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साइबेरिया में बर्फ पिघली, तो 40 हजार साल पुराना लंबे बाल वाला गैंडा मिला, शरीर अभी तक सुरक्षित

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इस साल 26 जनवरी को जब सारा देश आजादी के जश्न में डूबा था और उत्सव मना रहा था, उसी वक़्त साइबेरिया में साइंटिस्ट को एक लंबे बालों वाले गैंडे का लगभग 40 हज़ार साल पुराना अवशेष मिला। हालांकि अभी इसके बारे में बहुत सारी जानकारियों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन फिर भी वैज्ञानिकों द्वारा काफ़ी कुछ अनुमान लगाया गया है।

यह गैंडा लगभग 40 हजार साल से साइबेरिया के पर्माफ्रॉस्ट में दबा हुआ था। वहाँ बर्फ के पिघलने पर इस गेंडे का शरीर पूरी तरह से बाहर निकल आया। इसका रंग भूरा और इसके बाल काफ़ी लंबे हैं। वैसे अभी तक इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) के सही जेंडर की जानकारी नहीं मिल सकी है।

ऐसा कहा जा रहा है कि साइबेरिया के याकुतिया (Yakutia) क्षेत्र में जब बर्फ पिघला तब एक जीव का पूरा शरीर बाहर निकल आया। तब वहाँ रह रहे स्थानीय लोगों ने साइंटिस्ट को इस बात की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही साइंटिस्ट तुरंत मौके पर पहुँचे और देखा कि एक भूरे रंग का लंबे बालों वाला गैंडा (Woolly Rhino) कीचड़ में दबा है। जब उन्होंने इस गेंडे को बाहर निकाला तब देखा कि अभी तक इसके शरीर के कई हिस्से और बाल पूरी तरह से सुरक्षित है।

एक न्यूज़ में छपी ख़बर के अनुसार वहाँ पहुँचे साइंटिस्ट का ऐसा कहना है कि इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) पर ज़रूर किसी माउंटेन लायन ने हमला किया होगा और यह ख़ुद को बचाने के लिए वहाँ से भागा होगा और भागने के दौरान ही यह कीचड़ में फंस गया होगा या तो किसी नदी में बहते-बहते यहाँ तक आ गया होगा। वैसे अब माउंटेन लायन की प्रजातियाँ भी पूरी तरह से विलुप्त हो चुकी हैं।

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) की प्रजाति यूरोपीय आइस एज (Ice Age) से पहले तक जीवित थी और यूरोपिय आइस एज की जो घटना है वह आज से लगभग 14 हज़ार साल पहले की है। ऐसा माना जा रहा है कि इस गेंडे की उम्र 25 हज़ार साल से लेकर 40 हज़ार साल तक की होगी। हालांकि अभी इसके सही उम्र का पता नहीं चल सका है।

Woolly-Rhino

इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) की प्रजाति न सिर्फ़ यूरोप और साइबेरिया ही, बल्कि यह प्रजाति चीन और दक्षिण कोरिया में भी पाई जाती थी और ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इनके अवशेष इन देशों से भी बरामद किए गए हैं। लेकिन आगे चलकर धीरे-धीरे क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग के कारण इनकी प्रजाति वहाँ से विलुप्त होती गई।

वर्तमान समय में जो गैंडे की प्रजाति पाई जाती है उसकी तुलना में इस गैंडे की लंबाई 7 से 9 इंच छोटी है। साइबेरिया के पर्माफ्रॉस्ट से मिले इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) की लंबाई लगभग 8 फीट और ऊंचाई लगभग साढ़े 4 फीट तक पाई गई है। इस तरह इसके शरीर को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके मृत्यु के समय इसकी उम्र 3 से 4 वर्ष की होगी। इस लंबे बालों वाले गैंडे को स्थाई तौर पर दुनिया के सबसे ठंडा रहने वाले इलाके याकुतिया (Yakutia) के एबीस्की जिले की तिर्कितयाख नदी (Tirekhtyakh River) के पास से निकाला गया है।

इतने हजारों साल बाद भी इस लंबे बालों वाले गैंडे (Woolly Rhino) के बाल, खाल, फर, दांत, हड्डियाँ और सींग सबकुछ सुरक्षित है। अब इसके शरीर के जांच के द्वारा ही वैज्ञानिक इस गैंडे की मौत का पता लगाएंगे कि किस वज़ह से इसकी मौत हुई। इसके साथ ही जिस समय का यह गैंडा है उस समय के बारे में और भी ढेर सारी डिटेल बायोलॉजिकल जानकारियाँ जांच के द्वारा मिल सकेगी।

अतः विशेषज्ञ डॉ. अल्बर्ट प्रोतोपोपोव का ऐसा कहना है कि इस गैंडे (Woolly Rhino) की मौत नदी में डूबने के कारण ही हुई होगी। लेकिन अभी कुछ कहना ग़लत है क्योंकि इसकी जांच के बाद ही इसकी सारी जानकारियाँ बाहर निकल कर आएंगी।

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News Desk
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