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भारत में स्थित मावलिननांग को कहा जाता है एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव, जानिए इसके पीछे का कारण

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Mawlynnong Village – दोस्तों आज हम आपको एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव कहा जाता है। यह गाँव मेघालय में स्थित है और इस गाँव का नाम मावलिननांग (Mawlynnong Village) है। आपको बता दें कि इस गाँव को भगवान का अपना बगीचा भी कहा जाता है।

इसे एशिया का सबसे स्वस्छ गाँव (Mawlynnong the cleanest village in Asia) का नाम दिया जाता है। इस कथन के पीछे कई कारण मौजूद है। साल 2003 में इस स्थान को डिस्कवर इंडिया के द्वारा एशिया का सबसे साफ गाँव घोषित किया गया था। स्वच्छता इस गाँव की प्रसिद्धि है और प्रमुख प्रमाण भी है।

इसके अतिरिक्त भी एक गाँव में ऐसा बहुत कुछ है। यहाँ पर 100% साक्षात्कार की दर मौजूद है और स्त्रियों के लिए भी यहाँ पर कई सारे प्रयास किए गए हैं। आज हम आपको एशिया के सबसे स्वच्छ गाँव मावलिननॉन्ग के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि आखिर वह क्या वजह है जिसके कारण इस गाँव को एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव कहा जाता है।

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कभी महामारीयों से पीड़ित था मावलिननांग

सूत्रों के अनुसार सन 1988 के करीब यह गाँव हर मौसम में महामारी का शिकार होता था। गाँव में फैली महामारी के कारण कई लोगों की जान भी चली जाती थी। इस समस्या को खत्म करने के लिए रिशोत खोंगथोराम नामक एक शिक्षक ने इस गाँव में निवास करने वाले लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करना शुरू किया था।

इस मुहिम की शुरुआत में इन्हें इस मुहिम को लेकर के काफी झिझक और संकोच था। लेकिन बाद में उन्होंने अपने बच्चों के जान की रक्षा के लिए इस मुहिम को पूरी तरीके से अपना लिया था। इसके पश्चात स्वच्छता के लिए गाँव में समिति का गठन हुआ और इस तरह से इस गाँव के लिए स्वच्छता एक अभियान बन गया।

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जानवरों को घरों में बाँधने की हुई शुरुआत

बता दे कि गाँव के लोगों ने गठित हुई इस समिति की बात मानी और इस अभियान की शुरुआत की इस अभियान की शुरुआत जानवरों को घर में बाँधने से हुई थी। चाहे वह पालतू जानवर हों या फिर आवारा जानवर हों उन्हें एक घर में स्थान दिया गया। जिससे कि जगह-जगह गंदगी को फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही लोगों ने हर घर में शौचालय बनने की प्रक्रिया को भी शुरू किया और हर घर में शौचालय बनाया जाने लगा। बता दें कि वर्तमान में यहाँ 100 घर हैं जिसमें कि 95 घरों में शौचालय मौजूद है।

इसके अतिरिक्त घरों से निकलने वाले कूड़े को भी एक जगह पर इकट्ठा करना शुरू किया गया। ऑर्गेनिक एवं इन ऑर्गेनिक कचरे को अलग-अलग रखने के लिए भी कंपोस्ट पिट एवं बांस के खास तरीके के बॉक्स बनाए गए ताकि घरों से निकलने वाला ऑर्गेनिक इन ऑर्गेनिक कचरा अलग-अलग रखा जा सके और बाद में इसे रीसाइकिल किया जा सके।

No-Smoking
Reuters

प्लास्टिक एवं स्मोकिंग के लिए हैं सख्त नियम

बता दें कि इस गाँव में उस तरह की सभी प्लास्टिक को पर रोक लगा दिया गया है जो आसानी से रीसाइकिल ना हो सके। इसके अतिरिक्त इस गाँव की हवा को भी प्रदूषण मुक्त रखा गया है। गाँव की हवा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए गाँव में धूम्रपान पर भी बैन लगाया गया है।

केवल इतना ही नहीं यदि कोई व्यक्ति इस गाँव में धूम्रपान करते हुए दिखाई देता है तो उस पर जुर्माना लगाने का भी निर्देश है। इसके साथ ही यदि गाँव में किसी को भी रास्ते पर कूड़ा दिखाई देता है तो यह आपकी जिम्मेदारी है कि वह पूरे को उठा कर के कूड़ेदान में डालें।

Welcome-to-Mawlynnong-Village

ऐसे पहुँच सकते हैं मावलिननांग

आपको बता दें कि यदि आप मावलिननांग गाँव पहुँचना चाहते हैं तो इस गाँव को शिलांग, चेरापूंजी एवं अन्य आसपास की कई क्षेत्रों से जोड़ने वाली बसें यहाँ पर मौजूद हैं। इस गाँव से सबसे करीबी हवाई अड्डा शिलांग में स्थित है। यह हवाई अड्डा मावलिनॉन्ग गाँव से 78 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

बता दे किस गाँव में रेल द्वारा भी पहुँचा जा सकता है। इस गाँव से गुवाहाटी की दूरी 172 किलोमीटर है। यहाँ से सबसे करीबी रेलवे स्टेशन गुवाहाटी का ही है। यदि आप रेल मार्ग से आ रहे हैं तो आपको गुवाहाटी तक का सफर तय करना होगा और यदि आप हवाई मार्ग से आ रहे हैं तो आपको शिलांग पर ही फ्लाइट छोड़नी होगी। इसके आगे बस एवं टैक्सियों के द्वारा आप स्टेशन यह हवाई अड्डे से इस गाँव तक का सफर तय कर सकते हैं।

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मावलिननांग में घूमने के लिए भी मौजूद हैं स्थान

दोस्त आपको बता दें कि इस गाँव में काफी खूबसूरत स्थान मौजूद हैं। यहाँ का सबसे लोकप्रिय आकर्षण है द स्काईव्यू जो कि बेहद ही खूबसूरत है। इस साइट पर देखने का एक टावर भी मौजूद है जिसकी ऊंचाई 75 फीट है और यह पूरे तरीके से बांस से निर्मित है। बता दें कि यह गाँव भारत एवं बांग्लादेश के बॉर्डर पर स्थित है।

इस स्थान पर प्रवेश करने के लिए आपको मात्र ₹10 का प्रवेश शुल्क प्रत्येक व्यक्ति के लिए देना होता है। जिसके बदले में आपको एक अनमोल अनुभव प्राप्त होता है। आप इस जगह पर अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए भी आ सकते हैं।

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स्वादिष्ट भोजन के लिए भी है प्रसिद्ध (Delicious Food of Mawlynnong)

आपको बता दें कि इस गाँव की प्रसिद्धि स्वादिष्ट भोजन के लिए भी है। मावलिननांग नामक इस गाँव में आप जो भी भोजन करते हैं उसकी खासियत यह है कि यह सभी अनाज ऑर्गेनिक रूप से उगाए गए फसल से तैयार किया जाता है।

यहाँ पर मिलने वाला मीट भी घरेलू नस्ल के पक्षियों एवं जानवरों से ही प्राप्त किया जाता है। शाकाहारी एवं मांसाहारी व्यंजनों की यहाँ पर आपको एक स्वादिष्ट वैरायटी प्राप्त होती है। बता दे कि यहाँ की सबसे प्रसिद्ध डिश तुंग्रीमबाई नामक व्यंजन है। इसे सोयाबीन एवं बाँस के पत्तों द्वारा निर्मित किया जाता है।

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News Desk
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