पहनाई और उन्हें शॉल ओढ़ाकर स्मृति चिह्न सौंपा। इसके साथ ही सहकर्मियों ने प्रशासनिक अधिकारी कुशलपाल सिंह और ज़िलाधिकारी अर्दली इस्लाम के कार्यों और व्यवहार की सराहना भी की।
नगर आयुक्त के स्टेनो का विदाई समारोह
बीते शनिवार को नगर आयुक्त के स्टेनो योगेंद्र शर्मा की सेवा-निवृत्ति पर विदाई समारोह का आयोजन किया था, हालांकि सेवा-निवृत्त होने के बावजूद भी वह नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक से सम्बंधी सभी कामों को निपटाते हुए नज़र आए।
हालांकि उनकी विदाई से नगर निगम अधिकारी और नेता काफ़ी उदास थे, क्योंकि योगेंद्र शर्मा हर छोटे से छोटे काम को बहुत ही जिम्मेदारी के साथ पूरा करते थे। ऐसे में सेवा-निवृत्त होने के बावजूद भी उनके काम करने की लगन देखकर सभी बहुत हैरान थे। यह थे सरकारी विभाग में सेवा-निवृत्ति होने वाले कुछ ऐसे कर्मचारी, जो अपना कार्यकाल ख़त्म होने के साथ-साथ कई लोगों को भावुक कर गए।