Indian Railways New Rule: भारत में रोजाना 2 करोड़ से ज्यादा आबादी ट्रेन से सफर करती है, जिसे यातायात का सस्ता और सुविधाजनक साधन माना जाता है। ऐसे में ट्रेन को प्लेटफॉर्म से रवाना करने से पहले गार्ड की तरफ से हरी झंडी दिखाई जाती है, जिसके बाद ट्रेन अपने गतंव्य स्थान तक पहुँचने के लिए सफर शुरू करती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बिना हरी झंडी दिखाए ट्रेन का रेलवे स्टेशन से बाहर निकलना नामुमकिन होता है, जिसके लिए गार्ड का होना बेहद जरूरी है।
ऐसे में भारतीय रेल मंत्रालय की तरफ से हाल ही में एक नया नियम बनाया गया है, जिसके तहत अब ट्रेन में गार्ड की तैनाती नहीं होगी। अब आप सोच रहे होंगे कि अगर ट्रेन में गार्ड नहीं होगा, तो हरी झंडी दिखाने का काम कौन करेगा। हम आपको बता दें कि रेल मंत्रालय ने गार्ड के पदनाम यानी डेजिग्नेशन को बदलने का फैला किया है, जिसके तहत अब ट्रेन में गार्ड की मौजूदगी नहीं होगी।
ट्रेन गार्ड से बने ट्रेन मैनेजर | Indian Railways New Rule
ट्रेन गार्ड को अब ट्रेन मैनेजर के नाम से जाना जाएगा, जिसके लिए रेलवे कर्मचारी कई सालों से सरकार से अपील कर रहे थे। ऐसे में कर्मचारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय ने ट्रेन गार्ड के पदनाम को ट्रेन मैनेजर से बदल दिया है, जबकि सभी जोन के जनरल मैनेजर को इस नए बदलाव की सूचना भी दी जा चुकी है।
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इसके अलावा रेल मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर भी ट्रेन गार्ड का नाम बदल कर ट्रेन मैनेजर रखने जाने की पुष्टि की है, जिसके बाद से ट्रेन में गार्ड के पद पर काम करने वाले कर्मचारियों के बीच खुशी का माहौल है। आपको बता दें कि रेलवे कर्मचारी पिछले 18 सालों से पदनाम को बदलने जाने की मांग कर रहे थे, क्योंकि उनका काम सिर्फ हरी झंडी और टॉर्च दिखाना ही नहीं होता है।
कई जिम्मेदारियाँ संभालते हैं ट्रेन मैनेजर
हम सभी ट्रेन मैनेजर को हरी झंडी दिखाने वाले व्यक्ति के रूप में जानते हैं, जबकि इसके विपरीत इस पद पर कार्यरत कर्मचारी के कंधों पर कई अन्य जिम्मेदारियाँ भी होती हैं। ट्रेन मैनेजर सामान की देखरेख, यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन की देखभाल की जिम्मेदारी भी संभालते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें सिर्फ ट्रेन गार्ड के रूप में जाना जाता है।
ऐसे में अब नए बदलाव के तहत असिस्टेंड गार्ड को असिस्टेंड पैसेंजर ट्रेन मैनेजर, गुड्स गार्ड को गुड्स ट्रेन मैनेजर, सीनियर गुड्स गार्ड को सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर, सीनियर पैसेंजर गार्ड को सीनियर पैसेंजर ट्रेन मैनेजर और मेल / एक्सप्रेस गार्ड को मेल / एक्सप्रेस ट्रेन मैनेजर के नए पदनाम से जाना जाएगा। हालांकि रेलवे ने सिर्फ ट्रेन मैनेजर के पदनाम में बदलाव किया है, जबकि उनके काम और जिम्मेदारियों में कोई बदलाव नहीं किया है।