Basil Farming – जब भी कभी अपना बिजनेस स्टार्ट करना हो तो दिमाग़ में बहुत से विचार घूमने लगते हैं कि कौन-सा बिजनेस करें जिसमें निवेश कम करना पड़े और मुनाफा ज़्यादा हो, किस प्रोडक्ट की मार्केट में ज़्यादा डिमांड है तो उसी से जुड़ा बिजनेस शुरू करें, कौन-सा उत्पाद लॉन्ग टर्म प्रॉफिट दे सकता है, इस तरह के कई खयाल आपके भी दिमाग़ में आते होंगे।
आज हम आपकी यह परेशानी दूर करने के लिए आपको एक ऐसे बिजनेस का आईडिया देने वाले हैं, जिसके लिए आपको अपनी जॉब भी छोड़ने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और आप घर बैठे ही अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं, वह भी काफ़ी कम टाइम में।
तुलसी की खेती करके कमा सकते हैं लाखों रुपए (Basil Farming)
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का आध्यात्मिक महत्त्व तो प्राचीन समय से ही रहा है, आप सभी ने अपने घर में भी यह पौधा लगाया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पौधा आपको लखपति भी बना सकता है, जी हाँ, तुलसी के पौधे का बिजनेस करके आप लाखों रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं।
इतना ही नहीं ख़ास बात तो यह है कि इसमें आपको बहुत ज़्यादा निवेश करने की भी आवश्यकता नहीं है, काफ़ी कम लागत में यह पौधा आपको अच्छा मुनाफा दिलाएगा। आपको बस तुलसी के पौधे की खेती करनी है और इस खेती से आप लाखों रुपए भी कमा सकते हैं। इससे जुड़ी सारी जानकारी हम आपको यहाँ देने जा रहे हैं।
तुलसी की खेती का वीडियो देखें (Cultivation of Tulsi)
गुणों की खान है तुलसी
तुलसी के पौधे का विशेष औषधीय महत्त्व होता है। प्राचीन समय से ही इसका उपयोग किया जा रहा है। इस पौधे की जड़ें, तना व पत्ती सहित सारे ही भाग बहुत उपयोगी होते हैं। इसी वज़ह से इस पौधे की डिमांड दिन-ब-दिन बढ़ रही है। आजकल के समय में भी तुलसी के पौधे का प्रयोग घरेलू नुस्खों में तो होता ही है, साथ ही आयुर्वेदिक दवाइयों में, यूनानी, होमियोपैथी तथा एलोपैथी की भी दवाइयों में तुलसी का अत्यधिक उपयोग किया जाता है।
नानी और दादी का बनाया हुआ तुलसी का काढ़ा तो सब ने पिया ही होगा, तुलसी के सेवन से ना सिर्फ़ रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी पावर बढ़ती है बल्कि यह शरीर को बैक्टीरिया तथा वायरल के इंफेक्शन से भी बचाता है। यही वज़ह है कि नानी-दादी का बना हुआ काढ़ा किसी जादू की तरह काम करता है और सर्दी-खांसी दूर कर देता है।
मात्र 15000 रुपए की लागत पर होगा 3 लाख रुपये तक का मुनाफा
हमने अभी कहा कि तुलसी की खेती फायदे का सौदा है, वह इसलिए क्योंकि तुलसी की खेती करने के लिए आपको बहुत ज़्यादा पूंजी लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और ना ही बहुत विस्तृत भूमि में इसकी खेती करने की आवश्यकता पड़ेगी। आप बस ₹15000 ख़र्च करके भी यह बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं और आप चाहे तो कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के द्वारा भी अपने व्यापार की शुरुआत कर सकते हैं।
इतना ही नहीं, आपको बुआई के बाद ज़्यादा इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है, केवल 3 माह पश्चात ही यह पौधा तैयार हो जाता है और तुलसी की फ़सल करीब 3 लाख रुपये में बिक जाएगी। बहुत-सी आयुर्वेदिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों को तुलसी के पौधों की आवश्यकता पड़ती है इसलिए वे कॉन्ट्रैक्ट पर इसकी खेती करवाती हैं। डाबर, वैद्यनाथ, पतंजलि जैसी कई कंपनियाँ तुलसी की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करवा रही हैं।
