Mahendragiri Frigate Indian Navy Warship : भारतीय नौसेना के युद्धपोत ‘महेंद्रगिरी’ को आज मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) में लॉन्च किया गया। यह युद्धपोत ‘परियोजना 17-ए’ के तहत निर्मित नीलगिरि श्रेणी का सातवां और आखिरी जहाज है।
लॉन्च समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी श्रीमती उषा धनखड़ मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
Mahendragiri Frigate Indian Navy Warship
महेंद्रगिरी फ्रिगेट में उन्नत स्टील्थ फीचर्स, अत्याधुनिक हथियार और सेंसर हैं। यह दुश्मन के रडार और अन्य सेंसरों से छिप सकता है, जिससे इसे दुश्मन के हमलों से बचने में मदद मिलती है। इस जहाज में हवा से हवा में मार गिराने वाली मिसाइल, एंटी-शिप मिसाइल, एंटी-सबमरीन मिसाइल और एक स्वदेशी रूप से विकसित हथियार प्रणाली शामिल है।
इसमें 2 आरबीयू-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स भी लगे हैं। इस जंगी जहाज पर 2 ध्रुव हेलिकॉप्टर या दो सी-किंग एमके हेलिकॉप्टर तैनात हो सकते हैं। ‘महेंद्रगिरी’ की लंबाई 149 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और ऊंचाई 45 मीटर है। इस युद्धपोत का वजन 5,800 टन है और यह 28 समुद्री मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है।
‘महेंद्रगिरी’ का नाम ओडिशा में पूर्वी घाट में सबसे ऊंची पर्वत चोटी के नाम पर रखा गया है। यह युद्धपोत परियोजना 17-ए के तहत निर्मित नीलगिरि श्रेणी का सातवां और आखिरी युद्धपोत है।
‘महेंद्रगिरी’ को 2025-26 के बीच भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। इस युद्धपोत के शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत और बढ़ जाएगी और देश की समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी।
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