आए दिन कभी-कभी ऐसे मामले प्रकाश में आते है जो कि हमारी आधुनिक सोच को जड़ से हिलाकर रख देती है। हम ये सोचने पर मजबुर हो जाते है कि अजादी के बाद हम ऐसे दुनिया में जीते है जहाँ तकनीक से लेकर विज्ञान तक बहुत आगे बढ़ गया है और ऐसे में कही-कही इसका बिल्कुल विपरीत अर्थ सामने निकलकर आता है।
आपको बता दे कि एक बेहद शर्मनाक ख़बर हमारे सामने आई है। यह मामला है ओडिशा राज्य के अंगुल जिले की जिसमे एक 70 वर्ष की बुज़ुर्ग महिला अपने 3 बच्चो (नाती, नातिन) के साथ 3 ft x 4 ft x 6 ft के टॉयलेट में गुज़ारा करने पर मजबूर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विमला प्रधान नाम की 70 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला अपने 3 बच्चो के साथ साधन के अभाव में टॉयलेट में रह रही थी। मीडिया से बात करने के दौरान उन्होने बताया कि वह पहले मीटी के बने घर में रहती थी और इधर उधर काम काज की तलाश में भटकती रहती थी। बरिश आने के कारण उनका मीट्टी का घर छतिग्रस्त हो गया था। जगह और साधन के अभाव में वह कही भी अपना गुज़ारा कर लेती।
ऐसे में बच्चो के माँ के गुजर जाने के बाद उनके पालन पोशन का जिम्मा इनके सर पर आ गया। बच्चो के पिता माँ के देहान्त के उपरान्त उनको यही छोड़कर चले गए। इनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा एक नव निर्माण शौचालय बनाया गया था। जिसका उपयोग कोई नहीं करता था। अतः वह उस शौचालय में 3 बच्चों के साथ रहने लगी।
कोई भी सरकारी दस्तवेज न होने के अभाव में इस बुज़ुर्ग महिला को ना राशन प्राप्त होता था ना कोई कामकाज मिलता था। क्षेत्र के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी (BDO) ने इस मामले को संज्ञान में लेकर जाँच का आश्वासन दिया और बच्चों को अनाथ आश्रम के साथ-साथ स्कूल में भर्ती कराने को भी कहा।
वही दूसरी तरफ़ इस मामले को लेकर जिले में पदस्थापित उच्च अधिकारीयो से भी जवाब तलब किया जा सकता है और इस मामले से जुड़े लापरवाह आधिकारीगण से भी पुछ-ताछ किया जाएगा।