India-Thailand-Myanmar Highway: देश विदेश घूमने का शौक़ रखने वालों के लिए खुशखबरी… भारत से बैंकॉक जाना अब और भी हुआ आसान… अब आप बस और कार-बाइक का इस्तेमाल कर भी बैंकॉक जा सकेंगे। भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग, 1,400 किलोमीटर लंबा हाइवे है। इस राजमार्ग के शुरू होने से भारत जमीनी तौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया से जुड़ जाएगा।
भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग
तीनों देशों के बीच व्यापार, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने इस महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का प्रस्ताव रखा था।
किन शहरों से होकर गुजरेगा यह राजमार्ग
इस हाइवे का मैक्सिमम हिस्सा भारत में होगा। यह कोलकाता से शुरू होकर उत्तरी दिशा में सिलीगुड़ी तक जाएगा और फिर कूचबिहार के रास्ते श्रीरामपुर सीमा को पार करके असम। इसके बाद, यह दीमापुर से नगालैंड और मणिपुर के पास इम्फाल के पास मोरेह नामक स्थान से गुजरकर म्यांमार में प्रवेश करेगा। फिर, म्यांमार के मांडले, नैप्यीडॉ, बागो, यंगून और म्यावाडी शहरों से होते हुए थाईलैंड में माई सोत होकर प्रवेश करेगा। चूंकि यह हाईवे कोलकाता से शुरू होकर बैंकॉक तक जा रहा, इसलिए इसे कोलकाता-बैंकॉक हाइवे भी कहा जाता है।
भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग का 70% काम पूरा
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया है कि इस त्रिपक्षीय राजमार्ग का लगभग 70 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। भारत और थाईलैंड में इस हाइवे की निर्माण प्रक्रिया पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है, लेकिन म्यांमार में अभी काफी काम शेष है। हालांकि, आम जनता के लिए इसे कब चालू किया जाएगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। पहले सरकार का लक्ष्य दिसम्बर 2019 तक हाईवे को चालू करने का था।