HomeGARDENINGझारखंड के किसान ने ताइवान से बीज मंगवा कर उगाया पीले रंग...

झारखंड के किसान ने ताइवान से बीज मंगवा कर उगाया पीले रंग का तरबूज, मुनाफा लागत से 3 गुना ज्यादा

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Yellow Watermelon: गर्मी का मौसम शुरू होते ही बाजार में रसीले फल दिखाई देने लगते हैं, जिसमें तरबूज की मांग सबसे ज्यादा होती है। इस फल में पानी का मात्रा बहुत होती है, जो शरीर को हाइड्रेट करने के साथ साथ विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम भी करता है।

आज तक बाहर से हरे और अंदर से लाल रंग का दिखाई देने वाले तरबूज का सेवन किया होगा, जो बहुत ही मीठा और रसीला होता है। लेकिन क्या आपने कभी पीले रंग का तरबूज (Yellow Watermelon) खाया है, जिसकी खेती भारत के कुछ राज्यों में धड़ल्ले से की जा रही है।

Jharkhand farmer grows yellow watermelon

पीले रंग का अनोखा तरबूज (Yellow Watermelon)

झारखंड (Jharkhand) में इन दिनों लाल की जगह पीले रंग के तरबूज (Yellow Watermelon) की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसे पूरा करने के लिए वहां के किसान पीले तरबूज की खेती करने लगे हैं। इन्हीं किसानों में से एक हैं राजेंद्र बेदिया (rajendra Bediya), जिन्होंने ताइवान (Taiwan) में उगाए जाने वाले तरबूज की भारत में खेती करके अनोखा कारनाम कर दिखाया है। ये भी पढ़ें – सिरमौर के किसान नरेंद्र सिंह पंवार कर रहे हैं कीवी की खेती, सालाना कमाते हैं 15 लाख रुपए का मुनाफा

झारखंड के रामगढ़ (Ramgardh) जिले में गोला प्रखंड में स्थित चोकड़बेड़ा गांव से ताल्लुक रखने वाले राजेंद्र बेदिया इन दिनों ताइवानी तरबूज की खेती करके खूब सुर्खियां बटौर रहे हैं, जिन्होंने एक प्रयोग के तहत पीले रंग के तरबूज की खेती शुरू की थी।

इसके लिए राजेंद्र ने ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए ताइवान से तरबूज के बीज घर पर मंगवाए थे, जिसके लिए उन्हें 800 रुपए खर्च करके 10 ग्राम बीज प्राप्त हुए थे। इसके बाद राजेंद्र ने ताइवानी तरबूज की खेती करने के लिए एक छोटे से खेत का चुनाव किया, जिसमें प्लास्टिक मंचिंग और टपक सिंचाई विधि का इस्तेमाल करके तरबूज की फसल तैयार कर ली।

राजेंद्र बेदिया ने 10 ग्राम ताइवानी तरबूजों के बीजों से 15 क्विंटल से ज्यादा पीले तरबूज उगाने में सफलता प्राप्त की है, जिससे उन्हें कम से कम 22 से 25 हजार रुपए का मुनाफा हो सकता है। यह कीमत ताइवानी तरबूज की लागत से तीन गुना ज्यादा है, जिसकी खेती करने से किसानों को बहुत फायदा मिल सकता है।

Jharkhand farmer grows yellow watermelon

ज्यादा रसीला और स्वादिष्ट होता है पीला तरबूज

राजेंद्र बेदिया को पहली की कोशिश में ताइवानी तरबूज उगाने में सफताल प्राप्त हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने बड़े खेत में पीले रंग के तरबूज की खेती करने का फैसला किया। यह ताइवानी तरबूज बाहर से हरा होता है और बिल्कुल सामान्य तरबूज की तरह दिखाई देता है।

हालांकि जब इस तरबूज को काटा जाता है, तो उसके अंदर मौजूद गूदा लाल की जगह पीले रंग का होता है। ताइवानी तरबूज एक प्रकार की हाइब्रिड किस्म है, जो लाल तरबूज के मुकाबले ज्यादा मीठा, स्वादिष्ट और रसीला होता है। इस पीले तरबूज में लाल तरबूज के मुकाबले ज्यादा पानी मौजूद होता है, जो गर्मियों शरीर को हाइड्रेट रखने में मददगार साबित होता है। ये भी पढ़ें – मिलिए उत्तराखंड के इस किसान से, जो दुनिया को एक साल में 12 फ़सल उगाने का तरीका सिखा रहा है

Jharkhand farmer grows yellow watermelon

गांव के किसान उगाएंगे पीले तरबूज

राजेंद्र बेदिया की देखा देखी राज्य के अन्य किसान भी सामान्य तरबूज की जगह पर पीले रंग के तरबूज की खेती कर रहे हैं, जिसमें लागत के मुकाबले तीन गुना ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। इस इलाके में किसान आधुनिक खेती के तरीकों पर ज्यादा ध्यान देते हैं, जबकि कई किसान इजराइल जैसे देशों में जाकर खेती की ट्रेनिंग ले चुके हैं।

आपको बता दें कि गांव एक कृषि बहुल इलाका है, जहां कई प्रकार की फसलों, सब्जियों और फलों का उत्पादन किया जाता है। ऐसे में अब इस गांव के किसान ताइवानी तरबूज की खेती करने के लिए उत्साहित हैं, जिसमें कम लागत और मेहनत में ज्यादा कमाई की जा सकती है।

ऐसे में यह कहा जा सकता है कि झारखंड में जल्द ही लाल तरबूज के साथ साथ पीले रंग के तरबूज भी बड़ी संख्या में उगाए जाएंगे, जिनकी मांग पूरे राज्य समेत देश भर में तेजी से बढ़ रही है और इसकी खेती से किसानों को भी फायदा होगा। ये भी पढ़ें – किसान ने लाखों का कर्ज लेकर शुरू की थी प्याज की खेती, आज उसी की बदौलत बना ‘करोड़पति’

यह भी पढ़ें
Shivani Bhandari
Shivani Bhandari
शिवानी भंडारी एक कंटेंट राइटर है, जो मीडिया और कहानी से जुड़ा लेखन करती हैं। शिवानी ने पत्रकारिता में M.A की डिग्री ली है और फिलहाल AWESOME GYAN के लिए फ्रीलांसर कार्य कर रही हैं।

Most Popular