मार्केट में बढ़ रही है तुलसी की मांग (Benefits of Growing Tulsi Plant)
तुलसी का उपयोग कई प्रकार से किया जाता है इसलिए उसकी मार्केट में बहुत डिमांड है और आजकल तो को रोना के चलते लोगों में इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए बहुत जागरूकता आई है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक तथा प्राकृतिक दवाइयाँ भी जोरो शोरो से बनाई जा रही है, जिसमें भी तुलसी का बहुत प्रयोग किया जाता है। इस वज़ह से तुलसी की डिमांड बहुत बढ़ गई है। इतना ही नहीं घर में भी आजकल लोग तुलसी का बहुत इस्तेमाल कर रहे हैं।
हर कोई अपने घर में तुलसी का पौधा तो लगाता ही है, क्योंकि इसका आध्यात्मिक महत्त्व भी है और तुलसी का उपयोग पूजा में भी अवश्य किया जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि भगवान को जो भी वस्तुएँ भोग लगाई जाती है या अर्पण की जाती है, उनके ऊपर तुलसी का पत्ता रखना ज़रूरी होता है। तुलसी की ज़्यादा खपत होने की वज़ह से बाज़ार में मांग बहुत बढ़ गई है, इसलिए लोग तुलसी का बिजनेस करने में भी रूचि ले रहे हैं। अगर आप भी तुलसी के पौधे की खेती का व्यापार शुरू करेंगे तो यह बहुत फायदे का सौदा सिद्ध हो सकता है।
इस तरह से करें तुलसी की खेती (How to Start Tulsi Farming)
तुलसी की खेती (Basil Farming) करने के लिए जुलाई का महीना उपयुक्त रहता है, इसी महीने में तुलसी के पौधे को खेत में लगाना चाहिए। इनमें से सामान्य पौधों को 45x 45 सेंटीमीटर के अंतराल पर लगाना होता है, लेकिन RRLOC 12 व RRLOC 14 प्रजाति के पौधों के लिए 50 x 50 सेंटीमीटर की दूरी अवश्य रखनी चाहिए। इन पौधों को लगाने के बाद तुरंत ही थोड़ी सिंचाई करना ज़रूरी रहता है और फिर बाद में 7 दिन में एक बार अथवा आवश्यकता अनुसार पौधों में पानी दीजिए। तुलसी की खेती के जानकार कहते हैं कि इस फ़सल को काटने से 10 दिन पूर्व ही सिंचाई करना रोक देना चाहिए।
सही समय पर कटाई भी है ज़रूरी
तुलसी के पौधों की पत्तियाँ विकसित होकर बड़ी होने पर इस पौधे की कटाई की जाती है। आपको बता दें कि इन पौधों की सही वक़्त पर कटाई करना आवश्यक होता है क्योंकि यदि समय रहते कटाई ना की गई तो इन पौधों में तेल की मात्रा पर प्रभाव पड़ता है। जब इन पौधों में फूल आ जाते हैं तो उससे भी इनमें तेल की मात्रा घट जाती है, अतः जैसा मैं इन पौधों में फूल आने की शुरुआत हो तभी फ़सल की कटाई कर देनी चाहिए। इन पौधों की कटाई 15 से 20 मीटर की ऊंचाई से करना ही ठीक रहता है, जिससे पौधे में शीघ्र ही नई शाखाएँ आ सकें।
कहाँ और कैसे बेचें तुलसी के पौधे
आप मंडी के एजेंट से संपर्क करके अपनी तुलसी की फ़सल की कटाई होने के बाद उन्हें अपने पौधे भेज दीजिए अथवा आप सीधा मंडी में जाइए और वहाँ ग्राहकों से कांटेक्ट करके इन पौधों को बेच सकते हैं। इसके अलावा आप कॉन्ट्रेक्ट पर खेती कराने वाली दवाइयों की कंपनियाँ अथवा ऐसी एजेंसियों को भी अपने पौधे बेच सकते हैं। इन कंपनियों को तुलसी की डिमांड ज़्यादा रहती है, इसलिए आप को बेचने में दिक्कत नहीं आएगी।
तो दोस्तों, देर किस बात की है आप भी शुरू कर दीजिए तुलसी का बिजनेस और कीजिए लाखों की कमाई।