घर से मस्जिद बहुत दूर है, चलो किसी रोते हुए को हंसाया जाए…. ये पंक्तियां आपदा के इस दौर में बहुत सटीक बैठती हैं। इस को”रोना काल में जब लोग तमाम मुश्किलों से गुजरते रहे, ऐसे में एक दूसरे की मदद ने ही हौसला दिया है, एक दूसरे का हाथ थाम कर ही लोग इस मुश्किल दौर को पार कर पाए हैं। सही मायनों में यही इंसानियत का धर्म है, कि जब कोई एक कमजोर पड़े तो दूसरा उसकी मदद कर उसे हिम्मत दे।
कुछ ऐसे ही मिसाल दिल्ली में देखने को मिली जब एक रोते हुए बुजुर्ग का वीडियो वायरल हुआ जो कोरो”ना वायर”स की वजह से अपना ढाबा न चल पाने के कारण बहुत निराश और परेशान हो गए थे।
वीडियो में रोते नजर आए थे बुजुर्ग
दिल्ली के मालवीय नगर में हनुमान मंदिर के सामने एक बुजुर्ग दंपत्ति गुमटी में एक छोटा सा ढाबा चलाते हैं। उनके ढाबे का नाम ‘बाबा का ढाबा’ है। इस ढाबे पर ही उनका जीवन निर्भर करता है, लेकिन कोरो”ना काल में काफी लंबे वक्त तक उनको अपना ढाबा बंद रखना पड़ा। लॉकडाउन खुलने के बाद ढाबा खुला भी तो कोरो”ना वायर”स के डर से लोग बाहर खाना पसंद नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से उनके ढाबे पर भी ज्यादा लोग नहीं आ रहे।
हाल ही में उनके ढाबे पर एक आदमी गया और उसने उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। वीडियो में वह व्यक्ति उनके हाथ की बनी पनीर की सब्जी की तारीफ करता नजर आ रहा है और जब उनसे पूछता है की बिक्री कम हो रही है क्या, तो इस बात पर बुजुर्ग की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं। ढाबे पर लोगों के ना आने की मायूसी 80 वर्षीय बुजुर्ग और उनकी पत्नी की आंखों में साफ दिखाई देती है।
वीडियो वायरल हुआ तो मदद के लिए आगे आए कई लोग
जैसे ही उन बुजुर्ग दंपत्ति का वीडियो वायरल हुआ, उनकी मदद के लिए काफी लोगों ने पहल की। कुछ लोगों ने उनका अकाउंट नंबर मांगा तो कुछ लोग वहां खुद ही पहुंच गए।
भारतीय टीम के क्रिकेटर आर. अश्विन ने भी ट्वीट करके कहा कि वह भी उनकी मदद करना चाहते हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर आहूजा ने भी उनकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है।
जैसे-जैसे वीडियो और लोगों तक पहुंच रहा है, काफी लोग उनके ढाबे पर आने लगे हैं। अब कई मीडिया चैनल भी उन के ढाबे की कवरेज के लिए पहुंच रहे हैं।