कहते हैं कि समय का कुछ पता नहीं होता है। समय वह चीज है जो किसी भी इंसान से कुछ भी करवा सकता है। ये बात बिल्कुल सच है। अमेरिका (America) के अलबामा (Albama) शहर की एक बच्ची इसका ताज़ा उदाहरण है। आज उसकी उम्र महज़ सात साल है। वह इस सात की उम्र में ही पहले तो भगवान की दी गई शारीरिक परेशानी से जूझ रही है। इसके बाद उसके जीवन में आई आर्थिक तंगी से दो-दो हाथ कर रही है। भगवान की दी गई परेशानी का तो उसके पास कोई समाधान नहीं है।
लेकिन आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए वह इन दिनों अमेरिका के अलबामा शहर में ही लोगों को नींबू-पानी बेच कर काम चला रही है। उसके हाथों से नींबू-पानी पीने वाले लोग सिर्फ़ एक ग्राहक ही नहीं, उसके लिए भगवान स्वरूप हैं। आइए जानते हैं क्या है इस लड़की की पूरी कहानी…
कौन है लीजा?
अमेरिका के अलबामा शहर में पैदा हुई इस लड़की का नाम लीजा स्काॅट (Liza Scott) है। अलबामा शहर में लीजा की माँ एलिजाबेथ की अपनी बेकरी है। इसी बेकरी में इन दिनों लीजा भी अपनी माँ के साथ काम कर रही हैं। जबकि लीजा की उम्र इस समय महज़ सात साल है। लीजा की माँ की मानें तो जन्म से ही लीजा के दिमाग़ में तीन जगह दिक्कतें हैं (इसे सेलेब्रल मैलफॉर्मेशनल) कहते हैं। डाॅक्टर बताते हैं कि आम तौर पर ये दिक्कत एक जगह ही होती है। लेकिन लीजा के दिमाग़ में तीन जगह है। इसी के चलते उसके दिमाग़ के दाहिने भाग में लगातार दिक्कत रहती है। जो कि लीजा के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
ग्राहकों को कहती है भगवान
लीजा के दिमाग़ को ठीक करने के लिए उसके दिमाग़ का ऑपरेशन करना पडेगा। जिसमें बहुत ज़्यादा ख़र्चा आएगा। जबकि लीजा की माँ एलिजाबेथ के पास इतना पैसा नहीं है। लीजा इसी ख़र्च को अपनी माँ के ऊपर से कम करना चाहती है। इसलिए लगातार वह अपनी माँ की बेकरी पर काम करती है। लीजा की माँ बताती हैं कि दुकान पर आने वाले हर ग्राहक के हाथों आई छोटी-सी राशि लीजा के जीवन के लिए वरदान साबित होती है। इसी राशि से लीजा के ऑपरेशन में मदद मिलेगी। लीजा और उसकी माँ उन ग्राहकों को भगवान मानती हैं। जो उनकी बेकरी पर आकर जूस पीते हैं।
लीजा हो जाती हैं बेहोश
एक महीने पहले की बात है लीजा काम करते-करते बेकरी पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी थी। लीजा की मांसपेशियाँ खिचने लगी। तो उन्हें डाॅक्टर को दिखाया गया। डाॅक्टर ने बताया कि यह उनके दिमाग़ में आए दौरे की वज़ह से हुआ है क्योंकि उनके दिमाग़ में तीन जगह दिक्कते हैं। इसके इलाज़ के लिए उनका ऑपरेशन करना पडेगा।
हर रोज़ करती हैं प्रार्थना
लीजा की माँ ने कहा कि उनकी पहली सर्जरी चिल्ड्रन अस्पताल में होनी वाली है। लीजा बेहद हिम्मत वाली लड़की हैं। वह बहुत मेहनत करती हैं ताकि उनके दिमाग़ की सर्जरी जल्दी हो सके। लीजा कहती हैं कि वह अस्पताल से जीत कर ही वापिस आएंगी। जब भी लीजा को नींद नहीं आती, दिक्कत होती है तो वह भगवान से प्रार्थना करती हैं। यही उन्हें हिम्मत देता है। एलिजाबेथ ने इंशोरेंस कवर भी बढ़वाया था, लेकिन सर्जरी बड़ी और अस्पताल दूर होने चलते ख़र्चा ज़्यादा लगेगा। साथ ही दवाइयों और होटल का ख़र्च भी ज़्यादा होगा। इसलिए एलिजाबेथ उम्मीद करती है कि जल्द ही सब कुछ भगवान की दया से सफल हो और लीजा पूरी तरह से ठीक होकर घर वापिस आ जाए।
“Awesome Gyan” लीजा के संघर्ष और मेहनत को देखते हुए यही दुआ करता है कि लीजा जल्द स्वस्थ होकर हम सभी के बीच आएँ और अपने जीवन के रंगीन सपनों को फिर से संजोए और उन्हें पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत करें।