Indian Railway: भारतीय ट्रेन को देश की लाइफ लाइन माना जाता है, जिसमें रोजाना सैकड़ों यात्री सफर करके अपनी मंजिल तक पहुँचते हैं। ऐसे में रेलवे अपने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का खास ख्याल रखता है, जिसके तहत राजधानी, एक्सप्रेस, AC और Non AC ट्रेनों का संचालन किया जाता है।
ऐसे में Non AC के मुकाबले AC वाली ट्रेन का किराया ज्यादा होता है, जो न सिर्फ तेज रफ्तार से पटरियों पर दौड़ती है बल्कि उसमें यात्रियों को चादर, तकिया और तौलिया जैसी मूलभूत सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। ऐसे में AC कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने नए नियम बनाए हैं, जिसका पालन न करने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
AC कोच में चोरी करते हैं यात्री
AC कोच में सफर करने वाले यात्रियों को चादर, तकिया और तौलिया जैसी सुविधाएँ मुहैया करवाई जाती हैं, जिन्हें यात्रियों द्वारा चोरी कर लिया जाता है। इस वजह से रेलवे को सालाना लाखों रुपए का नुकसान होता है, जबकि कई यात्री नल और चम्मच जैसी चीजों को चोरी करके रेलवे को नुकसान पहुँचाते हैं।
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भारतीय रेलवे में छत्तीसगढ़ से बिलासपुर के बीच चलने वाली एसी ट्रेनों में सबसे ज्यादा सामान की चोरी होती है, जिसकी वजह से पिछले 4 महीनों में रेलवे को 55 लाख रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है। ऐसे में चोरी के बढ़ते हुए मामलों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सख्त गाइडलाइन जारी की है।
इस नई गाइडलाइन के अनुसार अगर किसी यात्री को ट्रेन का सामान चोरी करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। रेलवे प्रॉपर्टी एक्ट 1966 के अनुसार ट्रेन का सामान चोरी करने पर यात्री को 5 साल तक की सजा हो सकती है, जबकि उसके ऊपर भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है।