Success Story: कहते हैं कि इंसान का संघर्ष जितना लंबा होता है, उसे उतनी ही ज्यादा कामयाबी प्राप्त होती है। ऐसा में मध्य प्रदेश के नीमच जिले से ताल्लुक रखने वाले रविकांत चौधरी ने अपने मेहनत और संघर्ष के दम पर भारतीय वायु सेना में ऑफिसर रैंक हासिल कर लिया है।
रविकांत चौधरी (Ravikant Chaudhary) नीमच जिले (Neemuch) में स्थित द्वारकापुरी में रहते हैं, जहाँ उनके पिता देवेंद्र चौधरी एक धर्मशाला के बाहर गोल गप्पे का ठेला लेते हैं। रविकांत अपने पिता की मदद करने के लिए गोप गप्पे बेचने का काम करते थे, जबकि उन्होंने कई बार झूठे बर्तन भी धोए हैं।
गोल गप्पे बेचने वाले का बेटा बना ऑफिसर
ऐसे में रविकांत गोल गप्पे के ठेले पर काम करने के साथ-साथ सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रहे थे, जिसके लिए वह रात में देर तक जागकर पढ़ाई किया करते थे। यह रविकांत चौधरी की मेहनत और लगन का फल है कि उनका चुनाव भारतीय वायु सेना में हुआ है, जिसकी वजह से उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य काफी ज्यादा खुश हैं। Read Also: गोल गप्पे बेचने वाले के बेटे ने मेहनत के दम पर पास की NEET परीक्षा, जूठे बर्तन धोने वाला युवक बनेगा डॉक्टर
रविकांत अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने पिता देवेंद्र चौधरी को देते हैं, जिन्होंने कम आमदनी होने के बावजूद भी अपने बच्चों की परवरिश और पढ़ाई लिखाई में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। वहीं रविकांत ने भी अपनी मेहनत के दम पर वायु सेना में भर्ती होकर अपने पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है, जबकि अब वह हैदराबाद में रहकर अपनी ट्रेनिंग पूरी करेंगे।
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